आदिवासी समाज को अपने भोलेपन की बडी कीमत चुकानी पडी है, शिक्षा से बदलाव लाये- : लोढ़ा
खास खबरBy Sirohiwale
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
रिपोर्ट हरीश दवे
सिरोही विधायक संयम लोढ़ा ने कहा कि आदिवासी समाज को अपने भोलेपन की बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है। जिन जंगलों को उनके बाप दादाओं ने अपने खून पसीने से आबाद रखा, विकास की अंधी दौड़ ने उन्हें वहां से बाहर कर दिया। पीढियो से जिस जंगल में रहते आए, कभी ये नहीं सोचा कि कोई पट्टे बनवा ले और ऐसा न करने के कारण हजारों परिवार देश में बेदखल कर दिए गए।
देश के अनेक राज्यों में व्यवस्था के प्रति आदिवासियों का गुस्सा इसी का परिणाम है।
लोढा कलदरी में नवगठित ग्राम पंचायत एवं नव क्रमोन्नत सीनियर सेकेंडरी स्कूल के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 1999 में पहली बार कलदरी आने के लिए पालडी की तरफ से और देवों का बेरा आने के लिए गौतमजी की तरफ से 1999 में विधायक के रूप में पहली बार पैदल चलकर आए थे। बिजली भी नहीं थी,
उन्होंने विधायक कोष से पैसा स्वीकृत कर कलदरी की अंधेरी रातों को उजाले में बदलने का अवसर संभव किया। इस बात की प्रसन्नता है कि इस दूरस्थ स्थान पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के सहयोग से नई ग्राम पंचायत का गठन संभव हो सका।
उन्होंने लोगों से अपील की कि हम मन बनाये कि हर लड़का और लड़की कॉलेज तक पढ़े। छोटे परिवार का सिद्धांत अपनाएं, जिससे कि बच्चों की पढ़ाई पर खर्च करना संभव हो सके, घुंघट को खत्म करें, महिलाओं के प्रति अपना रवैया बदले।
कार्यक्रम में पूर्व प्रधान अचलाराम माली, श्रीमती हंजा मेघवाल, पूर्व उपप्रधान मगन मीणा, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष हरीश राठौड़, कांग्रेस एसटी जिलाध्यक्ष निबाराम गरासिया, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी इन्द्रा वर्मा ने विचार प्रकट किए।
कार्यक्रम में हजारों लोग उमडे। लोढा ने फीता काटकर उदघाटन किया।