छःरि पालिक पैदल संघ दांतराई से राणकपुर के लिए रवाना
खास खबरBy Sirohiwale
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
रिपोर्ट हरीश दवे
सिरोही। श्री दांतराई धर्मनगरी से रविवार को राणकपुर तीर्थ के लिए छःरि पालिक पैदल संघ को गाजते बाजते श्रेष्ठीवर्य रमण भाई मुथा (अध्यक्ष जीरावला ट्रस्ट) किशोर एच संघवी (चेयरमेन श्री पावापुरी तीर्थ-जीव मैत्रीधाम) एवं मोहन भाई व ललित भाई संघवी (संस्थापक, भेरूतारक धाम तीर्थ) ने हरी झंडी से जयकारों के साथ रवानगी दी।
इससे पूर्व संघ के निश्रादाता आचार्य रविरत्नसूरी म. सा. ने मांगलिक सुनाकर आशीर्वाद देते हुए कहा कि दांतराई एक धर्मनगरी हैं जहां से यह आठवां संघ निकल रहा हैं और इस गांव के 40 से अधिक श्रावक-श्राविकाओं ने दीक्षा ग्रहण कर इस गांव का मान बढाया हैं।
यह पैदल संघ दांतराई निवासी श्रीमती कसुबाई साकलचंदजी केशरीमलजी कांकरिया परिवार की ओर से निकाला गया हैं।
14 दिन में यात्रिको को 70 से अधिक जिनालय में सेवा-पूजा का लाभ मिलेगा। संघ प्रयाण के अवसर पर संघ विदाई तिलक संघवी डुंगरमल चुन्नीलालजी कोठारी परिवार की ओर से आयोजक परिवार के हीराचंद, किरण, नरेश, दीपक, जैनम, हर्षित, मोक्ष, मोक्षा, तनिश, लिशा के तिलक किया गया। संघ का वधामणा संघवी खुशालचंद, प्रकाश भाई, समरथमलजी व मणीलाल वगतावरमलजी कांकरिया द्वारा किया गया।
श्रेष्ठीवर्य नवलमल तातेड ने बताया कि कांकरिया परिवार के घर से आचार्य भगवंत व साधु-साध्वीजी के साथ संघ गाजते बाजते जीरावला तीर्थ के लिए प्रस्थान किया। संघ प्रयाण के पूर्व आचार्य श्री ने प्रयाण विधि करवाई ओर दांतराई के जैन मंदिर मे विराजित शीतलनाथ भगवान, मुनिसुव्रत स्वामी व आदिनाथ भगवान के दर्शन वंदन कांकरिया परिवार ने किए। संघ प्रयाण के लिए बडी संख्या में जैन समाज के श्रावक-श्राविका चैन्नई, बंगलुरू, सुरत, मुंबई व अहमदाबाद से आये ओर कांकरिया परिवार का अभिनंदन कर संघ की सफलता की शुभकामनाएँ दी व संघ प्रयाण के वरघोडे में भाग लिया। वरघोडे में जीरावला ट्रस्ट, पावापुरी तीर्थ-जीव मैत्रीधाम, भेरूतारक धाम एवं अनेक ट्रस्टों के ट्रस्टीगण भी उपस्थित थे।
संघ रविवार को जीरावल, सोमवार को मालगांव एवं मंगलवार को श्री पावापुरी तीर्थ-जीव मैत्रीधाम में रात्रि विश्राम करेगा। कल मालगांव जैन संघ की ओर से संघ का सामैया करने के लिए बडी संख्या में मालगांव जैन समाज के लोग आज मालगांव पहुंचे हैं। यह पैदल संघ ईसरा, दियाणाजी, लोटाणा, नांदिया, बामणवाडा, सिवेरा, नाणा, बेडा, राता महावीरजी, सेसली व सादडी होता हुआ 17 जनवरी को राणकपुर तीर्थ में पहुंचेगा जहां संघमरल 18 जनवरी को होगी। इस संघ में कुल 700 यात्रिक पैदल चल कर राणकपुर पहुंचेगे।
पैदल संघ में शामिल 700 यात्रियों को नगें पैर प्रतिदिन 12 से 15 किलोमीटर पैदल चलना होगा, जमीन पर सोना, एक समय भोजन यानि एकासणा, धर्म आराधना व प्रवचन श्रवण करना होगा।
आयोजक कांकरिया परिवार के प्रमुख किरण भाई डी. कांकरिया ने संघ प्रयाण के अवसर पर उपस्थित लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि उनके आने से परिवार का उत्साह बढा। किरण के पिताश्री देवीचंदजी ने बडे ''शौक व उत्साह'' से संघ की तैयारिया की लेकिन वे अचानक संसार छोड गये जिसकी बडी कमी आज प्रयाण के वक्त महसुस की गई। दांतराई जैन समाज के पंचो ने भी तीर्थ यात्रा आयोजन पर कांकरिया परिवार को शुभकामनाएँ दी।