मानसिक तनाव खत्म करने के लिए अध्यात्म की शरण ले, धार्मिक ग्रंथ गीता का ऊर्जा का स्तोत्र : विधायक लोढा
खास खबरBy Sirohiwale
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
रिपोर्टिंग हरीश दवे
सिरोही, जिला परिषद के सभागार में जिला स्तरीय निरोगी राजस्थान अभियान की कार्यशाला में सिरोही जिले के प्रभारी सचिव सिद्धार्थ महाजन की अध्यक्षता में विशेषज्ञ चिकित्सकों की ओर से स्वस्थ रहने की जानकारी दी गई।
उन्होंने जिले के सभी अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा की स्वस्थ एवं समृद्ध राजस्थान की परिकल्पना को साकार करने के उद्देश्य से निरोगी राजस्थान अभियान मैराथन के साथ आरम्भ हुआ। उन्होंने कहा कि स्वस्थ्य कैसे रहना है , इसकी जानकारी को हमें ग्रास रूट लेवल तक पहंचाने के लिए सोशियल मीडिया व अन्य स्त्रोतो के माध्यम से देनी होगी।
उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों को भी अपना सहयोग देना होगा और अपने प्रयासों में गति लानी होगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए योजना बनाकर कार्य करें और इस कार्यक्रमों को सतत जारी रखें।
विधायक सयंम लोढा ने कहा कि मानसिक तनाव को कम करने के लिए आध्यात्म की शरण में रहना बहुत बेहतर है। उन्होंने कहा कि आज के वातावरण में रहते हुए मनुष्य को कई प्रकार के मानसिक तनावों का सामना करना पडता है और वह तनाव कभी-कभी बीमारी भी बन जाता है। इस तरह की परिस्थितियों से बचने के लिए आध्यात्म की ओर अग्रसर होना एक सरल उपाय है, जो मनुष्य को तनाव रहित कर सकता है। इसी संदर्भ में उन्होंने बताया कि धार्मिक ग्रन्थ गीता भी एक ऐसी धरोहर है, जो उर्जा का सतत स्त्रोत है। इससे निराशा की स्थिति पैदा नहीं होती है, उन्होंने कहा कि हमें अपने बच्चों में असफलता का सामना करने की प्रवृति को सिखाना होगा। उन्होंने कहा कि स्वस्थ्य रहने के लिए व्यायाम बहुत जरूरी है और इसके लिए हमंे प्रयास करने चाहिए कि हर गांव में एक खैल का मैदान आवश्यक रूप से होना चाहिए ताकि बच्चे वहां जाकर खेले , व्यायाम करे और तनाव से रहित रहने के गुर सीख सके।
उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला में पीपीटी प्रोजेक्ट के माध्यम से जो भी जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। इसके लिए यह प्रयास होने चाहिए कि यह जानकारी निचले स्तर तक भी होनी चाहिए। ताकि वे अपने स्वास्थ्य के लिए जागरूक बन सके। उन्होंने कहा कि एक सोशियल मीडिया के माध्यम से वाट्सेप ग्रुप भी सब सेंटरों पर होना चाहिए और वहां के नागरिको को उस ग्रुप में जोडना चाहिए।
यह सभी जानकारियां उन ग्रुप व विडियो के माध्यम से दी जानी चाहिए। उन्होंने तम्बाकु के सेवन से होने वाले नुकसान व मौतों के लिए भी अकुंश लगाने के लिए लोक चेतना का ध्यैय बनाकर काम करने की नसीहत दी।
कलेक्टर सुरेंद्र कुमार सोलंकी ने अपने सम्बोधन में निरोगी राजस्थान अभियान को सफल बनाने मे सभी का योगदान जरूरी है। स्वास्थ्य के बारे में जिले के सभी सरकारी स्कुलो के बच्चो का स्वास्थ्य परिक्षण करने के लिए अवगत कराया। उन्होंने कहा कि स्वस्थ्य रहने के लिए बालक-बालिकाओं को खेल के प्रति जागरूक करें इससे शारीरिक एवं मानसिक की वृद्धि में सहायक होंगे। उन्होंने कहा कि हम सभी का दायित्व है कि हम स्तर के कार्यक्रमों का जन-जन तक पहुंचाए और जागरूक बनाए। उन्होंने कहा कि युवाओं की उर्जा को सकारात्मता की ओर मोडे ताकि वे अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें।
सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार ने सम्बोधन में निरोगी राजस्थान अभियान के तहत हुई कार्यशाला में जनसंख्या नियंत्रण, वृद्वावस्था में स्वास्थ्य की देखभाल, महिला स्वास्थ्य, किशोरावस्था स्वास्थ्य, मौसमी बीमारियां, जीवन शैली, टीकाकरण, व्यसन रोग, खाद्य पदार्थों में मिलावट और प्रदूषण पर चर्चा की गई। इसके लिए कार्यशाला के दौरान संबंधित आईईसी का प्रदर्शन भी किया गया।
इस कार्यशाला में जिला पुलिस अधीक्षक कल्याणमल मीणा, अति. जिला कलक्टर रिछपाल सिंह बुरडक, राजेन्द्र साॅखला समेत जिलास्तरीय अधिकारी मौजूद थे।