पश्चिमी बनास बांध से 5 नवम्बर को सिंचाई हेतु नहरों का होगा संचालन
खास खबरBy Sirohiwale
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
संयोजक हरीश दवे
सिरोही, जिले के सबसे बड़े पश्चिम बनास बांध से जल वितरण के लिए राज्य सरकार के प्रशासनिक सुधार विभाग की आज्ञा की अनुपालना में गठित जल वितरण व उपयोग समिति की बैठक बुधवार को जिला कलेक्टर सुरेन्द्र कुमार सोलंकी की अध्यक्षता में जल संसाधन विभाग के निरीक्षण गृह सरूपगंज पर आयोजित की गई।
बैठक में समिति द्वारा जल संसाधन प्रबंधन एवं आयोजना के लिये जल आवंटन की प्राथमिकता तथा रबी की सिंचाई हेतु निष्पाण एवं जल वितरण व्यवस्था का कार्यक्रम तय किया गया।
जल संसाधन खण्ड़ सिरोही के अधिशाषी अभियन्ता एवं सदस्य सचिव प्रकाश चन्द्र रेगर द्वारा बैठक में परियोजना के काश्तकारों के समक्ष बताया कि वर्तमान में पश्चिम बनास बांध का गेज 18 फीट है जिसमे 850 मि.घ.फु. पानी पड़ा उपलब्ध हैं। बांध में 5 फीट क्षमता तक सिल्ट जमा है तथा विभिन्न प्रयोजनार्थ 200 मि.घ.फु. एमसीएफटी पानी सुरक्षित रखने के बाद महज 650 मि.घ.फु. पानी ही सिंचाई हेतु उपलब्ध है।
पिंडवाड़ा व आबूरोड तहसील के 36 गांवों के काश्तकारों की 7952 हैक्टर भूमि को सिंचाई के लिए दो पाण दी जाए तब भी 750 मि.घ.फु. पानी की आवश्यकता रहती हैं। ऐसे में दो पाण में भी यह पानी अपर्याप्त साबित होगा। अतः कमाण्ड में काश्तकारों द्वारा 80 फीसदी जमीन में खेत जोते जावें। कृषि विभाग के उप निदेशक गोपाल कुमावत द्वारा इस कम पानी मे अधिक उपज लेने के लिए कम पानी के उपयोग की फसलों का चयन करने के बारे में जानकारी दी गई।
बैठक में उपस्थित जल वितरण समिति के अध्यक्ष दर्जिंग पुरोहित तथा समाराम चैधरी ने कृषकगणों को विभाग एवं जल उपयोक्ता संगम के संयुक्त प्रबंधन से नहर के जल का उचित वितरण हेतु जानकारी उपलब्ध कराई गई। समिति द्वारा काश्तकारों की सर्व सम्मति से 5 नवम्बर को नहर संचालन किये जाने का निर्णय लिया किया गया
आबूरोड तहसील से आई आदिवासी महिलाओं ने जिला कलेक्टर से मांग की कि नहर का पानी टेल से हेड की तरफ सिंचाई के लिए उपलब्ध कराया जाए। इस पर जिला कलेक्टर सुरेन्द्रकुमार सोलंकी ने हस्तक्षेप करते हुए राजस्व विभाग,सिंचाई विभाग व पुलिस विभाग की संयुक्त टीम के साथ जल वितरण कमेटी के सदस्यों को नियमित पेट्रोलिंग कर व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिये। बैठक में आए काश्तकारों ने नहर की सफाई करने व नहर में सरूपगंज कस्बे में छोड़े जा रहे गंदे पानी को लेकर शिकायत की। इस पर जिला कलेक्टर ने बैठक में मौजूद विकास अधिकारी हनुवीर विश्नोई को हिदायत देकर गंदे पानी की निकासी नहर में नही करने के निर्देश दिये।
बैठक में काफी संख्या में काश्तकार मौजूद रहे। बैठक में कमाण्ड क्षैत्र की भारी संख्या में आदिवासी महिलाओं की उपस्थिति भी रहीे।