इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि बलिदान दिवस के रूप में मनाई
खास खबरBy Sirohiwale
लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को किया याद
शिवगंज, 31 अक्टूबर। विधायक संयम लोढ़ा ओ कांग्रेस जन प्रतिनिधियों ने कांग्रेस कार्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी की पुण्यतिथि एवं लौह पुरुष वल्लभ भाई पटेल की जयंती के उपलक्ष में कार्यक्रम आयोजित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
विधायक संयम लोढा ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि इंदिरा गांधी बलिदान की प्रतीक थीं। निडरता से देश सेवा में लगी रहीं। उनका जीवन हमारे लिए प्रेरणा स्रोत है।
30 अक्टूबर 1984 के दिन भुवनेश्वर में इंदिरा गांधी ने अपने भाषण में कहा था, ‘मैं आज यहां हूं कल शायद न रहूं. मुझे चिंता नहीं. मैं रहूं या नहीं रहूं. मेरा लंबा जीवन रहा है और मुझे इस बात का गर्व है कि मैंने अपना पूरा जीवन अपने लोगों की सेवा में बिताया है। मैं अपनी आखिरी सांस तक काम करती रहूंगी, जब मैं मरूंगी तो मेरे खून का एक-एक कतरा भारत को मजबूत करने में लगेगा।
विधायक लोढा ने कहा कि आजादी से पूर्व की 562 छोटी बडी रियासतों को एक जुट करने वाले अखण्ड भारत के शिल्पकार सरदार पटेल को सच्चे अर्थों में श्रद्धांजलि तभी मानी जायेगी जब हम सब राष्ट्रहित में बिना किसी भेदभाव जाति पंथ के एकजुट रह कर कार्य करें। सरदार पटेल के द्वारा आजादी के आंदोलनों में किसानों की अगुवाई करते हुवे अंग्रेजो को लोहे के चने चबवाने, भारत को आजाद करवाने की महती भूमिका सहित रियासतों के एकीकरण और राष्ट्र के प्रथम गृह मंत्री के रूप में कठोर निर्णय लेने के लिए सदैव याद किया जाएगा।
पालिका अध्यक्ष वजिंगराम घांची ने कहा कि सम्पूर्ण भारत को एकता के सूत्र में पिरोकर रखने में सरदार पटेल का महत्वपूर्ण योगदान था वही इंदिरा गांधी एक आयरन लेडी थी जिसने अपना पूरा जीवन देश की सेवा में न्यौछावर कर दिया। हम सभी को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए।
इस अवसर पर यूथ कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष प्रकाश मीना, पार्षद हबीब शेख, कस्तूर घांची अल्पेश माली, मालम सिंह बालावत, सहवत सदस्य राजेंद्र माली, महेंद्र राठौड़, आरिफ खान, नरेंद्र कुमार मीणा, पंचायत समिति सदस्य पूर्व पार्षद महेंद्र वाघेला, पार्षद पति बलवीर सरदार, पुरुषोत्तम मीनास, रमेश मीणा, नारायण सोनी, धीरज परमार, शहजाद खान, रुस्तम खान, प्रकाश अहीर, ओमप्रकाश सुथार, ममता चितारा, विमला छीपा, प्रताप मेघवाल, मुकेश मीणा मौजूद थे।