सेंट जेकेडी स्कूल में वृक्षारोपण कर मनाया विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस
खास खबरBy Sirohiwale
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
रिपोर्ट हरीश दवे
जल, जंगल और जमीन, इन तीन तत्वों के बिना प्रकृति की कल्पना नहीं की जा सकती है। हमारा देश भारत नदियों, जंगल और वन्य जीवों के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। प्रकृति बची रहेगी, तभी जीवन बचेगा। इसी के प्रति जागरूकता के उद्देश्य से हर साल 28 जुलाई को विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस मनाया जाता है। इसी कड़ी में सेंट जेकेडी इंटरनेशनल स्कूल सिरोही में स्कूल परिसर में स्टाफ के द्वारा वृक्षारोपण कर इस प्रकृति पर्व को मनाया गया। स्कूल स्टाफ ने प्रकृति महत्वता को ध्यान में रखते हुये 10 प्रकार के पौधों को परिसर में लगाया गया।
प्रिंसिपल श्रीमती डिम्पल मेवाड़ा ने स्कूल के बच्चों को वृक्षारोपण के लिये प्रेरित करते हुये कहा कि पेड़-पौधों से जहां वातावरण शुद्ध रहता है। वहीं चारों तरफ हरियाली कायम रहती है तो वृक्ष से जहां मिट्टी की कटान रूकती है तो पर्याप्त मात्रा प्राकृतिक वर्षा की संभावनाएं भी बनी रहती हैं। हमें जीवन में वृक्ष जरूर लगाना चाहिए। वृक्षों की सुरक्षा हमें अपने जीवन समान संजीदगी के साथ करना चाहिए।
स्कूल प्रबंधक मंशा परमार ने कहा कि विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस का उद्देश्य प्रकृति के संरक्षण के लिए जरूरी कदम उठाना है। प्रकृति में असंतुलन होने के कारण ही हमें आपदाओं का सामना करना पड़ता है। ग्लोबल वॉर्मिंग, महामारियां, प्राकृतिक आपदा, तापमान का अनियंत्रित तौर पर बढ़ता जाना आदि समस्याएं प्रकृति में असंतुलन के कारण ही पैदा होती हैं। देश पहले से ही कोरोना महामारी से जूझ रहा है और कई राज्य बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा झेल रहे हैं। हम छोटे-छोटे प्रयासों से प्रकृति का संरक्षण कर सकते हैं।