सेंट जेकेडी इंटरनेशनल स्कूल द्वारा हर वर्ष की तरह इस बार भी विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया
खास खबरBy Sirohiwale
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
रिपोर्ट हरीश दवे
सेंट जेकेडी इंटरनेशनल स्कूल द्वारा शिक्षा देने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर मनाए जाने वाले त्योहारों व दिनों की महत्ता के बारे में भी विद्यार्थियों को हमेशा जागरूक किया जाता है। स्कूल के द्वारा हर वर्ष की तरह इस बार भी विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया। इस दिवस को मनाने की शुरुआत 1970 में हुई थी और इसके बाद से हर वर्ष 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस मनाया जाता है।
स्कूल द्वारा इस बार "पृथ्वी बचाओ" विषय पर विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन चित्रकारी प्रतियोगिता रखी गई जिसमें सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इनके द्वारा भेजी गई पेंटिंग्स का मुरीद पूरा स्कूल परिवार हुआ।
विद्यार्थियों ने घर पर रहकर ही पृथ्वी को संरक्षित करने के लिए पेटिंग्स के माध्यम से सुन्दर संदेश दिया, वहीं अन्य गतिविधियों में भाग लेते हुए पृथ्वी को सुरक्षित करने के लिए शपथ भी ग्रहण की। इस कार्यक्रम को विशिष्ट बनाने में स्नेहा माली, हेमिल रावल , केश्वमित्र राजपुरोहित, दक्ष माली, कृष्णा मेवाड़ा, सान्वी , काव्या राजपुरोहित ,दक्ष कंसारा, निनाद, जयदीप आदि बच्चों का योगदान रहा।
विद्यार्थियों ने ऑनलाइन प्रतियोगिता में भाग लेकर समाज को यह शिक्षा दी कि हमें अपनी धरती की सुरक्षा की जिम्मेवारी स्वयं निभानी चाहिए।
प्राचार्या श्रीमती डिम्पल मेवाड़ा ने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन एवं प्रेरित करते हुए कहा कि इस वर्ष कोरोना काल में पृथ्वी दिवस की थीम पृथ्वी को फिर से अच्छी अवस्था में बहाल करना है। इसके लिए इस बार उन प्राकृतिक प्रक्रियाओं और उभरती हुई हरित तकनीकों पर ध्यान दिया जाएगा, जो दुनिया के पारिस्थितिक तंत्र को फिर से कायम करने में मददगार साबित होंगे।
वही स्कूल प्रबंधक मंशा परमार ने कहा कि आज जिस तरह से प्रकृति का दोहन हो रहा है उससे वैश्विक स्तर पर हमारे भविष्य के लिए चिंता होना स्वाभाविक है। इनके द्वारा पृथ्वी को सततपोषणीय विकास अपनाकर ही बचाया जा सकता हैं।
हम सबको खुली हवा में सांस लेने के लिए अधिक से अधिक पौधारोपण करना चाहिए, ताकि हमारी धरती हरियाली से भरपूर हो जाए और चारों तरफ साफ-सुथरा वातावरण बना रहे। पौधे लगाने से आक्सीजन की कमी न रहे। हम सब को धरती की सुरक्षा के लिए एकजुट होकर काम करना चाहिए, जिसकी शुरुआत बच्चे अपने अभिभावकों के साथ मिलकर करें तथा जन्मदिन व अन्य समारोह पर पौधारोपण जरूर करें। बेहतर कल के लिए आज का श्रम बेहद आवश्यक हैं।