पावापुरी तीर्थ मे 21 वा ध्वजारोहण हुआ आज
खास खबरBy Sirohiwale
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
रिपोर्ट हरीश दवे
सिरोही | पावापुरी तीर्थ जीव मैत्रीधाम मे आज 20 वीं वर्षगांठ पर 21 वा ध्वजारोहण धुमधाम से मुनिराज जयेशरत्नविजय महाराज के सानिध्य मे हुआ। के. पी. संघवी परिवार के प्रमुख किशोर भाई संघवी श्रीमती रतनबेन बी संघवी व उनके समधि अरूण कुमार माणकचंद, दिवीज भाई कोठारी परिवार जयपुर ने परमात्मा शंखेश्वर पार्श्वनाथ जिनालय में परिवारजनो ने विधि विधान के साथ ध्वजा फहराई। भगवान महावीर चोमुखा मंदिर पर कीर्ति भाई, दिलीप भाई, पुनमचंद माणकचंद कोठारी, अंजना कोठारी, समीर भाई, अमरीश भाई ने ध्वजा फहराई।
ध्वजा का वरघोडा नाचते गाते हुऐ मुख्य मंदिर पहुचा जहाॅ पर मुनिराज के सानिध्य में सत्तरभेदी पुजा पढाई गई और परमात्मा का पक्षाल हुआ। पक्षाल का लाभ श्री ओसिया जी सेवक संघ सुरत ने लिया। पावापुरी ट्रस्ट की ओर से अरूण कुमार, पुनमचंद कोठारी, एवं दिवीज कोठारी का बहुमान ट्रस्ट के चेयरमेन किशोर भाई संघवी एवं ट्रस्टी तथा गुजरात लेबर वेलफेयर बोर्ड के चेयरमेन सुनील भाई सिंघी ने माला, साफा एवं गौमाता का स्मृति चिन्ह प्रदान कर स्वागत किया।
पावापुरी मे पशु चिकित्सालय का उद्घाटन हुआ
पावापुरी ट्रस्ट के मेनेजिंग ट्रस्टी महावीर जैन ने बताया कि पावापुरी गौशाला में आज माँ ओसियाँजी पशु चिकित्सालय का उदघाटन श्रेष्ठीवर्य पुनमचंदजी व अरूण कुमार माणकचंदजी कोठारी परिवार जयपुर ने किया। यात्रिक भवन से शोभा यात्रा शुरू हुई जो गौशाला पहुची वहां पर कोठारी परिवार ने कल्पवृक्ष का पौधा लगाया ओर गौशाला से सम्बन्धित जानकारी ली। पुनमचंद कोठारी ने कहा कि के. पी. संघवी परिवार ने जीवदया के लिए आज जो पशु चिकित्सालय शुरू किया है उससे अनेक बीमार पशुओ को राहत मिलेगी ओर उनका जीवन बचेगा। उन्होने संघवी परिवार की जीवदया, मंदिरो के निर्माण, जीर्णोद्वार, चिकित्सा, प्राकृतिक आपदा के साथ साथ शिक्षा के क्षेत्र में समाज के लिए जो अद्वितिय कार्य किये है उनकी जितनी अनुमोदना की जावे वो कम है। उनके यह कार्य क्षेत्र के लिए मील के पत्थर है। ध्वजारोहण के कार्य मे पावापुरी ट्रस्ट के ट्रस्टी सुनील जे सिंघी मफत भाई मुथा, रमण भाई बाफना, हीराचंद मुथा, दिनेश आर. बाफना, नरेश बाफना, महेन्द्र संघवी, पी. जी. मरडिया, भवर लाखेरी, चेतन बाफना, पीयुष चैहान, मनीष जैन, उनमल तातेड, अमृत बी. सिंघी, नवलमल तातेड, अशोक चैहान, सज्जनराज संघवी, हसमुख संघवी, सोहनलाल कोठारी, जीवराज संघवी, अतूल चौवटिया, रमेश जगाणी व दिलीप सी. चैहान व प्रबन्धक सुरेंद्र जैन ने भाग लिया। ध्वजारोहण के बाद मंदिर मे अष्ठप्रकार की पूजा हुई ओर बडी शांति का पाठ हुआ।