बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजनान्तर्गत ’’कन्या पोषण वाटिका’’ कार्यक्रम का शुभांरभ
खास खबरBy Sirohiwale
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
रिपोर्ट हरीश दवे
सिरोही | जिला प्रशासन, पंचायतीराज विभाग व महिला अधिकारिता, सिरोही द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजनान्तर्गत ’’कन्या पोषण वाटिका’’ कार्यक्रम का पंचायत समिति शिवगंज की ग्राम पंचायत पालडी एम के ग्राम वेराविलपुर में शुभारंभ किया गया। जिसके तहत सिरोही जिले के सभी ब्लाॅक मे एक-एक राजस्व ग्राम का भी चयन किया गया है।
सिरोही-शिवगंज विधायक संयम लोढा ने जिला प्रशासन की इस अभिनव पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि गिरता लिंगानुपात ही समाज में कई समस्याओं का कारक है। ऐसे में कन्या भु्रण हत्या रोकने के साथ ही बेटियों को भी समाज में आगे बढने का अवसर मिले इसके लिए सामुहिक प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। उन्होने माननीय मुख्यमंत्री महोदय के घुंघट मुक्त राजस्थान की पहल का जिक्र करते हुए कहा की हमारी बहने घूंघट छोड आगे बढे थोथी बेडियो में न बंधकर स्वयं का विकास करें । उन्होंने कहा कि हम सभी का मिला झुला प्रयास है और हमारे उत्तरदायित्व भी है कि सबको आगे बढने का समान अवसर प्राप्त हों। और बेटा व बेटी में फर्क न रखे।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद ने कहा कि ’’कन्या पोषण वाटिका’’ जिले मे एक नवाचार है। उन्होंने आगे कहा कि बेटियां दो परिवारो को जोडने की कडी है। बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करने के साथ ही समाज में उनके साथ भेदभाव समाप्त हो इसके लिए भी प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। बेटियों को अच्छा पोषण मिले, वे शिक्षित बने इसे सुनिश्चित करना अभिभावको की जिम्मेदारी है। इस अवसर पर जिला कलक्टर ने सहजन की फली के पौधे की गुणवता की जानकारी देते हुए बताया कि इस पौधे की फली में कार्बोहाईड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन ए, सी और बी काॅम्पलैक्स प्रचुर मात्रा में है। सहजन मे दूध की तुलना मे 4 गुना कैल्शियम और दुगना प्रोटीन पाया जाता है। सहजन की फली वात व उदरशूल मे पत्ती नेत्ररोग, मोच, साईटिक, गठिया रोग मे उपयोगी है। जिसका रोपण व उपयोग को बढ़ावा देकर कुपोषण की समस्या का निदान संभव है।
महिला अधिकारिता सहायक निदेशक अंकिता राजपुरोहित ने कहा कि गिरता लिंगानुपात सिरोही जिले के लिए चिंता का सबब बन गया था। Sex Ratio 2015-16 से 2019-20 में 949 से 928 हो गया था। ऐसे में ’’एक पौधा सुपोषित बेटी के नाम’’ कार्यक्रम एक नवाचार के रूप में साबित हुआ। इसके पश्चात जिला प्रशासन एवं महिला अधिकारिता विभाग के संयुक्त प्रयास से ’’एक पौधा सुपोषित बेटी के नाम’’ कार्यक्रम चलाया गया। जिसका शुभांरभ जिला कलक्टर द्वारा 15 अगस्त 2020 को गोयली ग्राम पंचायत से किया गया था। जिसके अन्तर्गत श्याम सुंदर टिबरेवाल, मंगला लक्ष्मी इंडस्टिज आबूरोड के सहयोग से जिले भर में 7500 सहजन फली के पौधे अभी तक लगाए जा चुके है तथा 7500 सहजन फली के पौधे ओर लगाये जाने शेष है। इसे प्रत्येक लाभार्थी जिसके घर पर बेटी का जन्म हुआ है उसके घर पर लगाया जा रहा है। ’’एक पौधा सुपोषित बेटी के नाम’’ कार्यक्रम के बाद बेटियों के जन्म को उत्सव के रूप में मनाने का चलन बढा है इसी का नतीजा है कि अगस्त व सितम्बर माह 2020 में जहाॅ Sex Ratio क्रमशः 896 व 898 था वही अक्टूबर से सुधार हुआ जो 946 व नवम्बर 2020 मे 1003 तथा जनवरी 21 मे 960 तक बढ गया है।
जिला प्रशासन की आगामी माह में मेरी बेटी मेरा गौरव अभियान शुरू किया जाएगा जिसके अन्तर्गत सिरोही जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत पर एक-एक चारागाह भूमि मे मनरेगा के तहत चारागाह विकास कार्य को चिन्हित किया जायेगा। जहां पर उस ग्राम पंचायत में जन्म लेने वाली बेटियों के नाम पर एक पौधा लगाया जायेगा।
कार्यक्रम मे मुख्य कार्यकारी अधिकारी भागीरथ विश्नोई ,शिवगंज उपखण्ड अधिकारी भागीरथ, विकास अधिकारी प्रदीप दवे, सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी, महिला अधिकारिता व महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित रहें।
बेटी जन्म को उत्सव के रूप में मनाने के लिए जिला कलक्टर एवं विधायक द्वारा बेटियों की माताओें को बधाई संदेश, एक पौधा सुपोषित बेटी के नाम शपथ पत्र व कार्यक्रम मे उपस्थित बेटियों के नाम पर सहजन फली का पौधारोपण भी किया गया।