आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना के नवीन चरण का शुभारंभ
खास खबरBy Sirohiwale
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वीसी के जरिए जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों से हुए रूबरू
रिपोर्ट हरीश दवे
सिरोही आमजन के लिहाज से अतिमहत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना का नवीन चरण प्रदेश में शनिवार से प्रारंभ हुआ। आमजन को इस योजना के तहत सामान्य बीमारी के लिए 50 हजार एवं गंभीर बीमारी के लिए साढ़े चार लाख रुपए तक का प्रति परिवार प्रति वर्ष बीमा होगा। वीसी के जरिए इस कार्यक्रम में जिला व ब्लॉक स्तरीय अधिकारी व जनप्रतिनिधियों को जोड़ा गया। जिला स्तरीय कार्यक्रम में विधायक श्री संयम लोढ़ा, विधायक श्री समाराम गरासिया, नगर परिषद सिरोही के चेयरमैन श्री महेंद्र मेवाडा, जिला कलेक्टर श्री भगवती प्रसाद व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश कुमार, एसडीएम हंसमुख कुमार, आरसीएचओ डॉ. विवेक कुमार, पीएमओ डॉ. सुनीता थरेजा, नगर परिषद सिरोही के आयुक्त श्री महेंद्र सिंह, डॉ. दिनेश राठौड, डॉ. लितिन खत्री व जिला आईईसी समन्वयक दिलावर खां वीसी में उपस्थिति रहे।
विधायक श्री संयम लोढ़ा ने बताया कि आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना में खाद्य सुरक्षा योजना के पात्र लाभार्थी और आर्थिक एवं सामाजिक आधारित जनगणना (एसईसीसी) सर्वे में चयनित लोग इस योजना में शामिल होंगे। लाभार्थी परिवार की पहचान जन आधार कार्ड के माध्यम से की जाएगी। इन्हें इंपेनल्ड निजी व सरकारी अस्पतालों में भर्ती होने पर निशुल्क उपचार सुविधा मिलेगी।
जिला कलेक्टर श्री भगवती प्रसाद ने बताया कि इस योजना के तहत 1572 प्रकार की बीमारियों के पैकेज शामिल किए गए हैं। इन पैकेज के अलावा कोविड-19 एवं डायलिसिस का ईलाज भी राज्य सरकार की ओर से देय होगा। योजना के तहत पूर्व की सभी बीमारियां कवर होंगी।
सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि विगत स्वास्थ्य बीमा योजना में तीन लाख रुपए तक की बीमा राशि लाभार्थी को इलाज के लिए मिलती थी लेकिन इस बार आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना में सामान्य बीमारियों के लिए 50 हजार एवं चिन्हित गंभीर बीमारियों के लिए साढ़े चार लाख रुपए का बीमा कवर प्रतिवर्ष होगा। वहीं मरीज के भर्ती होने के पांच दिन पहले एवं मरीज के डिस्चार्ज होने के 15 दिवस बाद की दवाईयां भी चयनित पैकेज में शामिल होंगी।
आमजन जब भी अस्पताल आएं, अपना जनआधार कार्ड अवश्य साथ लेकर जाएं। अस्पताल से डिस्चार्ज के समय फीडबैक फॉर्म अवश्य भरें।