राम मंदिर निर्माण में मातृशक्ति का अमूल्य सहयोग : ऋतु शर्मा
खास खबरBy Sirohiwale
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
बहनों ने बैठक के दौरान समर्पण निधि अभियान को लेकर उत्साह दिखाया
रिपोर्ट हरीश दवे
सिरोही | राम जन्मभूमि अयोध्या में बन रहे भव्य मंदिर निर्माण के लिए चलाए जा रहे समर्पण निधि अभियान में माता बहनों का सहयोग उल्लेखनीय होगा, राष्ट्र सेवा समिति की एक बैठक को संबोधित करते हुए अपने उदगार व्यक्त कर प्रांत प्रचारिका ऋतु शर्मा ने सिरोही नगर की मातृशक्ति से अभियान में जुटने की हुंकार भरी।
रविवार को मुख्यालय स्थित रामझरोखा परिसर में आयोजित राष्ट्र सेविका समिति और मातृ संगठनों एवं समाज की मातृशक्ति की भारी संख्या में उपस्थिति के बीच समर्पण निधि महाअभियान की विस्तृत जानकारी देते हुए उद्देश्यों से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण के साथ-साथ समग्र हिंदू समाज को राम मंदिर से सीधे जोड़ना ही हम सभी की भावना है, प्रभु श्री राम जन-जन के आराध्य हैं।
उन्होंने बताया कि इस अभियान के माध्यम से श्रीराम मंदिर निधि समर्पण के इस विराट कार्यक्रम में मातृशक्ति भी अपना अभूतपूर्व योगदान देगी, इसके लिए महिलाएं भी टोलियां गठित करके और अभियान से जुड़कर घर घर जाएंगी और राम मंदिर के लिए समर्पण करेंगी। उन्होंने कहा कि श्री राम के जन्म स्थान पर बनाया जा रहा भव्य मंदिर किसी एक परिवार या संगठन का एकाधिकार नहीं है
बल्कि यह एक एकजुट हिंदुस्तान की आस्था और शक्ति का केंद्र है इसलिए सभी को यथासंभव सहयोग देना चाहिए। देश के प्रत्येक राम भक्त चाहे वो पुरुष, युवा हो अथवा महिलाएं प्रत्येक राम भक्त को अयोध्या के भव्य मंदिर निर्माण में शामिल होकर इस अभियान में अपनी महत्ती भूमिका निभानी चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी हम पर गौरव कर सके। शर्मा ने बताया कि समर्पण निधि अभियान मकर सक्रांति से प्रारंभ हो चुका है और माघ पूर्णिमा तक चलेगा। अभियान के माध्यम से संग्रहित निधि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास को भेजी जाएगी। बैठक में संतों के संदेश से अवगत करवाते हुए बताया कि अयोध्या में बनने वाला राम मंदिर भारतीय स्वाभिमान के पुनर्जागरण का केंद्र होगा जो भारतीय संस्कृति का संदेश संपूर्ण विश्व में प्रवाहित करेगा।
इस अवसर पर बैठक में सिरोही जिला कार्यवाहिका श्रीमती बीना शर्मा, विभाग कार्यवाहिका श्रीमती पवन शर्मा, जिला सहकार्यवाहिका श्रीमती कौशल्या, श्रीमती कल्पना, श्रीमती संगीता रावल, श्रीमती सारिका सोनी, श्रीमती मधु कंसारा, श्रीमती लक्ष्मी कंसारा, श्रीमती सुनीता देवी, श्रीमती मीना, श्रीमती प्रेमलता, श्रीमती सावित्री भट्ट, श्रीमती गीता बेन, श्रीमती प्रभा सुराणा, श्रीमती विमला, श्रीमती नेहा सोनी जावाल सहित बड़ी संख्या में मातृशक्ति उपस्थित थी।