बीएलओ प्रभु राम को मुआवजे की मांग को लेकर राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर दिया ज्ञापन - गहलोत
खास खबरBy Sirohiwale
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
सिरोही - राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील) के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र गहलोत ने जिला निर्वाचन अधिकारी भगवती प्रसाद के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति, मुख्य निर्वाचन आयुक्त नई दिल्ली के नाम ज्ञापन देकर बीएलओ कार्य को चुनाव ड्यूटी की श्रेणी में मानते हुए सड़क दुर्घटना में मौत के शिकार बीएलओ प्रभुराम मेघवाल को 20 लाख मुआवजा की दरकार की है।
जिलामंत्री इनामुल हक कुरैशी के अनुसार वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र गहलोत ने जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष ज्ञापन मेें बताया कि एसडीएम आबू पर्वत ने निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी के पदनाम से पत्रांक चुनाव/बीएलओ/2017/743/ दिनाँक 20-07-2017 द्वारा लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धारा 13 ग में दिए गए प्रावधान के अंतर्गत प्रभुराम मेघवाल अध्यापक लेवल-1 को चुनाव कार्य हेतु बीएलओ नियुक्त किया गया था । प्रभुराम मेघवाल एक बीएलओ के रूप में निर्वाचक नामावली से लेकर चुनाव सम्बंधित समस्त कार्य का निष्ठा पूर्वक निर्वहन कर रहे थे ।
दिनाँक 4-11-2019 को चुनाव सम्बंधित कागजात लेने प्रभुराम मेघवाल अपने निवास झाडोली आये थे । रात्रि करीब 8.00 बजे मोटरसाइकिल में पेट्रोल भरवाकर लौटते वक्त झाडोली पुलिया के पास एक सड़क दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल होने से अगले दिन अस्पताल मे प्रभुराम मेघवाल की दर्दनाक मौत हो गई ।
जिस पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजस्थान जयपुर ने जिला निर्वाचन अधिकारी सिरोही द्वारा चाहे मार्गदर्शन अनुसार संगठन को प्रेषित पत्र में अंतिम पंक्ति में अंकित किया है कि ““ बूथ लेवल अधिकारी द्वारा किये गए कार्य चुनाव ड्यूटी की श्रेणी में नहीँ आते है।““ श्रीमान मुख्य निर्वाचन अधिकारी के उक्त आदेश से चुनाव कार्य मे निष्ठापूर्वक सेवा दे रहे समस्त बीएलओ में जीवन सुरक्षा कवच को लेकर जबरदस्त भय उत्पन्न हो गया है ।
चुनाव निर्वाचक नामावली तैयार करने उसमे नाम जुड़वाने , नाम संशोधन करवाने से लेकर साल भर बीएलओ केवल शहर ही नहीँ हर गाँव की ढाणी दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में घर घर जाकर फील्ड ड्यूटी देकर सूची बनाते हैं। चुनाव कार्य में थोड़ी भी चूक हो तो बेचारे बीएलओ को तत्काल निलंबित कर उसकी सामाजिक प्रतिष्ठा और राजकीय सेवा पर कुठाराघात करते है। बड़े दुर्भाग्य से लिखना पड़ रहा है कि वही निष्ठावान बीएलओ जिस पर आज चुनाव निर्वाचन नामावली सहित अनेको चुनाव सम्बन्धी फील्ड कार्य के बोझ डाले है उसके निष्पादन अवधि में यदि उसकी दुर्घटना में मौत हो जाती है तो निर्वाचन नियमो में मुआवजे के नाम ठेंगा दिखाया गया है जो कतई स्वीकार नहीँ हो सकता ।
यदि बूथ लेवल अधिकारी के कार्य चुनाव ड्यूटी की श्रेणी में नही आते तो निर्वाचन विभाग ने इसे किस श्रेणी में डाल रखा है ये आज तक स्पष्ट क्यों नही किया ? बीएलओ ड्यूटी को चुनाव ड्यूटी की श्रेणी में मानकर समस्त बीएलओ को सुरक्षा कवच प्रदान कर सड़क दुर्घटना में मृत बीएलओ प्रभुराम मेघवाल की मनोनीत बुजुर्ग विधवा माता को 20 लाख का मुआवजा स्वीकृत किया जावे अन्यथा बूथ लेवल अधिकारी को अलोकतांत्रिक बेगारी लेने के आदेश तत्काल प्रभाव से निरस्त करवाने के आदेश प्रदान कर कार्मिकों सेवा सुरक्षा दी जावे ।
संगठन ने कड़ा ऐतराज जता कर उक्त प्रकरण को आवश्यकता पड़ी तो न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जाएगा । प्रतिनिधिमंडल में जिला मंत्री इनामुल हक कुरैशी , वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगदीश खंडेलवाल , इंदर मल खंडेलवाल , मनोहर सिंह चौहान , गुरुदीन वर्मा , धर्मेंद्र खत्री , किशोर कुमार , सत्यनारायण बैरवा , भगवत सिंह मोरली , अमित मालवीय , रघुनाथ मीणा , अशोक मालवीय , भंवर सिंह दहिया , राजेश कोठारी , ओमजी लाल शर्मा , रवि परिहार सहित सैकड़ों शिक्षक उपस्थित थे ।