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सिरोही नगर को हेरिटेज लुक देने के लिए जिला प्रशासन व स्थानीय विधायक संयम लोढ़ा ने कमर कस ली हैं

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

रिपोर्ट हरीश दवे

सिरोही आजादी के बाद पहली बार किसी विधायक ने नगर परिषद् सभापति व जिला कलेक्टर, जिला पुलिस अधीक्षक, तहसीलदार, एसडीएम व पार्षदो के साथ जिला मुख्यालय के प्रमुख हेरिटेज इमारतो, बावडियों व देवालयों का निरीक्षण किया व वहां की खामिया व बदहाली को चिन्हित कर विधायक व जिला कलेक्टर ने संबंधित कहकमे के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देकर सिरोही नगर के हेरिटेज लुक व स्थानो की स्थापत्यकला को संवारने का निर्देश दिया।

शनिवार को प्रातः 9 बजे से जिला कलेक्टर सुरेन्द्र कुमार सोलंकी, जिला पुलिस अधीक्षक कल्याणमल मीणा, विधायक संयम लोढा, प्रशासनिक अमले व कुछ कांग्रेसी पार्षदो के साथ इमारतो को देखने को निकले जिला मुख्यालय पर यहां का राजमहल, दसवी शताब्दी के बने जैन मंदिर व तेरहवी सं पन्द्रहवी शताब्दी तक के अनेक देवालय धार्मिक महत्त्व का हेरिटेज दर्जा रखते है।

जिसमें जैन समाज के देरासेरी के जैन मंदिरो की स्थापत्यकला व निर्माण शिल्प अभी तक जैन जगत व देशवासियों तक नहीं पहुॅच पाया हैं। हेरिटेज बिल्डिंगो के निरीक्षण के दौरान ऐतिहासिक महामंदिर के राम लक्ष्मण व सीता की मूर्तिया देख विधायक व कलेक्टर अभिभूत हुए व मंदिर की सम्पत्ति लीज व निर्माण पर जाने और इसके घटना स्वरूप पर चिन्ता जता तहसीलदार, एसडीएम व आयुक्त से इस स्थान की पूरी जानकारी चाही।

हेरिटेज बावडियों के निरीक्षण के दौरान रतन बावडी जहां से आमजन को पीने के पानी सप्लाई होती हैं उसमें गन्दगी व कचरा देख जिला कलेक्टर का माथा ठनका और उन्होने जलदाय विभाग के अभियन्ता की क्लास ली उन्होने सरजावाव बावडी, धारा बावडी, कनक बावडी, चम्पा बावडी जिन बावडीयों से आमजन को जलापूर्ति की जा सकती हैं उनकी डी शिल्टिंग करवाने और व्यवस्थित साफ सफाई के भी निर्देश दिये।

उल्लेखनीय हैं कि गत वर्ष स्वयंसेवी संस्था श्री साईनाथ सेवा संस्थान ने नगर की सभी बावडियो को साफ सुथरा व स्वच्छ बनाने की मुहिम छेडी हुई हैं लेकिन नगर परिषद् व जिला परिषद् द्वारा ध्यान नहीं दिये जाने के कारण सभी बावडिया, कुडेदान व कचरा पात्र में तब्दील हो गई है। हालांकि जिला प्रशासन ने जिला मुख्यालय पर हेरिटेज महत्त्व की इमारतो को सुधारने का बीडा उठाया है।

लेकिन ऐतिहासिक पदमजी मंदिर जिसके बाहर महाकवि दुरशा आढ़ा की हाथी पर बैठी प्रतिमा नीलकंठ महादेव मंदिर की बदहाली भी सामने आयी। विधायक ने ऐतिहासिक बग्गीखाना विद्यालय का भी निरीक्षण किया व भाजपा राज में बिक चुके सरजावाव दरवाजे की एक दूकान के बाद ऐतिहासिक यादो को संजोए सरजावाव दरवाजे का भी निरीक्षण कर आवश्यक हिदायते सौन्दर्यकरण के लिए दी। लेकिन जब तक जनता में जाग्रति और जनप्रतिनिधियों में भी अपनी विरासत व धरोहर को संजोए रखने का भाव विकसित नहीं होता तब तक हेरिटेज इमारतो का विकास असम्भव सा लगता हैं तथा प्राचीन बावडियों के संरक्षण की योजनाऐ भी धूमिल नजर आती है नगर के ऐतिहासिक सारणेश्वर लाईब्रेरी के बाहर के अतिक्रमण हटाने में भी नगर परिषद् ने अनदेखी की जहां कल विधायक संयम लोढ़ा ने साढे चार घण्टे तक नगर का भ्रमण कर ऐतिहासिक स्थानो का जायजा लिया

परन्तु कांग्रेस से जीते पार्षदो व विपक्षी भाजपाई पार्षदो ने हेरिटेज महत्त्व की इमारतो को विकसित करने में विधायक के साथ कदमताल मिलाना उचित नहीं समझा। लेकिन जिला कलेक्टर की पहल व विधायक संयम लोढ़ा द्वारा विशेष रूचि लेने के बाद लग रहा है कि हेरिटेज धरोहरो के दिन अब फिरेंगें।

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