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सिरोही नगर के हालात बहाल बेसहारा पशुओ का आतंक, आवागमन में बाधक

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

रिपोर्ट हरीश दवे

अतिक्रमण पर क्यों नहीं होती कार्रवाई प्रशासन किसका कर रहा है इंतजार

सिरोही में भारतीय जनता पार्टी संगठन के बोर्ड व भाजपा संगठन की तकरार का फायदा विधायक संयम लोढ़ा ने जमकर उठाया पर गत नगर परिषद् चुनावो में अपनी चुनावी सभा में भाजपा बोर्ड व पार्षदो के कथित घोटालो को ऐसा मुद्दा बनाया कि भाजपा संगठन नगर में चुनाव प्रचार को ही नहीं उतरा और भाजपा के सभापति के दावेदार अनेक कद्दावर नेता नगर परिषद् का चुनाव हार गये और कांग्रेस ने अभूतपूर्व बहुमत हासिल करते हुए गहरी जन अपेक्षाओं के साथ 30 बरस का भाजपा बोर्ड धवस्त कर कांग्रेस का बोर्ड बनाया और विधायक तथा सभापति की शपथ ग्रहण के दौरान दिये जनता को भाषणो में यह संदेश गया कि अब सिरोही नगर परिषद् का कायाकल्प होगा और भाजपा शासन में हुए

जमीन घोटालो का राजफाश होगा तथा शहर में बढते अनाधिकृत बांध काम व अतिक्रमणों पर अंकुश लगेगा और नगर वासियों को बेसहारा पशुओं की समस्या से निजात मिलेगी तथा सफाई ठेको के भ्रष्टाचार को रोककर नया बोर्ड शहर की बेहतर सफाई व्यवस्था के साथ शहर को सिंगल युज पाॅलिथीन मुक्त कर हर क्षैत्र में विकास के मार्ग में बदलाव का मार्ग प्रशस्त करेगा।

लेकिन बोर्ड बदलने के बाद सिर्फ नाम ही बदला सिरोही नगर परिषद् का लचर सिस्टम पहली बोर्ड मिटिंग में लिये फैसलो पर ही अमल नहीं कर सका न राजस्व वसूली हुई न अवैध अतिक्रमणो के खिलाफ कार्यवाही हुई जबकि अनेक वार्ड मोहल्लो में कच्ची बस्तीयों व सार्दुलपुरा मंें अनाधिकृत निर्माण कार्य धडल्ले से चल रहे है।

नगर परिषद् की पहली बोर्ड मिटिंग में सर्वसम्मत प्रस्ताव लिया गया कि नगर परिषद् के बकाया राजस्व की वसूली की जाये। जिसमें कुम्हारवाड़ा को चिन्हित किया जिसमें सर्वाधिकार अनाधिकृत निर्माण कार्य भाजपा बोर्ड के कार्यकाल में बने तथा शहर में सैकड़ो की तादाद में व्यवसायिक गतिविधियो के केन्द्र आवासीय शुल्क अदा करने वाले तत्व नगर परिषद् को राजस्व चुना लगा रहे है।

जिनके खिलाफ कोई कारगर कार्यवाही नहीं होती।नगर के अनेक मोहल्लों की नालियां कचरे से अटी पड़ी है।गलियों में मच्छरों की भरमार है ।सभापति महेंद्र मेवाडा ने बोर्ड मीटिंग से पहले आयुक्त,सफाई व अन्य ठेकेदारों को बुला सफाई और वार्डो में फॉगिंग मशीन से धुंए का छिड़काव,गलियों में डीडीटी पावडर का छिड़काव,की योजना बना पाबन्द किया था लेकिन धुंए का छिड़काव ओर फैलाव नही हुआ।

सिरोही नगर में कांजी हाऊस को नगर परिषद् ने उजाड ड़ाला तथा जिला प्रशासन से अर्बुदा गोशाला को नगर घुमने वाले बेसहारा गोवंश के आश्रय के लिए लिया और चन्दा व चारे के खेल में अर्बुदा गोशाला महज एक गो यातना घर बनकर रह गया है तथा बेसहारा गोवंश सिरोही नगर परिषद् क्षेत्र में प्रतिबंधित पाॅलिथिन बैग के उपयोग व खुलेआम प्रशासनिक नजरअंदाजी में विक्रय से नगर में जहां पर्यावरण व प्रदुषण खराब कर रहा हैं वहीं नालियों में जल भराव होता है और मुक गोवंश सिंगल युज पाॅलिथिन बैग खाकर अधमरा हो रहा है और अर्बुदा गोशाला के गोचर में पाॅलिथिन बैग खाकर दम तोड़ने वाले गोवंश का कंकाल देखा जा सकता है।

एक तरफ तो सभापति ओर व्यापार मण्ड़ल ढिंढोरा पीटते हैं कि सिरोही नगर को सिंगल युज पाॅलिथिन मुक्त किया जायेगा जगह जगह बेनर व पोस्टर चस्पा किये गये है। गोवंश के आहार के लिए नगर परिषद् सवेरे गो आहार के लिए रिक्शे में डिजल फुंकती हैं करीबन 14 कार्मिक अर्बुदा गोशाला की सेवा में नगर परिषद् ने लगाये है।

लेकिन मौजूदा कांग्रेसी बोर्ड शहर वासियो को न तो आवारा पशुओ की समस्या से निजात दिला पाया न सिंगल युज पाॅलिथिन बैग के उपयोग पर प्रतिबंध लगवा पाया। हांलांकि विधायक संयम लोढ़ा ने गांधी पार्क कायाकल्प की योजना शहरवासियो को बताकर अवश्य प्रभावित करने की कोशिश की हैं और अगर गांधी पार्क सौन्दर्यकरण योजना क्रियान्वित हो गई तो यह देवनगरी सिरोही के विकास में एक प्रगतिशील कदम होगा अन्यथा शहर के अधिकांश बाग जिस पर नगर परिषद् प्रतिवर्ष लाखो रूपया पौधारोपण, बागवानी व रख रखाव में व्यय करती है

लेकिन नगर के चिल्ड्रन पार्क कलेक्टर निवास के निकट, सुभाष पार्क, नेहरू पार्क, शास्त्री पार्क,आवासन मण्डल के पार्क सभी पार्क बदहाली के शिकार है। लेकिन इनमें खर्चा प्रतिवर्ष लाखो की तादाद में होता है। नहरू पार्क में तो गत भाजपा बोर्ड के कार्यकाल में सौन्दर्यकरण के नाम झूले व मनोरंजन के साधन लगाये गये जो अब नदारद हैं या टूट फुट चुके है तथा जलदाय विभाग की टंकी बनाने के दौरान सुभाष पार्क की भूमि व वृक्षो को भारी नुकसान हुआ तथा नेहरू पार्क के बाहर भारी पेमाने पर अवैध अतिक्रमण हुआ।

जहां विधायक संयम लोढ़ा अपने गृह क्षैत्र शिवगंज में जवाई रिवर फ्रन्ट योजना से शिवगंज का विकास करने में अपनी प्रतिबद्धता जता चुके है। वैसे ही सुभाष गार्डन व लाखेलाव तालाब रिवर फ्रन्ट व झोब बुझ में आ रहे टांकरीया बस्ती के गन्दे पानी की रोकथाम में भी मौजूदा बोर्ड व इसके पार्षद आवाज उठाने से कतराते है जबकि विपक्ष की भूमिका से बेदखल भाजपा पार्षदो को मौजूदा बोर्ड के रवैये से हो रही जन परेशानी के खिलाफ आवाज बुलन्द करने में कोई जरूरत महसूस नहीं हो रही है। नगर परिषद् में हुए भाजपा राज में भूमि घोटालो खसरा नम्बर 1218 व अन्य चार पत्रावलीयों समेत राजीव नगर सार्दुलपुरा आवासीय योजना के बारे में कार्यवाही करने को लेकर भी मौजूदा बोर्ड का रवैया अस्पष्ट हैं तथा गत भाजपा बोर्ड में हुए सीसी टीवी घोटाले, हाईमास्क लाईट घोटाले तथा ठेकेदारो द्वारा घटिया निर्माण सामग्री से टूटी फुटी सड़को की जांच कार्रवाई के बावजूद इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होने को लेकर नवनिर्वाचित कांग्रेस बोर्ड भी सवालो के घेरे में आ चुका हैं व जन साधारण का मानना हैं कि बोर्ड में राजनैतिक सत्ता बदली है।

प्रशासनिक जवाबदेही जनहित में कांग्रेस बोर्ड की भी उत्तरदायी भूमिका में नहीं होने से जनता में कांग्रेस बोर्ड के प्रति उदासीनता दिख रही है व आम जनता स्वयं को ठगा सा महसूस कर रही है। क्योंकि बोर्ड बदलने के बाद सिरोही नगर परिषद् के हालात नहीं बदले। सबसे बडी दिक्कत शहरवासी यह मान रहे हैं कि टांकरीया बस्ती का गन्दा पानी जो झोब बुझ नाले से तालाबों में जाता हैं उसकी रोकथाम में भी नवगठित बोर्ड कोई पहल नहीं कर रहा है।

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