खास खबर

अटल बिहारी राजनीतिक शुचिता के प्रतीक : भाजपा

अटल जयंती पर श्रदा से किया याद

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

रिपोर्ट हरीश दवे

सिरोही(हरीश दवे) भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की जन्म जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भाजपा नगर मंडल कार्यकर्ताओं ने एकत्र होकर उन्हें श्रद्धा से याद करते हुए कहा कि अटल बिहारी भारतीय राजनीति में राजनीतिक शुचिता के प्रतिबिंब थे। सभी ने कहा कि भाजपा को बुलंदियों पर पहुंचाने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा जिसे सदेव याद रखा जाएगा और वे हमेशा कार्यकर्ताओं के लिए पथप्रदर्शक बने रहेंगे।

भाजपा जिला कार्यालय में बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उन्हें श्रद्धा से याद करते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके छायाचित्र के समक्ष पुष्प माला पहना पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। इस मौके पर शहर की कच्ची बस्ती में जाकर कार्यकर्ताओं ने निर्धन बच्चों को बिस्किट एवं फल बांटकर देश में खुशहाली की कामना की।

इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व जिलाध्यक्ष लुंबाराम चौधरी ने वाजपेयी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अटलजी का पक्ष- विपक्ष सभी दल आदर करते थे और उन्होंने पार्टी को मजबूत आधार देकर बुलंदियों पर पहुंचाया है। उनकी सोच थी कि सुशासन से ही समृद्धि आ सकती है। इसी प्रकार पूर्व पूर्व जिला महामंत्री एडवोकेट वीरेंद्रसिंह चौहान ने कहा कि अटल बिहारी भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से प्रमुख सदस्य थे हिंदी कवि, पत्रकार व एक प्रखर वक्ता थे वाजपेयी ने प्रधानमंत्री रहते हुए पोकरण परमाणु परीक्षण करके विश्व में देश की स्थिति को मजबूत किया था। चौहान ने उनकी कविता की पंक्तियां "क्या हार में क्या जीत में, किंचित नहीं भयभीत मैं हार नहीं मानूंगा..." सुनाकर उससे सभी को प्रेरणा लेने का आव्हान किया। जिलाउपाध्यक्ष एडवोकेट अशोक पुरोहित ने कहा कि सादगी सरलता के युगपुरुष वाजपेजी की विचारधारा राष्ट्रवादी रही और वे कहते थे कि भारत कोई जमीन का मात्र टुकड़ा नहीं जीता जागता राष्ट्रपुरुष है, हिमालय जिसका मस्तक है कश्मीर की किरीट है, पंजाब और बंगाल दो विशाल कंधे हैं। पूर्वी और पश्चिमी घाट दो विशाल जंघा है, कन्याकुमारी इसके चरण है सागर इसके पग पखारता है। ये वंदन की भूमि है यह तर्पण की भूमि है यह अर्पण की भूमि है। इसका कंकर- कंकर शंकर है, इसका बिंदु- बिंदु गंगाजल है। अटलजी ने कहा कि हम जिएंगे तो इसके लिए मरेंगे तो इसके लिए..." सुनाकर सभी को राष्ट्रभक्ति भावना के प्रति प्रेरित किया।

इस अवसर पर पूर्व भाजपा जिला प्रवक्ता लोकेश खंडेलवाल, पार्षद अरुण ओझा, गोपाल माली, नितिन रावल, प्रकाश पटेल, एडवोकेट वीरेंद्र एम चौहान आदि ने नमन- वंदन कर कहा की भारत के दसवें प्रधानमंत्री के रूप में काम करके लोगों के दिलों में जगह बनाने वाले अटल बिहारी के आज जन्म दिवस पर भारत सरकार देश का भूजल स्तर ऊपर उठाने की "अटल जल योजना" योजना शुरू कर रही है इससे देश का भूजल ऊपर उठेगा, इसी प्रकार लद्दाख को कश्मीर से जोड़ने वाली रोहतांग टनल का नामकरण आज से 'अटल टनल' किया गया है जो मोदी सरकार का सराहनीय कदम हैं।
इस मौके पर पार्टी के गणपतसिंह देवड़ा, राहुल रावल,श्रवण पुरोहित, चिराग रावल, हरिकिशन रावल, चुन्नीलाल पटेल, मनीष पुरोहित, पार्षद गोविंद माली, प्रवीण राठौड़, जितेंद्र खत्री, मनोज जैन, रमजान खान, कपूराराम पटेल, महेंद्र खंडेलवाल, नरेंद्रसिंह भाटी समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।

Categories