बच्चे प्रकृति से जुड़ेंगे तो संवेदनशील इंसान बनेंगे : विधायक लोढ़ा
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
रिपोर्टिंग हरीश दवे
सिरोही विधायक संयम लोढ़ा ने कहा है कि बच्चे प्रकृति से जुड़ेंगे तो संवेदनशील इंसान बनेंगे। उन्होंने कहा कि प्रात काल में पक्षियों का कलरव उगते हुए सूरज की किरणों का सौंदर्य वृक्ष और फूलों की फैलती हुई खुशबू और सप्ताह में एक बार गरीबों की बस्ती में जाना यह सब हमारे बच्चों को संवेदना से भरा व्यक्ति बना सकता है ऐसा व्यक्ति अपने जीवन में जिस क्षेत्र में भी जाएगा समाज को लाभान्वित करेगा।
लोढ़ा गोयली रोड पर स्थित इमानुअल सीनियर सेकेंडरी के वार्षिक उत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि महिलाओं को लेकर सामने आ रही आपराधिक संवेदनहीनता के लिए हम सब जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि अपराधी कही बाहर से नहीं आ रहे हैं हमारे ही बीच से आ रहे हैं। हमें अपने बच्चों को स्त्री का सम्मान करना सिखाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हत्या के लिए पहले से ही फांसी की सजा का प्रावधान है लेकिन इसके बावजूद हत्यायें बढ़ रही है।
यह देखने में आया है कि अपराध करने वाला यह नहीं सोचता कि कितनी और क्या सजा मिलने वाली है। हमें पाखंड और दिखावा छोड़कर स्त्री को इंसान जैसे जीने का वातावरण देना होगा।
लोढा ने कहा कि बचपन हर व्यक्ति के जीवन का स्वर्णकाल होता है परमात्मा का सीधा दूसरा रुप होता है साफ दिल निश्चलता हर व्यक्ति को जोड़ने की क्षमता रखती है उन्होंने विद्यार्थियों और अभिभावकों के उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
नगर परिषद के सभापति महेंद्र मेवाड़ा ने कहा कि 38 साल पहले किराए के मकान में खुला इमानुअल स्कूल आज वटवृक्ष बन गया है। उपसभापति जितेंद्र सिंघी ने विद्यालय की भूरी भूरी प्रशंसा की और कहा कि इस विद्यालय में पढे बच्चों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफलता प्राप्त की है अतिथियों ने प्रतिभावान छात्र छात्राओं को पुरस्कार एवं स्मृति चिन्ह प्रस्तुत किए। टॉम फिलिप्स ने स्वागत भाषण दिया और संचालन हेमा शर्मा ने किया।