खास खबर

समझ, धैर्य, चरित्र और संयम के मामले में स्त्री पुरूष से कहीं अधिक बेहतर : विधायक लोढ़ा

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

रिपोर्टर हरीश दवे

छात्र संघ अध्यक्ष नेहल गोयल व छात्राओं ने किया लोकार्पण का बहिष्कार

सिरोही 03 दिसम्बर (हरीश दवे)। राजकीय कन्या महाविद्यालय सेमिनार हॉल के लोकार्पण समारोह का छात्रसंघ अध्यक्ष नेहल गोयल ने बहिष्कार किया और कहां कि प्राचार्य ने बिना नोटिस के आनन फानन में कार्यक्रम रखवा छात्र संसद को अपमानित किया हैं एवं कॉलेज की छात्राओं को पूर्व में जानकारी नहीं दी अन्यथा लोकार्पण अवसर पर हम भी क्षैत्रीय विधायक व नवनिर्वाचित सभापति का स्वागत करते। उधर राजकीय कन्या महाविद्यालय के सभागार में सेमिनार होल का लोकार्पण करते हुए विधायक संयम लोढ़ा ने कहां कि लड़कियाँ अच्छी जिन्दगी जीना चाहती हैं तो उन्हें पैरो पर खड़ा होना पड़ेगा।

उन्होने कहां कि आर्थिक तरक्की के बिना औरत अपने निर्णय स्वयं लेने में दिक्कते महसूस करेगी। उन्होने कहां कि यह अवधारणा बनी हुई हैं कि पुरूष ज्यादा ताकतवर हैं इसलिए न केवल भारत बल्कि अमेरिका जैसे देश में भी एक ही तरह के काम के लिए औरत की तुलना में पुरूष को अधिक पैसे दिये जा रहे है।

लोढ़ा राजकीय कन्या महाविद्यालय के सभागार में सेमिनार हाल के लोकार्पण समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होने कहां कि मनुष्य ने हर युग में अपने मूल्य बदले है। रामायण काल में सीताजी को रावण उठाकर ले गया लेकिन सीताजी के सम्मान को कोई ठेस नहीं पहुॅची इसके ठीक बाद महाभारत काल में भरे दरबार में द्रौपद्वी का चीरहरण हुआ लेकिन बडे बडे ज्ञानी खामोशी से तमाशा देखते रहे।

दो युगो में इतना बदलाव आ गया। वर्तमान में हैदराबाद व टोंक तथा इससे पूर्व दिल्ली के निर्भया काण्ड़ का जिक्र करते हुए कहां कि इस समय हमारा समाज बिमार हैं, उन्होने कहां कि इसके लिए स्त्री के प्रति समाज की मानसिकता बदलने की जरूरत हैं। उन्होने कहां कि एक प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहां कि लडकी ने कपड़े ऐसे पहने हुए थे इसलिए ऐसा काण्ड़ हो गया तो दूसरे एक मंत्री ने कहां कि पहने हुए कपडो के कारण ऐसा हो गया।

उन्होने कहां कि लड़की क्या कपड़े पहने, यह तय करने का लड़की को अधिकार हैं इसमें किसी दूसरे को पंचायती करने का कोई अधिकार नहीं है।

उन्होने कहां कि शारीरिक रूप से पुरूष की क्षमता ज्यादा हो सकती हैं लेकिन समझ, धैर्य, चरित्र और संयम के मामले में स्त्री पुरूष से कहीं अधिक बेहतर है। महाविद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ. कमला बन्धू द्वारा स्मृति के रूप में उन्हें दी गई महात्मा गाँधी की तस्वीर को लेकर लोढ़ा ने कहां कि विश्व महात्मा गांधी की 150 वीें जयन्ती मना रहा है। आजादी की लड़ाई में गांधी समेत हजारो आजादी के दिवानो ने भयानक अत्याचार सहन किये, उडीसा में भारतीयो की गरीबी के हालात देखकर गांधीजी ने सिर्फ अधोवस्त्र पहने, ऊपर के कपड़ो का सदा के लिए त्याग कर दिया, उनके नेतृत्व में नमक सत्याग्रह के पदयात्रियों को अंग्रेजो ने भयानक अत्याचार किये।

लोढ़ा ने मेरी कॉम, पी.वी. सिन्धू, साईना नेहवाल, कल्पना चावला, बत्ती शर्मा, शाक्षी सुथार का उदाहरण देते हुए लड़कियोें को अन्तर निहित समस्याओ के अधिकतम विकास हेतू प्रेरित किया।

अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में नगर सभापति महेन्द्र मेवाडा ने महाविद्यालय विकास हेतु हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया तथा बालिका शिक्षा को बढावा देने के लिए वर्तमान में राज्य सरकार द्वारा संचालित भिन्न भिन्न योजनाओं की जानकारी दी।

इस कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत करते हुए प्राचार्य डॉ. कमला बंधु ने महाविद्यालय का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए महाविद्यालय की आवश्यकताओं से अतिथियों को अवगत कराया।
इसी अवसर पर विश्वविद्यालय एवं अन्तर महाविद्यालय प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक प्राप्त छात्रा सुश्री साक्षी सुथार का अतिथियो ने सम्मान किया। कार्यक्रम में अन्त में रूसा प्रभारी डॉ. शैलेन्द्रसिंह राठौड, महाविद्यालय में रूसा के अन्तर्गत करवाये गये कार्यो की जानकारी प्रस्तुत करते हुए अतिथियो का आभार व्यक्त किया।

इससे पूर्व लोढा ने द्वीप प्रज्जवलित कर एवं फीता काटकर सेमीनार हॉल का लक्ष्य लोकार्पण किया।तथा कार्यक्रम के समापन पर पौधारोपण किया

Categories