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सभापति को लेकर नगरवासियों का रुझान मन्नू मेवाडा की तरफ,

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

रिपोर्ट हरीश दवे

जितेंद्र सिंघी,अखिलेश मोदी अनिल ऐरन भी दावेदार,क्या भाजपा करेगी नामांकन दाखिल।

सिरोही नगर परिषद चुनाव में कोंग्रेस 22 सीट जीत कर चार निर्दलीयों के समर्थन के अलावा क्रॉस वोटिंग में भी वोट पा सकती है

जिसकी भूमिका विधायक संयम लोढा अपनी भाजपा की बी टीम में पूर्व में निर्धारित कर चुके है।।सिरोही नगर परिषद में कोंग्रेस पार्टी के मनोहर मेवाडा की प्रबल दावेदारी में सोशल मीडिया में भी उनके समर्थन में लहर चल रही
है।कोंग्रेस के निष्ठावान सिपाही मनोहर मेवाडा दो बार पार्षद रह चुके है।एवम कोंग्रेस के विपक्ष काल मे विधायक संयम लोढा के साथ धरना प्रदर्शन और कोंग्रेस को जिताने में समर्पण भाव से काम किया है। और निर्दलीय के रूप में विधायक संयम लोढ़ा को पूर्ण रूप से अपना समर्थन और सहयोग दिया यह पूरी सिरोही नगरी सोशल मीडिया पर कयासों लोग लगा रहे हैं कि अबकी बार विधायक महोदय अगर इनके ऊपर विश्वास जताते हैं तो आगे आने वाले समय में सिरोही को एक अच्छा सभापति मिल सकता है और तीसरी बार भी उन्होंने भाजपा प्रत्याशी को करारी हार देकर सभापति पद के लिए दावेदारी में विधायक संयम लोढा से लेकर प्रदेश कोंग्रेस संगठन और सीएम अशोक गहलोत तक जोर लगाया है।

आज सभापती के नामांकन की आखिरी तिथि है नगर वासियो में चर्चा का विषय है कि कोंन बनेगा सभापति?क्या कोंग्रेस उनके टिकट देगी और नही देगी तो क्या वो निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।हालांकि वो पहले ही कह चुके है कि चुनांव संयम जी के नेतृत्व में लड़ा गया है और पार्टी सोच समझ के निर्णय करेगी।

कोंग्रेस में सभापति पद की दावेदारी में जितेंद्रसिंघी,अखिलेश मोदी की दावेदारी को बल तभी मिल सकता है जब शिवंगज में जैन कम्युनिटी से अध्यक्ष न चुना जाए।कोंग्रेस के पार्षद जितेंद्र ऐरन को सभापती बनाने में जबरदस्त लॉबिंग अग्रवाल कम्युनिटी ओर भाजपा के नेताओ की भी हो रही है।लेकिन सभापती में कोंग्रेस के प्रत्याशी की घोषणा के बाद क्या बगावत होती है।और मनोहर मेवाडा टिकट न मिलने पे बगावत कर सकते है इसकी चर्चा चाय की दुकान से चौपाल तक चल रही है । लोगों का यह मानना है कि अगर सरल स्वभाव और शहर की जनता मैं उनका वर्चस्व एक उदार दिल वाला कहा जाता है और आज तक जो भी गया वह खाली हाथ नहीं लौटता है ऐसे लोगों को अगर सभापति का मौका मिलता है तो वह शहर के लिए कुछ ना कुछ अच्छा ही करेगा और कहीं बीजेपी के जीते हुए पार्षद भी आज उनके बारे में यही कह रहे थे कि अगर वह सभापति के दावेदार होते हैं तो हम भी उनको समर्थन करेंगे ऐसी चर्चा आज चाय की थड़ी ऊपर चलने लगी

क्या सभापति में भाजपा भी सभापति के लिए 9 सीट के बूते चुनाव लड़ेगी या नही यह तो आज नामांकन के बाद ज्ञात होगा।भाजपा सभापती में प्रत्याशी उतारती है तो 4 पार्षदो की क्रॉस वोटिंग का भय सता रहा है

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