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टिकट वितरण से भाजपा में भारी आक्रोश 

भाजपा व कांग्रेस के सामने बागीयों ने ठोकी ताल 


ओटाराम देवासी व जिला प्रमुख समेत टिकट संरक्षण कमेटी पर सवालिया निशान 

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

विधायक संयम लोढ़ा ने रची तिलिस्मी चाल 

सिरोही नगर परिषद चुनावो की धमाल चौकड़ी में सिरोही भाजपा संगठन में चुनावो से पहले सभापति के दावेदारो की गुटबाजी तथा टिकट वितरण में हुई धांधली के खिलाफ भाजपा के कार्यकर्ताओं में गहरा रोष छाया हुआ है

भाजपा के असंतुष्ट को मनाने के लिए हुई बैठक

जिसको लेकर संगठन घाट पर भाजपा कार्यकर्ताओ की बैठक मंडल अध्यक्ष महिपालसिंह चारण की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिसमें टिकट वितरण के तरीको तथा निष्ठावान कार्यकर्ता व लम्बे समय से मीडिया पदाधिकारी हरीश दवे, भाजपा कार्यकर्ता जब्बरसिंह चैहान, शांतिलाल पटेल की पुत्री ममता पटेल, निलेश मालवीय, प्रेमलता खण्डेलवाल, प्रिया त्रिवेदी का टिकट काटने से भाजपाईयो में चुनाव पर्यवेक्षक महेन्द्रसिंह राठौड व चुनाव प्रभारी झालमसिंह रावलोत, भाजपा जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित, पूर्व गोपाल राज्यमंत्री ओटाराम देवासी, जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया की टिकट सलेक्शन कमेटी ने न तो सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं के अनुसार पदाधिकारियों ने वार्डवाईज जानकारी ली न पदाधिकारीयो व प्रत्याशियो के बारे में जानकारी ली तथा भविष्य में जिलाध्यक्ष के चुनावो की तैयारी करते हुए नये गठबंधन में पूर्व गोपालन राज्यमंत्री ओटाराम देवासी व जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया ने आखरी समय सभापति पद के दावेदारो ने आखरी टाइम में रात्रि 3 बजे हरीश दवे, जब्बरसिंह व विभा सुराणा के टिकट कट गए।

हरीश दवे दिखे आक्रोश में

पार्टी चाहती तो हरीश दवे को अन्य सामान्य सीट पर भी चुनाव लडा सकती थी। लेकिन कहीं से भी टिकट नहीं दिया गया जिससे सोशल मीडिया भाजपा विरोधी पोस्ट चालू हो गई । सूत्रों के अनुसार दोपहर में भाजपा जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित व पूर्व गोपालन राज्यमंत्री के सिरोही आने की सूचना पर आक्रोशित कार्यकर्ता जिला कार्यालय पर पुनः एकत्रित हुूए। लेकिन दोनो जन नहीं आये और भाजपा कार्यकर्ताओ ने जिला कार्यालय पर खूब खरी खोटी सुनाई और टिकट काटने की वजह व पार्टी में जातिवाद व परिवारवाद को बढावा देने पर जब्बरसिंह ने जिलाध्यक्ष पार्टी पद से इस्तिफा भी सौपा जिसकी जानकारी प्रदेशाध्यक्ष को भी दी। हालांकी कांग्रेस पार्टी में टिकट देने में विधायक संयम लोढा की भरपूर चली और उन्होने 35 वार्डो में दमदार प्रत्याशी मैदान में उतारे। कांग्रेस जिलाध्यक्ष व विधायक लोढा की गुटबाजी में कांग्रेस खण्ड खण्ड विभक्त है, पर विधायक संयम लोढा ने भाजपा में भी अपने प्रत्याशी उतारते हुए टिकट आवंटन में मौजूदा पार्षद जितेन्द्र सिंघी, ईश्वरसिंह डाबी, महेन्द्र मेवाडा, पिंकी रावल, मारूफ कुरैशी व पूर्व पार्षद जितेन्द्र ऐरन, प्रकाश प्रजापत तथा युवा चेहरो में दिव्या आर्य, ज्योति तोलानी, दिलावर सिंह गोयल,अखिलेश मोदी को मैदान में उतार भाजपा की फुट का फायदा उठाने की कोशिश की है और इन वार्डो में भाजपा के बागी व निर्दलीय भाजपा को नुकसान दे सकते है।

 

भाजपा में सभापति व पद के दावेदार सुनील व्यास के लिए टिकट कटने से खफा पार्षद जितेन्द्र खत्री ने जमकर हायतौबा मचाई व पर्यवेक्षक महेन्द्रसिंह राठौड को भी सरूपविलास परिसर में उग्रता दिखाई जिस पर श्री राठौड ने कहा कि जाओ प्रदेश संगठन से बात करों। भाजपा में सभापति पद के प्रबल दावेदार विरेन्द्रसिंह चैहान को कांग्रेस से जबरदस्त टक्कर विधायक लोढा के चहेते पूर्व पार्षद जितेन्द्र ऐरन से मिल रही है वही अशोक पुरोहित को वार्ड नं. 6 में कांग्रेस से पूर्व पार्षद अखिलेश मोदी से चुनौति मिल रही है और वार्ड में दोनो बाहरी है जिसे लोकल निर्दलीय उम्मीदवार निलेश मालवीय कुछ भी गणित बिगाड कर नगर परिषद के चुनाव में समीकरणो का उलटफेर कर सकते है।

गत विधानसभा चुनावो में भाजपा की करारी हार विधायक पद की दावेदारी की वजह से हुई और सामान्य कैटेगरी व ओबीसी के दावेदारो ने भोपाजी को मुण्डारा जाने को मजबूर किया। लेकिन राजनीति के चतुर खिलाडी भोपाजी ने भी संयम लोढा की तरह सफाई अभियान ऐसा छेडा और टिकट आवंटन में जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया के साथ ऐसी कारस्तानी रची की जो विधायक पद के दावेदार थे सभापति बनने के लिए पार्षद का चुनाव लड रहे है और भाग्य ने उनका साथ दिया तो जनरल सीट पर विधायक की दावेदारी उनकी मजबूत होगी। लेकिन अगर भाजपा संगठन बोर्ड नही बना सका तो जीत किसकी होगी यह नही पर भोपाजी टिकट के दावेदारो की दावेदारी खत्म करवा देगे। उधर संगठन के चुनावो में जिलाध्यक्ष पद पर आंख गढाये बैठे अरूण परसरामपुरिया ने अगले विधायक की दावेदारी में जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया के साथ ऐसी बिसात बिछायी की नगर परिषद चुनावो के पहले 17 मंडल अध्यक्ष बदल दिये, विरोध होने के बाद मामला थमा जिसमें सिरोही मंडल अध्यक्ष पद पर अरूण ओझा की घोषणा हुई थी लेकिन वार्ड नं. 20 में टिकट वरिष्ठ पदाधिकारी हरीश दवे का काटकर अरूण ओझा को देने से भाजपा की भारी फजीहत हुई और वार्ड नं. 20 में दिनेश्वर पुरोहित कांग्रेस से भाजपा से यह सीट निकालने में एडी चोटी का जोर लगा रहे है। वार्ड नं. 20 में अरूण ओझा को भीतरघात के साथ अपनी ही जाति के महेन्द्र व्यास से प्रबल चुनौति मिल रही है तथा अन्य निर्दलीय भी वोट काट रहे है। वार्ड नं. 17 में गीता पुरोहित पूरी मजबूती के साथ जनसम्पर्क में है। जिन्हे में अनेक निर्दलीय के साथ राजस्थान ब्राह्मण महासभा महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष भानु त्रिवेदी (प्रिया) से टक्कर मिल रही है व अन्य निर्दलीय भी गणित बिगाड सकते है। कांग्रेस के जितेन्द्र सिंघी को घेरने भाजपा से टिकट न मिलने पर मनोज जैन ने भी निर्दलीय ताल ठोक दी है।

हालांकी नाम वापसी 9 नवम्बर के बाद अन्तिम पिक्चर सामने आयेगी लेकिन यह तय है कि अगर भाजपा ने डेमेज कंट्रोल कर संगठित होकर चुनाव नही लडा तो इस बार विधानसभा से मुक्त भाजपा सिरोही नगर परिषद से भी मुक्त हो जायेगी और विधायक लोढा इस बार सिरोही नगर परिषद में कांग्रेस का बोर्ड बना पाते है या निर्दलीय सरकार बनाते है इस बात को लेकर पान की गली, हर मौहल्ले, दूकान बाजार, सार्वजनिक स्थान पर चर्चा चल रही है। 

भाजपा के जिला मीडिया संपर्क प्रमुख हरीश दवे ने टिकट वितरण पर अपनी तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि गत विधानसभा चुनाव में विधायक की दावेदारी में भाजपा ने सीट गवाई ओर अब निष्ठावान कार्यकर्ताओ को नगर परीषद में टिकट न दे कर पार्टी में जातिवाद ओर परिवार वाद को बढ़ावा दिया है।अगर भाजपा बोर्ड बनाती है तो स्वागत है टिकट वितरण का अन्यथा संगठन में दवाब बना कर एन टाइम टिकट बदलने वालो को अब मतदाता सबक सिखाएगा। ब्राम्हण महा सभा महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष भानु (प्रिया)त्रिवेदी ने कहा कि वो वार्ड नम्बर 17 से चुनाव लड़ रही है तथा 35 वार्डो में ब्राम्हण समाज और 36 कोम की योग्य महिला और सेवा भावी प्रत्याशियो को समर्थन देगी ताकि स्वच्छ पृष्ठ भूमि के पार्षद नगर के विकास के सहभागी बन सके। वार्ड नम्बर 26 से भाजपा की सिनियर नेत्री महिला मोर्चा दमयंती डाबी को चुनोती दे रही सबसे कम आयु की कोंग्रेस प्रत्याशी दिव्या आर्य ने कोंग्रेस से टिकट मिलने पर विधायक संयम लोढा को आभार जताया।कोंग्रेस ने युवाओ को मौका दिया वार्ड की जनता और मतदाताओं का आशीर्वाद मुझे भरपूर मिलेगा और कोंग्रेस का बोर्ड बनेगा।

 वही कांग्रेस की बात करे तो भाजपा में दिग्गजो के टिकट कटने के बाद समीकरण कांग्रेस की ओर बढ़ते नजर आ रहे है इसका कारण है कि विधायक लोढा ने जिस तरह बुला बुला कर जिताऊ उम्मीदवारों को टिकट दिए है वे भी भारी पड़ते दिख रहे है । ऐसे में अगर लोढा ने गलियों का दौरा ओर उम्मीदवारों के साथ प्रचार प्रसार किया तो भाजपा और निर्दलीयों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है

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