बारिश में ढह सकता है पुराना मलेरिया ऑफिस
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
रिपोर्टिंग हरीश दवे
सिरोही नगर परिषद के अनेक जजर्र भवन जो कभी भी ढह सकते है।जिनसे भारी जान माल का नुकसान हो सकता हैं।नगर परिषद प्रशाशन हर वर्ष इन्हें नोटिस बारिश पूर्व देता है ओर बारिश बीतने के बाद जर्जर इमारत युही रह जाती है और हादसे के बाद नगर परिषद प्रशाशन मलबा हटाने का काम करती है।2 बरस पूर्व जामतींगजी गली में ऐसे ही हादसे में प्रजापत युवक की मृत्य हुई थी।राजमाता धर्मशाला के पीछे रियासतकालीन बारडो की हवेली आजादी के बाद चिकित्सा महकमे को मिली जहाँ मलेरिया ऑफिस चलता था।बन्द होने के बाद बरसो से इसके हिस्से गिरते गए मोहल्ले वासी जर्जर भवन को गिराने को लेकर वार्ड पार्षद के साथ आयुक्त पीएमओ सभापति को शिकायत लिखते रहे पर कोई सुनवाई नही।
आखिर में जिला कलेक्टर तक मोहल्ले वासी एक माह पूर्व पहुचे तथा जिला कलेक्टर की फटकार के बाद नगर परिषद ओर सभापति धनपत सिंह राठौड़ के पुराना मलेरिया ऑफिस का निरीक्षण कर गिराने की बात कही और 15 दिवस पूर्व सड़क को बंद कर दिया और नगर परिषद ओर पीएमओ को जर्जर भवन गिराने में समन्वय के अभाव में भवन तो गिराया नही जबकि 15 तक यातयात बन्द हुआ आम जन का आवागमन बन्द हुआ और आज सवेरे दुपहिया वाहनों के लिए सड़क को खोला तो फिर 15 दिन सड़क बन्द करने का ओचित्य क्या?लेकिन कभी भी अनहोनी बारिश में इस जर्जर भवन से हो सकती है ।और ऐसे ही जर्जर भवन में पूर्व में डॉ राजेन्द्र अरोड़ा भी काल कवलित हो चुके है।तब पुराने कलेक्ट्रेट के पास चिकित्सा विभाग के ही भवन को खाली करने और गिराने के निर्देश हो चुके थे।