राजकीय विद्यालय के आगे उत्कृष्ट, आदर्श, शब्द नहीं लगा सकेंगे
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
राजकीय विद्यालय के आगे से उत्कृष्ट शब्द हटाने की दरकार स्वीकारने पर राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील के मुख्यमहामंत्री धर्मेन्द्र गहलोत ने राज्य के मुख्यमंन्त्री धर्मेन्द्र गहलोत का आभार व्यक्त किया है।
संगठन के जिलामंत्री इनामुलहक कुरैशी ने प्रेसनोट जारी कर बताया कि राज्य में अशोक गहलोत सरकार के गठन के बाद जयपुर निवास पर की गई प्रथम जन सुनवाई में संगठन के महामंत्री धर्मेन्द्र गहलोत ने प्रदेश महामंत्री डॉ हनवंत सिंह मेड़तिया,सिरोही जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगदीश खण्डेलवाल सहित अन्य प्रदेश पदाधिकारियों के साथ उपस्थित होकर राजकीय विद्यालयों के आगे से उत्कृष्ट शब्द हटाकर भाजपा सरकार द्वारा किये शिक्षा के राजनीतिकरण पर विराम लगाने की दरकार की थी।
मुख्यमंन्त्री श्री गहलोत ने इसे गम्भीरता से लेकर तत्काल संज्ञान लेने के उपस्थित अधिकारी को निर्देश दिए थे।गत 25 अगस्त को राज्य के शिक्षामंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा की अध्यक्षता में आहूत बैठक में भी मुख्यमहामंत्री श्री गहलोत ने ज्ञापन में इस मांग को प्राथमिकता से उकेरा था।
ज्ञापन में इस मांग में स्पष्ट किया था कि तत्कालीन भाजपा सरकार ने राजकीय शिक्षण संस्थानों के आगे आदर्श शब्द लगाकर थोथे आदर्शवाद की आड़ में शिक्षा का राजनीतिकरण करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।भाजपा काल मे कम छात्र संख्या का मिथ्या आधार बनाकर 200 से 300 बच्चों वाले विद्यालयों को भी बंद कर राज्य भारी संख्या में बालक बालिकाओं को ड्रापआउट लेने को मजबूर किया गया
जिसका संगठन ने लगातार विरोध प्रकट किया था। भाजपा सरकार को नाम और ड्रेस ,साइकिलों के रंग बदलने ,पाठ्यक्रम में एक विचारधारा विशेष के लेखकों के नाम जोड़ने से ही शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार की संभावना लगती है जो केवल राजनीतिक पराकाष्ठा की पूर्ति करती है। संगठन ने शिक्षा के राजनीतिकरण को रोकने के बेहतर प्रयास पर गहलोत सरकार का आभार व्यक्त किया है।