खास खबर

पर्यूषण पर्व पर आज महावीर स्वामी जन्म वाचन का कार्यक्रम बड़ी धूमधाम से मनाया गया

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर महावीर स्वामी अहिंसा के मूर्तिमान प्रतीक थे। उनका जीवन त्याग और तपस्या से ओतप्रोत था। कुण्डलपुर में पिता सिद्धार्थ और माता त्रिशला के यहाँ तीसरी संतान के रूप में चैत्र शुक्ल तेरस को वर्द्धमान का जन्म हुआ। यही वर्द्धमान बाद में स्वामी महावीर बना। महावीर को 'वीर', 'अतिवीर' और 'सन्मति' भी कहा जाता है।

हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी महावीर स्वामी जन्म वाचन का कार्यक्रम बड़ी धूमधाम से जैन वी सी में वीं के गुरु आचार्य भगवंत द्वारा विधि विधान से पूजा अर्चना करते हुए महावीर स्वामी जन्म वाचन का कार्यक्रम किया गया

इस मौके पर श्रावक श्राविका बड़ी संख्या में आज उपस्थित थे सुबह जाजम बिछाने का मुहूर्त के अनुसार जाजम बिछाई गई उसके उपरांत विधि विधान से सुबह 9:00 बजे व्याख्यान हॉल में प्रवचन गुरु महाराज द्वारा दिया गया

संघ की ओर से चढ़ावे हुए

14 सपनों की संघ की ओर से चढ़ावे किए गए जैन समाज के श्रावक सेविकाओं ने बढ़ चढ़कर बोली में भाग लिया लक्ष्मी जी का चढ़ावा अमृत लाल जी अनराज सिंघी हाल कोनिका ज्वेलर्स चेन्नई द्वारा लिया गया कुछ चढ़ावे ऐसे होते हैं जिनमें बोलियां अधिक बोली जाती है और उसके उपरांत पारना घर ले जाने का चढ़ावा हेमंत कुमार चंपत राजीव हरण द्वारा लिया गया

महावीर स्वामी का जन्म वाचन

गुरु भगवन के द्वारा भगवान महावीर स्वामी का वाचन शुरू किया महावीर स्वामी का जन्म और पालना में भगवान को विराजमान करने का चढ़ावा धनराज जी अरिहंत मेडिकल मेडिकल चढ़ावा द्वारा लिया गया 12:40 पर महावीर स्वामी भगवान का जन्म शुभ मुहूर्त में हुआ और ढोल थाली से स्वागत किया गया और सभी ने सूखा नारियल चढ़ाकर खुशी मनाई और एक दूसरे को खिलाकर महावीर स्वामी के जन्म की बधाई दी

विधायक संयम लोढ़ा भी मौजूद

इस मौके पर विधायक संयम लोढ़ा भी मौजूद थे उनका सिरोही जैन संघ की तरफ से बहुमान किया गया उनके साथ जितेंद्र सिंघी जी जितेंद्र एरन भी मौजूद थे महावीर जन्म वाचन के दिन आप सिरोही जैन संघ में पधारे तहे दिल से उनका धन्यवाद ज्ञापित किया गया

व्यवस्था महावीर मंडल द्वारा

महावीर नवयुवक मंडल के सभी सदस्य मौजूद थे और अध्यक्ष योगेश नितेश विवेक अनूप अतुल ने सभी व्यवस्था सहयोग दिया

स्वामी वात्सल्य का लाभ

महावीर स्वामी के जन्म वाचन के बाद स्वामी वात्सल्य का लाभ बसंत कुमार मोहब्बत मोदी परिवार द्वारा लाभ लिया गया

Categories