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बीस सूत्री कार्यक्रम के लक्ष्यों को पूरी जिम्मेदारी के साथ पूरा करें : डाॅ चन्द्रभान

सिरोही, 08 सितम्बर। बीस सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन एवं समन्वय समिति के उपाध्यक्ष डाॅ. चन्द्रभान ने बीस सूत्री कार्यक्रम को गरीबों के आर्थिक उन्नयन एवं क्षेत्र के सर्वागीण विकास के महत्वपूर्ण कार्यक्रम बताते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस कार्यक्रम के लक्ष्यों को पूरी जिम्मेदारी के साथ पूरा करें।

बीस सूत्री कार्यक्रम के उपाध्यक्ष डाॅ. चन्द्रभान आज कृषि आत्मा सभागार में बीस सूत्री कार्यक्रम की बैठक की अध्यक्षता करते प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी का कर्तव्य है कि वे गरीब व पिछडे लोगों को इस कार्यक्रम के माध्यम से लाभान्वित करें जिससे कि वे आर्थिक व सामाजिक दृष्टि से सबल बन सके। उन्होंने कहा कि योजनाओं का लाभ आम आदमी को मिले इसकी सुनिश्चितता करें साथ ही योजनाओं से गरीब, ग्रामीण एवं जरूरत मंद व्यक्तियों का प्राथमिकता से लाभान्वित करें। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम की शुरूआत प्रधानमंत्री स्वंर्गीय इंदिरा गांधी द्वारा की गई थी। उन्होंने कहा कि गरीब तबका विकास की मुख्यधारा से जोडने और सामाजिक उत्थान के लिए यह कार्यक्रम है। उन्होेेने कहा कि बीस सूत्री कार्यक्रम के लागू होने के पश्चात समय-समय पर गरीबी दूर हुई है। उन्होने इस कार्यक्रम की रैंकिंग के बारे में जानकारी दी। उन्होंने इस कार्यक्रम के लक्ष्यों का समयावधि में प्राप्त करने और आमजन को लाभान्वित करने के निर्देश दिए तथा जिन लक्ष्यों में कम उपलब्धि हासिल हुई है उसे और अधिक प्रयास कर बेहतर करने के निर्देश दिए।

उन्होंने बीसूका में पंचायत राज की मनरेगा व प्रदेश सरकार की फ्लैगशीप योजनाओं के समन्वय से आमजन को लाभ मिल रहा है। उन्होंने बीसूका की बिन्दुवार समीक्षा करते हुए राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी, भूमिहीनों को बंजर भूमि का वितरण, न्यूनतम मजदूरी प्रर्वतन, खाद्य सुरक्षा, ग्रामीण आवास, शहरी क्षेत्रों में ईडब्ल्यूएस/एलआईजी आवास, पेयजल, बाल प्रतिरक्षण, सामाजिक सुरक्षा, स्वच्छता, छात्रवृति, आईसीडीएस योजना, वनरोपण, विकलांगों व अनाथों का पुनर्वास, ग्रामीण प्रधानमंत्री आवास योजना, पम्प सेट को बिजली व बिजली आपूर्ति पर समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए।

बैठक में उन्होंने पंचायती राज विभाग द्धारा जाॅबकार्ड व व्यक्तिगत कार्य पर भी निर्देश दिए। उन्होंने किसान मित्र, श्रमिक कल्याण तथा खाद्य सुरक्षा में पात्र व्यक्तियों को जोडने, जन-जन का स्वास्थ्य, संस्थागत प्रसव, परिवार शौचालय की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि कुपोषित एवं एनिमिया से ग्रस्ति आमजन पर भी विशेष ध्यान देकर सर्वे किया जाए। उन्होंने फ्लैगशीप योजनाओ ंकी समीक्षा करते हुए शुद्ध के लिए युद्ध, निरोगी राजस्थान, मुख्यमंत्री चिंरजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, स्कूली शिक्षा, महात्मा गांधी अग्रेजी माध्यम स्कूल, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, सिलोकोसिस, एकल नारी सम्मान योजना, वृद्धजन पेंशन योजना,विशेष योग्यजन सम्मान पेंशन योजना, मुख्यमंत्री पालनहार योजना, मुख्यमंत्री लघु प्रोत्साहन योजना तथा युवा सम्बल योजना , काॅलेज शिक्षा, इंदिरा रसोई योजनाओं की समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

बैठक में क्षेत्रीय विधायक संयम लोढा ने मनरेगा में श्रेणी 4 के कार्य जो लिए गए है, लेकिन उन पर किसी तरह का ध्यान नहीं दिया जा रहा हैं की बात कहीं और औसतन मजदूरी पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि एस सी जाति वर्ग के विद्युत कनेक्शन के लिए डिमांड नोटिस जारी नहीं हुए है की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सिलोकोसिस बीमारी की रोकथाम के लिए कार्य स्थल पर नियमों का पालना नहीं होने से सिलोकोसिस के मरीजों की सख्ंया बढ रही है, इसके लिए विभाग द्धारा नियमों का पालन सख्ती से कराए। उन्हांेने प्रधानमंत्री आवास योजना में भुगतान की किश्तों व शहरी क्षेत्र में सबसे के लिए आवास में आवास कितने स्वीकृत हुए और कितनों को सुविधा मिल चुकी है की बात रखी।

बैठक में जिला कलक्टर डाॅ भंवर लाल ने बीसूका के अन्तर्गत वर्ष 2021-22 एवं 2022 - 23 जुलाई माह के लक्ष्यों के विरूद्ध अर्जित उपलब्ध्यिों की जानकारी देते हुए अधिकारियों से कहा कि वे योजनाओं के शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सकारात्मक सोच रखते हुए समर्पण की भावना से कार्य करें ताकि गरीब लोगों को कल्याणकारी योजनाओं का अपेक्षित लाभ मिल सके।
बैठक का संचालन मुख्य कार्यकारी अधिकारी डाॅ टी शुभमगला ने किया और पंचायतीराज की योजनाओं के बारें में विस्तार से जानकारी दी।
बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता, अति. कलेक्टर कालूराम खौड समेत संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।

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