सावन के आखरी सोमवार की बारिश ने बदली देंवनगरी की फिजा, मौसम बना रमणीय, खड्डों में है नगर की सड़कें
सावन के आखरी सोमवार की बारिश ने बदली देंवनगरी की फिजा,मौसम बना रमणीय, खड्डों में है नगर की सड़कें। नगर परिषद की सफाई अव्यवस्था व सीवरेज के अधूरे कार्यो के नतीजे जनता भुगतने को मजबूर।
सिरोहीवाले ब्यूरो ऑफिस
हरीश दवे, सिरोही
सिरोही। देंवनगरी सिरोही के अधिपति सारणेश्वर नाथ भगवान ने भीषण गर्मी, सुखी प्यासी धरती, प्यासे जीव जंतु और वन्य जीवों को राहत देने में इस बार एक भी सावन का सोमवार खाली नही गया और हर सोमवार की बारिश का रिकॉर्ड तोड़ते इंद्र देवता आज सुबह से जिले व मुख्यालय के आस पास अनेक स्थानों पर जम कर बरसे। जिससे अनेक नदियो व बरसाती नालों के झोप सिरनवा की पहाड़ियों से निकलने वाले झरने व नालो से झोप व बुझ नाले में पानी की आवक से तालाब के डिसिलटिंग करवाये खड्डे भरे।
वही सिरनवा की पहाड़ियों का पानी पुराने सिटी की गलियों से पूरे सदर बाजार, नीलमणि चौक से आयुर्वेदिक चौराहे व सदर बाजार में घुटनो तक पानी चला व दो घण्टे तक जीवन ठहर सा गया। पानी का बहाव इतना तेज व गतिशील था कि साइकल व बाइकर्स को सरजावाव दरवाजा मार्ग में रुकना पड़ा।
उधर सीवरेज के पेलेस रोड के सड़क कार्य मे सीवरेज, नगर परिषद द्वारा सड़क पे सड़क बनने से स्कूल की हाइट नीचे व सड़क ऊपर आने के बाद जल निकासी के ओल्ड बिल्डिंग भवन में सुचारू प्रबन्ध नही करने से पूरी स्कूल में पानी भर गया व स्कूल प्रबंधन को छुट्टी करनी पड़ी वही बालमंदिर के बाहर जल भराव ने हालत और राहगीरों की विकट कर दी। बस स्टैंड, नगर परिषद के सामने, छोटी मस्जिद व सारणेश्वर मार्ग दर्शन करने वाले पैदल श्रद्धालुओ व वाहन धारकों को आवागमन में भारी त्रासदी झेलनी पड़ी। वही संतोषी माता मंदिर के सामने सीवरेज के अधूरे काम मे एक मारुति खड्डे में धस गई जिसकी शिकायत पर सुनवाई नही होने पर जिला कलेक्टर व एलनटी के अधिकारियों को बताने के बाद फसी कार को तीन घण्टे बाद निकाला गया।वही सफाई ठेकेदार के कार्मिकों की हड़ताल से होस्पिटल मार्ग पे कचरे, पॉलीथिन व गोवंश के झमघट में मरीजों के परिजनों, कॉलेज, स्कूल के छात्रों ने आवागमन में मुसीबतें झेली।