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दूधिया ओर निडोरा तालाब के बबूल ओर कटीली झाड़ियो को हटवाएगी जिला जल बिरादरी

दोनो तालाबो से बबूल कटाई व डिसिल्टिंग की कार्य योजना तैयार।

निडोरा व दूधिया के अवरुद्ध आवक मार्ग खुलवाने की जिला प्रशासन से की गुहार।

बारिश आने तक महिलाओं ने श्रमदान का लिया संकल्प

सिरोही, 2 जून। मानसून पूर्व प्यासी धरती की प्यास बुझाने व वर्षा जल भण्डारण अभियान में जुटी जिला जल बिरादरी इसी सप्ताह में निडोरा व दूधिया तालाब में खड़ी बबूल की झाडिया ज़न सहयोग से साफ करवा जिला प्रशाशन की अनुमति से इसी सप्ताह डिसिल्टिंग के कार्य की कार्य योजना पर कार्य करेगी ताकि वर्षा जल भण्डारण से नगर के भूगर्भ क्षेत्र में जल स्तर बढ़ सके।

जिला जल बिरादरी के सचिब हरीश दवे ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि अध्यक्ष एडवोकेट सुरेश चंद्र सुराणा व कोर कमिटी में तय कार्य योजना के मुजब प्रथम चरण में लाखेलाव, कालकाजी तालाब में बबूल कटाई का कार्य चल रहा है।व अधिशाषी अभियन्ता की मार्किंग के बाद डिसिल्टिंग का कार्य भी बदस्तूर चालू है। मानसून नजदीक आता जा रहा है उससे पूर्व सभी तालाबो के जल आवक मार्ग खुलवाने का ज्ञापन जिला कलेक्टर को दिया जा चुका है जिसमे जिला प्रशासन द्वारा गठित कमिटी सिरोही एसडीएम, तहसीलदार, इरिगेशन, व नगर परिषद के अभियंताओं के साथ आवक मार्ग दुरस्त करने में तकनिशियन्स के साथ जुटी हुई है।

दवे ने बताया कि अध्यक्ष सुरेश जी सुराणा, उपाध्यक्ष आशुतोष पटनी ने निडोरा व दूधिया तालाब में बबूल कटिंग व डिसिल्टिंग के लिए क्षेत्र की जनता,जागरूक जल सरंक्षण कार्य के इच्छुक जनो व गोयली ग्राम के प्रबुद्ध जनो ब दानदाताओं के सहयोग से इस कार्य का बीड़ा उठाया है। आज दूधिया तालाब इसके अस्तित्ब की रक्षा से जूझ रहा है व इसके केचमनेंट एरिया व जल आवक मार्ग बुरे तरीके से अतिक्रमणों की चपेट में अवरुद्ध है जिन्हें खुलवाने का जिला प्रशासन को अनुरोध किया है।

जिला जल बिरादरी के अध्यक्ष सुरेश चंद्र सुराणा ने आम जनता को अपील कर आव्हान किया कि नगर के सातो तालाब के सरंक्षण, बबूल कटवाने व डिसिल्टिंग के साथ आवक मार्ग खुलवाने के अभियान में तन मन धन श्रम से सहयोग करे। उन्होंने इस पुनीत कार्य के लिए अपने दिवंगत भ्राता नरेंद्र कुमार सुराणा की स्मृति में जिला जल बिरादरी को 51हजार की राशि जल सरंक्षण समर्पण निधि का चेक दिया। और जन सहयोग से कार्य को तीव्र गति से आगे बढ़ाने की बात कही। दूधिया तालाब में नित रोज सारणेश्वर महादेव मंदिर दर्शनार्थ जाने वाली महिलाओं ने मनोयोग से दूधिया तालाब में श्रमदान किया व बारिश आने तक श्रमदान का संकल्प लिया। अनेक युवाओ ने भी निर्माण ठेकेदारों डाले जाने वाले कचरे पॉलीथिन थैली व मलबे को हटा श्रमदान से मिट्टी हटाने का पुण्य कार्य कर जनता में तालाबो के सरंक्षण में अपनी भावना व्यक्त की। जिसकी सीख हर नागरिक को लेनी चाहिए।

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