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बच्चे की प्रतिभा को पहचान,आगे बढऩे का अवसर दिलवाने का दायित्व निभाएं शिक्षक : लोढ़ा

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

विधायक संयम लोढ़ा ने तहसील क्षेत्र के विभिन्न गांवों में संचालित राजकीय विद्यालयों के वार्षिकोत्सव में की शिरकत

रिपोर्ट हरीश दवे

विद्यालयों में नवनिर्मित कक्षा कक्षों का भी किया विधिवत उद्घाटन

बच्चों से किया सीधा संवाद, अपनी प्रतिभा के अनुसार आगे बढऩे के लिए किया प्रेरित, चांदाना गांव के यूट्यूबर १५ वर्षीय अर्थवादित्यसिंह राव उर्फ आदि का दिया उदाहरण

सिरोही-शिवगंज । मुख्यमंत्री के सलाहकार विधायक संयम लोढ़ा ने शिक्षक समुदाय से आग्रह किया कि वे बच्चों की प्रतिभा को पहचान उसे उसी के अनुरूप आगे बढ़ाने के अपने दायित्व का पूर्ण निष्ठा के साथ निर्वहन कर अपनी भूमिका को सार्थक करें। वे रविवार को तहसील क्षेत्र के अरठवाडा, बागसीन, अंदोर, ओडा व तलेटा गांवों के राजकीय विद्यालय में आयोजित वार्षिकोत्सव समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर विधायक ने विद्यालयों में निर्मित कक्षा कक्षों का विधिवत उद्घाटन भी किया तथा बच्चों से सीधा संवाद कायम करते हुए उनको अपनी प्रतिभा के अनुसार आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया।

राजीव गांधी केरियर गाईडेंस पोर्टल का जिक्र करते हुए विधायक ने कहा कि प्रत्येक बच्चे की प्रतिभा को पहचानकर उसे आगे किस क्षेत्र में जाना है उसके लिए उसे प्रेरित करने का दायित्व विद्यालय प्रशासन का है। जिसका निर्वहन प्रत्येक विद्यालय को पूरी निष्ठा के साथ करना चाहिए। विधायक ने बच्चों से सीधा संवाद करते हुए कहा कि अब वह जमाना नहीं रहा, बच्चे को पढ़ाई करने के बाद डिग्री लेकर नौकरी करना आवश्यक नहीं है। आज जमान वह है कि बच्चे में जो भी प्रतिभा है वह उसके माध्यम से आगे बढक़र अर्थ उत्पादन कर सकता है।

विधायक ने चांदाना गांव के अर्थवादित्यसिंह राव जिसकी उम्र मात्र १५ वर्ष है का उदाहरण देते हुए कहा कि इस बच्चे के यूट्यूब पर १ करोड़ से भी अधिक फोलोवर है तथा यह बच्चा इसके माध्यम से हजारों रूपए कमा रहा है। इसी प्रकार आज यूट्यूब के माध्यम से करीब ७ लाख लोग हजारों रूपए कमा रहे है। उन्होंने लडकियों से भी कहा कि उनके पास भी अपनी प्रतिभा के अनुसार रोजगार के कई अवसर है।

उन्होंने बालिकाओं से कहा कि वे भाज्यशाली है कि वे इस दौर में पैदा हुई है। आज मां-बाप की सोच बदली है। समाज का नजरिया बदला है। बेटा हो या बेटी दोनों के लिए समान रूप से आगे बढऩे के अवसर है। वरना एक जमाना हुआ करता था जब बेटी का जन्म होना अभिशाप समझा जाता था। बच्ची को जन्म से पहले ही मार दिया जाता था। आज के दौर में भ्रूण परीक्षण पर पूरी तरह से रोक है। यदि कोई चिकित्सक भ्रूण परीक्षण का दोषी पाया जाता है तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाता है।

बालिकाओं को बनाए काबिल

इस अवसर पर विधायक लोढ़ा ने अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि आज राज्य सरकार भी बालिकाओं को आगे बढ़ाने के लिए कई योजनाओं का संचालन कर रही है। हमारे जिले में भी सिरोही में लडकियों के कॉलेज का पीजी कॉलेज में क्रमोन्न किया गया है।

कालंद्री में अलग से महिला कॉलेज खोला गया है। नर्सिग कॉलेज की सौगात मिली है। इसके अलावा पालड़ी एम के समीप मेडिकल कॉलेज बन रहा है। जहां हर वर्ष 100 से 150 विद्यार्थी डॉक्टरी की शिक्षा हासिल कर सकेंगे। राज्य सरकार भी बच्चों को उच्च अध्ययन के लिए अपने खर्चे पर विदेश भेज रही है। इन सभी का फायदा तभी होगा जब माता-पिता बच्चों को काबिल बनाए। इस अवसर पर अरठवाडा सरंपच मुकेश राणा, नारायणसिंह देवडा, पूरणसिंह देवडा, ब्लॉक मुख्य शिक्षा अधिकारी जोगाराम राठौड, अंदौर सरपंच, ओडा सरपंच सहित कई जनप्रतिनिधि, अभिभावक एवं शिक्षणगण उपस्थित थे।

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