केंद्र कोरोना फ्री वेक्सीन लगाने का राग अलापना बन्द करे - धर्मेंद्र गहलोत (राजस्थान शिक्षक संघ)
सिरोही - राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील) के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मेंद्र गहलोत ने केंद्र सरकार के कोरोना फ्री वेक्सीन प्रचार पर कडा एतराज प्रकट कर डीए व डीए का एरियर अविलम्ब रिलिज करने को लेकर प्रदर्शन कर जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं वित्त मंत्री सीतारमन के नाम ज्ञापन दिया।
संघ (प्रगतिशील) के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र गहलोत ने देश की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं वित्त मंत्री सीतारमन को भेजे ज्ञापन में बताया कि महंगाई आसमान छू रही है फिर भी मार्च 2020 से आज तक देश के सभी स्तर के कर्मचारियों का महंगाई भत्ता केंद्र ने रोक रखा है। यदि ऊपरी तौर से भी गिनती करे तो एक एक कर्मचारी का एक लाख औसत डीए बनता है। देश मे करीब लगभग 7 करोड कर्मचारी कोरोना वॉरियर्स तैनात है जिनका लगभग 7 लाख करोड रुपया सरकार के पास जमा है जिसके आज तक के ब्याज से ही वेक्सीन की खर्च पूर्ति हो सकती है। पहले सरकार हमारे डीए का भुगतान करे बाद में तो उसे कोरोना फ्री वेक्सीन का सारा श्रेय देश के उन समस्त कोरोना वॉरियर्स कर्मचारियों को देना चाहिए जिन्होंने दिन रात एक कर अपनी जाने तक गंवाकर देश की जनता की इस महामारी में तन मन और धन से सेवा की है। आजादी के बाद चेचक, पोलियो, हैजा, प्लेग जैसी अनेक महामारियों पर तत्कालीन सरकारों ने टीकाकरण किया और उस पर शत प्रतिशत विजय पाने के बावजूद कभी फ्री टीकाकरण करने की चुनावी राजनीति नही की।
साथ मे उन समस्त विकट काल मे उन सरकारो ने ना कभी कर्मचारियों के डीए को रोका और न कभी वेतन आयोग के लाभ प्रतिबंधित किया।केंद्र की वर्तमान सरकार ने तो अकारण अपने कार्मिको के सातवें वेतन आयोग में कोई खास फायदा नहीं दिया और अब इनकी गिद्ध दृष्टि डीए डकारने पर लगी है। देश के कर्मचारी का आर्थिक गला घोंटने केंद्र का हर कदम खुद के पाँव पर कुल्हाडी मारने वाला साबित होगा। केंद्र द्वारा कोरोना फ्री वेक्सीन के विज्ञापन में जो धन लगाया है उसमें हम कोरोना वॉरियर्स किसी भी वर्ग के कार्मिक के सहयोग या शहादत की एक लकीर तक नजर नही आना बडा पीडा दायक प्रतीत हो रहा है। अपने सिपाहियों की शहादत का श्रेय राजा को मिलता जरूर है। लेकिन राजा का फर्ज है कि उनकी शहादत को जनमानस में गौरान्वित कर उसे आने वाली पीढी के लिए प्रेरणास्रोत के रूप में पेश करे। अन्यथा आने वाली और वर्तमान पीढी राजा को सिंहासन मुक्त करने पर मजबूर हो सकती है।
संगठन ने जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर केन्द्र सरकार द्वारा रोके गये डीए एवं डीए एरियर को अविलम्ब रिलिज किये जाने की मांग की। प्रतिनिधि मण्डल में डॉ.हनवन्तसिंह मेडतिया, जिलाध्यक्ष विक्रमसिंह सोलंकी, जिला मंत्री इनामुल हक कुरैशी, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगदीश खण्डेलवाल, भगवत सिंह देवड़ा जिलाउपाध्यक्ष, उपशाखाध्यक्ष देवेश खत्री, मनोहरसिंह चौहान, सविता शर्मा, ओमजीलाल शर्मा, भंवरसिंह दहिया, गुरूदिन वर्मा, इन्दरमल खण्डेलवाल,धर्मेन्द्रखत्री,भीखाराम कोली,ललितबाबू देववंशी,राजेश कोठारी,जलालुद्दीन,मुनीर हुसैन,सत्यप्रकाशआर्य सहित अनेक शिक्षक नेता उपस्थित हुए।