प्रवासी रमेश त्रिवेदी ने लगाई सीएम अशोक गहलोत को गुहार,मकान के दोनो तरफ जर्जर भवनों से निज मकान में जान माल का खतरा
अनेक बार दी ग्राम पंचायत को दरख्वास्त पर सचिव ने मौका निरीक्षण कर के भी नही कार्रवाई।
सिरोही हरीश दवे | सिरोही पंचायत समिति की डोडुआ ग्राम पंचायत के निवासी हाल मुम्बई रमेश कुमार पुत्र मीठालाल त्रिवेदी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिख गुहार लगाई की उनका आवासीय मकान डोडुआ में आया हुआ है जिसके अगल बगल में दीपक अमृत लाल व कैलाश कुमार भबूतमल के जीर्ण शीर्ण जर्जर मकान आये हुए है व एक मकान तो नींव कमजोर होने से गिर चुका है व दीवारों में पेड़ और मकान में झाड़ियां उग आईं है।
जिसमे से आये दिन जहरीले जीव जंतु निकलते है।व बरसात के दौरान बारिश के पानी की निकासी इन जर्जर भवनों से नही होती और जल भराब और जल रिसाव से मेरे मकान की नींव कमजोर हो चुकी है व पानी का भेद आने से पूरा मकान क्षति ग्रस्त हो चुका है।
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में रमेश त्रिवेदी ने बताया कि गत पंचायत के कार्यकाल व मौजूदा पंचायत में भी गत 24सितंबर को सचिव को पत्र लिख अवगत कराया कि उन्होंने पड़ोसी दीपक कुमार (मप्र)व कैलाश कुमार(महारास्ट)को भी अनेक मर्तबा फोन से अवगत कराया कि वो अपने जर्जर मकान की दीवार का सीमेंटीकरण या प्लास्टर कर वर्षा जल निकासी का प्रबन्ध कराये व दीवारों के आस पास पेड़ व घास झाड़ी की कटाई करवाये।
लेकिन वो सुनवाई भी नही करते न ग्राम पंचायत इस बाबत नोटिस दे कर मेरे पड़ोसियों के जर्जर मकानों जिनका अवलोकन पूर्व में ग्राम विकास अधिकारी कर चुके है इनके खिलाफ कार्रवाई करते।पत्र में रमेश त्रिवेदी ने कहा कि वो हाल मुम्बई रहते है व दोनो जर्जर मकानों के जल रिसाव से उनके घर के अंदर का भाग खराब होता है। व भारी बारिश के दौरान जल निकासी के अभाव में मेरा मकान धराशाई होता है ओर जान माल का नुकसान होता है तो इसकी पूर्ण जिम्मेदारी ग्राम पंचायत डोडुआ और मेरे पड़ोसी मकान मालिक दीपक कुमार व कैलाश कुमार की रहेगी। मेरे मकान को हो रहे नुकसान व कही बारिश में गिर न जाये के अंदेशे में मेरा परिवार अपने घर मे जाने से भी कतराता है।
फरियादी रमेश त्रिवेदी ने लिखे पत्र में सीएम अशोक गहलोत को गुहार लगाई की इस बाबत नियमानुसार कार्यवाही के आदेश जिला कलेक्टर को जारी कर मेरे मकान में जान माल को होने वाले नुकसान को रोकने में ग्राम पंचायत डोडुआ से करवाई करावे ।