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एस. पी. कॉलेज में योगमय हुआ वातावरण छात्रों ने सीखे जीवन को बेहतर बनाने के गुर

सिरोही। एस पी कॉलेज में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर ऑनलाइन योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कर्यक्रम में कॉलेज की प्रध्यापक एवं योग प्रशिक्षक अंशु नरुका ने योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए योग साधना को भारत का अभिन्न अंग बताया उन्होंने बताया कि योग मानव जीवन के कल्याण और बेहतर स्वास्थ्य की कुंजी है। वर्तमान परिस्थिति में योग के माध्यम से ही सकारत्मकता पाई जा सकती है और योग हो वह अस्त्र है जो विश्व शांति स्थापित कर सकता है। साथ ही उन्होंने छात्रों को सूर्य नमस्कार, भ्रामरी, अनुलोम विलोम आदि प्राणायाम के गुर सिखाए। कॉलेज की छात्रा पूजा जोधा ने शीर्षासन, गोमुखासन, मयूरासन आदि करते हुए अपनी योग स्किल्स का प्रदर्शन कर और अन्य छात्रों को भी प्रेरित किया। इस दौरान कॉलेज के विज्ञान, वाणिज्य, कम्प्यूटर एवं कला संकाय के यूजी व पीजी के सभी छात्रों ने सामूहिक रूप से योग कर कार्यक्रम को सफल बनाया। इस अवसर पर कॉलेज सह निदेशक आदित्य पटनी ने बताया कि योग एक पूर्ण विज्ञान है। यह शरीर, मन, आत्मा और सम्पूर्ण ब्रह्मांड को एक माला में पिरोकर रखता तभी तो गीता में भी कृष्ण ने अलग अलग रूप में योग के महत्व का प्रतिपादन किया गया है। योग के दैनिक अभ्यास से हमारी अंत: शांति, संवेदनशीलता, अंतर्ज्ञान और जागरूकता बढ़ती है। कार्यक्रम के अंत में प्राध्यापक सुनीता जैन ने बताया कि "स्थिरं सुखम आसनं" अर्थात योगासन प्रयास और विश्राम का संतुलन है। हम आसन में आने के लिए प्रयास करते है फिर वही विश्राम करते है। योगासन हमारे जीवन के प्रत्येक पक्ष को संतुलित करता है। कार्यक्रम संचालन में प्राध्यापक हितेश सुथार एवं मनीष परमार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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