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साँई इतना दीजिए, जामे कुटुंब समाए; मैं भी भूखा न रहूं, साधु भूखा न जाए

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

विधायक लोढ़ा ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री से किया आग्रह, लॉकडाउन बढ़ाने का नहीं खोलने का रास्ता सोचिए

रिपोर्ट हरीश दवे

सिरोही | शिवगंज विधायक संयम लोढ़ा आम जन की भावनाओं को समझते हुए समय समय पर सरकार को सलाह देते रहे है। कई बार उनकी सलाह पर मुख्यमंत्री ने भी अमल करते हुए जनहित में निर्णय लिए है। इस बार भी जब लॉकडाउन को एक पखवाड़े तक बढ़ाए जाने की मंत्रीमंडलीय समिति की ओर से सिफारिश की गई तब विधायक लोढ़ा ने अल सुबह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविन्दसिंह टोडासरा को टेग करते हुए एक ट्वीट किया कि साँई इतना दीजिए, जामे कुटुंब समाए। मैं भी भूखा न रहूं, साधु भूखा न जाए।

इस ट्वीट के साथ विधायक लोढ़ा ने गत ११ मई को मुख्यमंत्री की ओर से आयोजित वर्चअल सर्वदलीय बैठक में अपने संबोधन के वीडियों का एक भाग भी अटेच किया है। विधायक लोढा का यह ट्विट सियासी गलियारों में दिन भर चर्चा का विषय बना रहा।

इस ट्वीट के माध्यम से विधायक लोढ़ा ने लॉकडाउन को बढाने नहीं बल्कि खोलने का रास्ता सोचने की तरफ इशारा करते हुए सरकार को अल्प मध्यम व मध्यम वर्ग के लोगों की भावनाओं का ख्याल रखते हुए निर्णय लेने की सलाह दी है। ट्वीट के माध्यम से विधायक लोढा ने सरकार को बताया है कि कमजोर व मध्यम वर्ग का आदमी इतनी कठिनाईयों में पड जाएगा कि उसके पास खाने को नहीं रहेगा। अभी सुप्रीम कोर्ट ने भी स्कूल की फीस भरने का निर्णय कर दिया है। विधायक ने वीडियो के माध्यम से बताया है कि एक मध्यम वर्ग का आदमी यदि ईएमआई की एक किश्त एक दिन नहीं जमा करवाता है तो दिन में पांच बार बैंक से उसके पास फोन आ जाते है।

विधायक ने ट्वीट के माध्यम से सरकार को सलाह दी है कि जिन जिलों में मरीज कम है या कम आ रहे है, उन जिलों में लॉकडाऊन खोलने का रास्ता सोचिए और यह तय करे, नागरिक समितियों के माध्यम से यह तय कराए कि कितने बजे बाजार खुलेंगे तथा किस उम्र का व्यक्ति कितने बजे तक बाहर आएगा। क्योंकि जिन लोगों के वैक्सिन की दोनों डोज लग चुकी है वे भी पॉजिटिव हुए है या कोरोना की वजह से मौत का शिकार हुए है। इसलिए यह अनुमान नहीं लगाया जा सकता कि हमें ओर कितने समय तक इस वैश्विक महामारी का सामना करना पड़ेगा।

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