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भाजपा में सत्ता नहीं, संगठन सर्वोपरि : डॉ. सिलोर

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

भाजपा प्रशिक्षण शिविर के दो दिवसीय आयोजन में कार्यकर्ताओं ने पार्टी की रीति नीति और विचारधारा आदि के बारे में विस्तार से जाना

रिपोर्ट हरीश दवे

सिरोही | भारतीय जनता पार्टी नगर मंडल सिरोही के प्रशिक्षण शिविर में संगठन का विचार, उसका उदभव  और विकास, हमारी विचारधारा, देश की वर्तमान चुनौतियां एवं देश के नेतृत्व द्वारा चलाए जा रहे आत्मनिर्भर भारत महाअभियान आदि विषयों को केंद्रित करते हुए प्रशिक्षण शिविर के संभाग प्रभारी डॉक्टर जोगेंद्रसिंह सिलोर ने समापन सत्र को संबोधित करते हुए कार्यकर्ताओं से अपना राजनीतिक दृष्टिकोण सुदृढ़ बनाने व व्यक्तित्व विकास के साथ संगठन को सर्वोपरि मानकर इस कालखंड के दौरान राष्ट्र आराधना में जुटे दायित्ववान कार्यकर्ताओं को सौभाग्यशाली बताया।

प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन रविवार को समापन सत्र में कार्यकर्ताओं से मुखातिब होते हुए डॉ.सिलोर ने सभी को विषय वस्तु समूह चर्चा और बातचीत के माध्यम से प्रशिक्षण शिविर की महत्ता और इसकी आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रत्येक कार्यकर्ता के लिए प्रशिक्षण शिविर आवश्यक है और संगठन की कार्यशैली सीखने की नसीहत देते हुए कहा कि पार्टी से जुड़े व्यक्ति को व्यक्ति निष्ठा से दूर रहकर पार्टी के प्रति ईमानदारी से काम करना चाहिए। सिलोर ने कहा 1952  जनसंघ से लेकर आज तक हमारे कार्यकर्ताओं का सफर संघर्षपूर्ण रहा। अनुशासन व समर्पण के साथ विचारधारा के मार्फत भाजपा आज सर्व स्पर्शी और एक वट वृक्ष के रूप में देश में स्थापित हुई है। उन्होंने सभी से पार्टी का इतिहास और सोच का ज्ञान सभी को होना आवश्यक बताया।

भाजपा का इतिहास एवं विकास :

प्रशिक्षण के जिला संयोजक कमलेश दवे ने पार्टी के इतिहास के बारे में बताते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं को पद की लालसा से दूर रहकर काम को प्राथमिकता देनी चाहिए। उन्होंने पार्टी के महापुरुषों एवं वरिष्ठ नेताओं को त्याग समर्पण का श्रेष्ठ उदाहरण बताया और उनसे सीख ग्रहण करने की अपील की। 

राज्य की राजनीतिक पृष्ठभूमि और भाजपा की भूमिका :

पूर्व जिला अध्यक्ष लुंबाराम चौधरी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि संगठन सर्वोपरि है और कार्यकर्ता पार्टी की रीढ़ की हड्डी, समय-समय पर प्रशिक्षण शिविर के माध्यम से कार्यकर्ताओं को विचारधारा के माध्यम से परिपक्व किया जाता है। चौधरी ने वर्तमान गहलोत सरकार को कटघरे में खड़ा कर विकास के झूठे वादे करने के आरोप लगाए।

कार्यकर्ता का व्यक्तित्व विकास :

कार्यकर्ता का व्यक्तित्व हमेशा उज्जवल होना चाहिए इस पर जोर देते हुए एडवोकेट लक्ष्मीनारायण गहलोत ने कहा कि हमारी पहचान व्यक्तित्व से है और उसके लिए सिद्धांतिक रूप से परिपक्व बनना पड़ता है।

सुरक्षा सामर्थ्य के साथ आत्मनिर्भर भारत का संकल्प :

वक्ता के रूप में विषय पर संबोधित करते हुए हिम्मत राजपुरोहित ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए सभी से कहा कि सेवा से ही संभव होगा सुशासन का संकल्प। पुरोहित ने प्रधानमंत्री के प्रयासों को अभिनंदन ने बताया और कहा कि विश्व पटल पर भारत की साख बढ़ी है।

6 वर्षों के अंत्योदय प्रयत्न :

वक्ता जुझार सिंह परिहार ने पार्टी की पंच निष्ठा का स्मरण कराते हुए कार्यकर्ताओं से कहा कि पिछले 6 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण प्रबंधन के साथ केंद्र ने विकास की गंगा बहाई है और कार्यकर्ताओं को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को लेकर जनता के बीच जाना होगा। उन्होंने यह भी कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे यह न सोचे कि हमें क्या मिला, बल्कि यह सोच रखें कि हमने क्या अर्पण किया।

समाज के समक्ष चुनौतियां और विचार परिवार :

पूर्व प्रधान भंवरलाल मेघवाल ने बताया कि हमारी विचारधारा को लेकर विचार परिवार के विविध संगठन समाज के बीच जनकल्याणकारी अनेकों कार्य कर रहे हैं उन्होंने देश के इतिहास के साथ हुई छेड़छाड़ को चिंताजनक बताया और कहा कि हमें हमारे गौरवशाली इतिहास पर गर्व है।

प्रारंभ में वर्ग गीत प्रस्तुत किया और अशोक पुरोहित एवं सुरेश सगरवंशी ने पार्टी कार्यकर्ता को एकजुट होने की अपील की। पूर्व मंत्री ओटाराम देवासी ने शिविर में भाग लेकर आशीर्वचन कहे। मंडल अध्यक्ष लोकेश खंडेलवाल ने कहा कि प्रशिक्षण शिविर का कार्यकर्ता को काफी अच्छा प्रतिसाद मिला है और सभी का आभार जताया।

इस अवसर पर प्रधान प्रज्ञा कुंवर देवड़ा, जिला मीडिया संयोजक चिराग रावल, महामंत्री जबरसिंह राठौड़, उपाध्यक्ष प्रकाश पटेल, मांगूसिंह बावली, श्रीमती हेमलता पुरोहित, नितिन रावल,हनुमान प्रजापत, राहुल रावल, मनीष पुरोहित, गोपाल माली, गोविंद माली, सरवन राजपुरोहित, बाबूसिंह मकरोड़ा,योगेश दवे, वीरेंद्र चौहान,दमयंती डाबी, गोविंदसिंह बारड, अजय भट्ट, कुलदीप छापोला, हरिकिशन रावल, ललित प्रजापत, प्रदीप प्रजापत, रामेश्वर कंसारा, हंजादेवि पटेल, रमजान खान, प्रभुराम परिहार, लुंबाराम राणा, गोविंद सैनी, कपूराराम पटेल, एडवोकेट प्रफ्फुल माली, सुनील गुप्ता,महेंद्र मीणा, रोहित मालवीय, राहुल कलावंत, दशरथ मीणा, विनोद मीणा, कानाराम माली, देवी बाई, इंदरसिंह मकवाना सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।

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