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क्या अर्बुदा गोशाला की बदहाली का हल निकालेंगे प्रभारी मंत्री भाया?

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

रियासत कालीन गोशाला अतिक्रमणों की चपेट, लाखो का खर्च गोवंश पॉलीथिन खा कर मर रहा, जिला प्रशाशन बेपरवाह।

रिपोर्ट हरीश दवे

सिरोही | कोंग्रेस के पहले प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष, संविधान निर्मात्री सभा के सदस्य व सिरोही स्टेट के पहले प्रधानमंत्री स्वर्गीय गोकुल भाई भट्ट की अध्यक्षता में रियासत काल मे सिरोही स्टेट के राजस्थान में विलय से पूर्व बने अर्बुदा गोशाला व डेरी फॉर्म जिसे अर्बुदा गोशाला के नाम से जाना जाता है जो बरसो से भरस्टाचार का अड्डा बनी हुई है और नगर में हजारों की संख्या में बेजुबान गोवंश पॉलीथिन खा के अधमरा हो रहा है और अर्बुदा गोशाला अतिक्रमणों की चपेट में अपने वैभव को तलाश रही है क्या सिरोही जिले के प्रवास पर आ रहे प्रदेश के गोपालन मन्त्री प्रमोद जैन भाया अर्बुदा गोशाला के तमाम हालात को जान इसकी बदहाली से निजात दिला कोंग्रेस सरकार में कोंग्रेस के पहले प्रदेशाध्यक्ष गोकुल भाई भट्ट के अर्बुदा गोशाला के स्वप्न को साकार कर पाएंगे इसको लेकर नगर की जनता में सवाल उठ रहे है।

रियासत काल मे निर्मित अर्बुदा गोशाला के निर्माण के दौरान बने इसके ट्रस्ट बोर्ड ने स्वप्न देखा था की इस गौशाला में गोवंश का सरंक्षण संवर्धन होगा और नगर वासियो को शुद्ध गाय का दूध,दही,पनीर,मक्खन,घी खाने को मिलेगा और यह स्वप्न साकार हुआ होता तो अर्बुदा गोशाला का नाम आज अमूल ओर सरस डेरी से भी बड़ा होता क्योंकि गोशाला के पास करीब 5000 बीघा जमीन भी थी।लेकिन कालांतर में जन प्रतिनिधियों व जिला प्रशाशन की उदासीनता से अर्बुदा गोशाला का वैभव उजड़ता रहा और बोर्ड के अध्यक्ष जिला कलेक्टर ओर तहसीलदार सचिव मनोनीत हुए और बरसो तक गोशाला के गोचर से आय होती रही पर गोवंश का यहां पर सरंक्षण ओर संवर्धन नही हुआ और अर्बुदा गॉशाला अतिक्रमणों की भेंट चढ़ी ओर गोचर में लकड़ी चोरी व कोयला माफिया सक्रिय हुआ।

जब नगर में गत दो दशकों में आवारा पशुओं की समस्या की खबरे मीडिया में प्रसारित होने लगी तब तत्कालीन कलेक्टर वी सरवनकुमार व एसडीएम ओपी विश्नोई ने नगर परिषद द्वारा कांजी हाउस उजाड़ देने के बाद नगर में पशुपालकों द्वारा व विभिन्न गोशालाओं द्वारा छोड़े गए गोवंश ओर नर गोवंश को नगर परिषद के सफाई कर्मियों द्वारा क्रूरता पूर्वक धरपकड़ कर रखा जाने लगा और तथाकथित गोभक्त ओर गोचर हड़पने से जुड़े सफेद पोश भी अर्बुदा गोशाला के विकास के नाम जुड़ने लगे और भजन संध्या आयोजन में लाखों रुपये की संचालन समिति बना उगाही की व सांसद निधि,विधायक निधि व भामाशाहों की निधि से विकास कार्यो में ट्यूबवेल,टिन शेड ओर घास फूस का प्रबंध होने लगा और निजी संचालन समिति में गॉशाला को चलाने का दौर चलाया।

इसी दौरान सिरोही का सौभाग्य जगा ओर प्रदेश की भाजपा सरकार में क्षेत्र से विधायक ओटाराम देवासी गोपालन राज्य मंत्री बने तो नगर की जनता में उम्मीद जगी की अब तो अर्बुदा गॉशाला के भाग जगेंगे ओर अतिक्रमण हटने के साथ गौशाला में गोवंश सरंक्षण व नन्दी गौशाला खुलेगी इसी मांग को लेकर स्वयंसेवी संस्था हिंदुवेव ओर जागरूक जनो ने धरना प्रदर्शन आंदोलन भी किये इसी दौरान अर्बुदा गोशाला में गोवंश भी समूह में काल कवलित हुआ जिसका विपक्ष में रहे मौजूदा विधायक ने अर्बुदा गोशाला की बदहाली,चन्दाचोरी ओर भटकते गोवंश सरंक्षण का बड़ा मुद्दा उठाया और जनता को चुनावी सभा मे भटकते गोवंश का अर्बुदा गॉशाला में सरंक्षण पर बल दिया।उधर जिला कलेक्टर की अध्यक्षता वाली अर्बुदा गॉशाला को संचालित करने के लिए जिला प्रशाशन ने नगर परिषद को अर्बुदा गॉशाला संभालने को दी।और कुछ माह पूर्व तहसीलदार पे गॉशाला का दूध गटकने के आरोप लगने के बाद नगर परिषद आयुक्त को सचिव का दायित्व सौपा।आज की तारीख में सिरोही नगर परिषद के पास अर्बुदा गॉशाला की देख रेख का जिम्मा है।अर्बुदा गॉशाला के मूल कर्मचारी तो अपनी ड्यूटी अन्यत्र बजाते है वही निजी पशुपालक जोड़े दिन रात वहाँ अल्प मानदेय में अपनी सेवाएं देते है तथा नगर परिषद के संविदा कर्मियों की ड्यूटी भी यहाँ प्रबन्धन में लगी हुई है।

करीब 5 हजार बीघा वाली भूमि अतिक्रमणों की चपेट में है जिसमे बबूल आदि लकड़ियों की भी चोरी होती है और नगर परिषद प्रशासन पॉलीथिन बेग की रोकथाम में व्यापारियों के साथ मीटिंग ओर अनेक नाटक बाजी करता है पर नगर में सेकड़ो की तादाद में गोवंश भटक रहा है और पॉलीथिन बेग खा के अधमरा हो रहा है और नर गोवंश मानव क्रूरता का भी शिकार हो रहा है पर नगर परिषद सिरोही के कोन्ग्रेसी बोर्ड व जिला प्रशाशन को अर्बुदा गॉशाला की बदहाली के सुधार में फुर्सत नही है।मौजूदा विधायक भले ही गोशालाओं को अनुदान दिलाने की मांग या पशुपालकों के हक की मांग विधानसभा में उठाने में मुखरता दिखाते हो पर नगर में गोशालआओ द्वारा छोड़े गए व पशुपालकों द्वारा छोड़े जा रहे गोवंश को अर्बुदा गॉशाला में आश्रय मिले इसकी फुर्सत नही है जबकि गत सरकार में गोवंश सरंक्षण संवर्धन में उनकी आवाज सदैव गूंजती थी।।

अब दुबारा सिरोही जिले का सौभाग्य है कि जिले के प्रभारी मन्त्री प्रदेश के गोपालनमन्त्री प्रमोद जैन भाया है जो स्वयं भी अनेक गॉशाला चलाते है प्रभारी मंत्री बनने के बाद जब वो पहली बार अर्बुदा गॉशाला आये थे तो यहाँ की बदहाली देख चिंतित हुए थे आज उनका आगमन जिले के जीरावला तीर्थधाम में हो चुका है व कल जालोर प्रवास के बाद 19 फरवरी को सिरोही प्रवास पर है अब देखने वाली बात यह है कि प्रभारी मंत्री व प्रदेश के गोपालन मन्त्री प्रमोद जैन भाया की नजरे इनायत अर्बुदा गोशाला की बदहाली में सुधार,भटकते गोवंश ओर नन्दियो को गॉशाला में आश्रय ओर गॉशाला से अतिक्रमणों को हटाने की कार्रवाई होती है।अगर गोपालनमंत्री प्रमोद जैन भाया के कार्य काल मे अर्बुदा गॉशाला गो अभ्यारण्य का दर्जा पाती हैं तो गोसरक्षण संवर्धन में सिरोही जिला प्रदेश में अव्वल बन सकता है और कोंग्रेस राजस्थान के पहले प्रदेश अध्यक्ष व संविधान निर्मात्री सभा के सदस्य स्वतंत्रता सेनानी,सवोदयी नेता स्वर्गीय गोकुल भाई भट्ट के गोसरंक्षण के स्वप्न की पूर्ति हो सकती है।

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