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जनवरी के अंत तक होगा गहलोत कैबिनेट का विस्तार : सचिन पायलट

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

10 फरवरी से विधानसभा के बजट सत्र में विपक्ष से निपटने में सीएम गहलोत ने झोंकी ताकत

रिपोर्ट हरीश दवे

विधायक लोढा अटकलों के बीच बजट सत्र में जिले को बजट घोषणाओं का फायदा ओर विपक्ष से निपटने की रणनीति में जुटे

जयपुर | आज कोंग्रेस सीवीसी की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई वर्चुअल बैठक में सीएम गहलोत राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनावों के प्रश्न पर खासे आक्रोशित हुए और कहा कि चुनाव नही होंगे तो क्या पार्टी खत्म हो जाएगी क्या हमें सोनिया जी के नेतृत्व पे भरोसा नही है।उन्होंने कोंग्रेस के बड़े नेताओं से कहा कि आज हम जो कुछ भी है कोंग्रेस पार्टी की बदौलत है।वही सीएम अशोक गहलोत ने राजस्थान सरकार कैबिनेट की बैठक में आगामी 10 फरवरी से प्रदेश में विधानसभा का बजट सत्र आहूत करने का निर्णय लिया व बजट विषयो पे चर्चा की ओर विपक्ष से निपटने की रणनीति पे चर्चा की लेकिन केबिनेट में मंत्री मण्डल के विस्तार को लेकर कोई चर्चा नही हुई।।

सीएम अशोक गहलोत के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर लग रही अटकलों पर सचिन पायलट ने बड़ा बयान देकर घटस्फोट किया।पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कैबिनेट विस्तार पर कहा है कि राजनीतिक नियुक्ति से पहले मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा। राज्य में जनवरी के अंत तक राजनीतिक नियुक्ति होना है। माना जा रहा है कि गहलोत कैबिनेट का विस्तार 26 जनवरी के बाद होगा। इसके लिए हाईकमान की ओर से हरी झंडी मिलने का इंतजार है।

मीडिया से बातचीत करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि राज्य में जनवरी के अंत तक राजनीतिक नियुक्ति प्रस्तावित है। वहीं गहलोत कैबिनेट का विस्तार इससे पहले किया जाएगा।

जयपुर से दिल्ली तक माथापच्ची- बता दें कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर जयपुर से दिल्ली तक माथापच्ची जारी है। आज जयपुर में सीएम अशोक गहलोत से मिलने प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पहुंचे हैं। ऐसे में दोनों नेताओं के बीच सूची पर सहमति बनी या बजट सत्र पर इसका खुलासा नही हुआ।मंत्री मण्डल के विस्तार के दौरान पायलट गुट के अलावा दिग्गज वरिष्ठ कोन्ग्रेसी विधायको व निर्दलीयों को खपाना मुश्किल चुनोती है और सीएम गहलोत अनेक विधायको को संसदीय सचिव भी बना सकते है।

कैबिनेट विस्तार से पहले

राजस्थान मंत्रिमंडल में से 4-6 मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। इनमें कई हैवीवेट मंत्री भी है। माना जा रहा है कि नए समीकरण को देखते हुए कांग्रेस ने यह फैसला किया है। हालांकि इन मंत्रियों को हटाने के पीछे रिपोर्ट कार्ड को वजह बताया जा रहा है।

सिरोही के निर्दलीय विधायक संयम लोढा भी मंत्री मण्डल में मंत्री बनने के प्रबल दावेदार है और कोंग्रेस हाईकमान व केन्द्रीय नेताओ के अलावा प्रदेशाध्यक्ष भी उनकी योग्यता पर भरोसा जताते है।पर लोढा का मानना है कि किसी मंत्री बनाना और नही बनाना कोंग्रेस हाईकमान,पार्टी और सीएम के विवेकाधिकार का मामला है पर विधायक लोढा आगामी बजट सत्र में सिरोही जिले को बजट सत्र में बजट घोषणाओं का लाभ दिलाने व विपक्ष के हमलों को नाकामयाब करने की तैयारियो में जुट गए है।

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