पुलिस ने अपराध की अधिकांश बड़ी वारदातों का खुलासा करने में सफल रही है:-एसपी हर्ष अभिलाष टांक
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
- जिला सिरोही पैण्डेसी में रेंज में प्रथम स्थान व राज्य में तीसरे स्थान पर रहा है ।
रिपोर्ट हरीश दवे
सिरोही जिला पुलिस अधिक्षक हर्ष अभिलाष टांक ने गुरुवार को वर्ष 2020 में जिला पुलिस के काम-काज का लेखा-जोखा मीडिया के सामने रखा। इसमें उन्होंने पुलिस की अनेक उपलब्धियों को सविस्तार गिनाया।
पुलिस अधीक्षक हर्ष अभिलाष टांक ने बताया कि वर्ष 2020 में जिले के थानों में विभिन्न अपराधों के कुल 3762 प्रकरण दर्ज हुए। जो वर्ष 2019 की तुलना में 33 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। एसपी ने साफ कहा कि पुलिस ने अपराध की अधिकांश बड़ी वारदातों का खुलासा करने में सफल रही है। वही इस प्रकार वर्ष 2020 के अंत में जिले की पैण्डेसी 9.86 प्रतिशत होकर जिला सिरोही पैण्डेसी में रेंज में प्रथम स्थान व राज्य में तीसरे स्थान पर रहा है । यही कारण है कि शहर में कानून व्यवस्था सुचारू चल रही है।
पुलिस कप्तान ने आपराधिक प्रकरणों की बढ़ी संख्या पर सफाई देते हुए साफ कहा कि थानों में आने वाले सभी शिकायतों को दर्ज किया जा रहा है।इसी कारण से इनकी संख्या बढ़ी है। जिनमें कई मामले झूठे भी निकलते हैं। इनमें एफआईआर लगती है। यही नहीं, उन्होंने स्पस्ट कहा कि इस एक साल में पुलिस ने 10 भगोड़े अपराधियों को पकड़ा है। साथ ही विभिन्न थाना क्षेत्रों के टॉप वांटेड आरापियों की लिस्ट तैयार की, जिनमें से 5 वांटेड आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस अधीक्षक ने नए साल के लिए भी जिला पुलिस के लक्ष्य निर्धारित किए हैं। जिसमें सिरोही शहर में यातायात व्यवस्था को सुधारना, सड़क हादसों मे कमी लाना और चौराहों पर नफरी बढ़ाना प्रमुख है।
सडक दुर्घटना व एमबी एक्ट की कार्रवाही
जिला सिरोही में सड़क दुर्घटना में वर्ष 2020 में कुल 359 प्रकरण दर्ज हुए है जिसमें 224 व्यक्तियों की मृत्यु व 344 व्यक्ति पायत हुए है इस प्रकार गत वर्ष की तुलना में 43 प्रकरण कम दर्ज होकर मृत्यु एवं घायल व्यक्तियों की दर में भी कमी रही है। जिला सिरोही में वर्ष 2020 में एमबी. एक्ट के तहत कुल 53133 कार्रवाही की जिसमें 14716985 रूपए जुर्माना राशि वसूल की गई है। गत वर्ष की तुलना में 1536 कार्यवाहियां अधिक की गई है ।
वर्ष 2020 में मादक पदार्थों एवं अवैध शराब की बरामदगी कार्यवाही
वर्ष 2020 में एनडीपीएस एक्ट के तहत 37 प्रकरण दर्ज कर 2193 किलो 800 ग्राम डोडा-पोस्त, 7 किलो 526 ग्राम अफीम, 183 किलो 390 ग्राम गांजा, 37 ग्राम 740 मिलीग्राम स्मैक बरामद कर 13 वाहन एवं 11 दुपहियां वाहन जब्त कर कुल 53 मुलजिमों की गिरफ्तारी की गई। बरामद मादक पदार्थों की अनुमानित कीमत लगभग 1 करोड 94 लाख 45 हजार रुपए आंकी गई है। जबकि गत वर्ष 2019 में 30 कार्यवाही की गई थी, वर्ष 2020 में 7 कार्यवाही अधिक की गई है।
अवैध शराब के कारोबार पर कार्रवाही करते हुए
वर्ष 2020 में आबकारी अधिनियम के तहत 550 प्रकरण दर्ज कर पंजाब, हरियाणा व राजस्थान निर्मित कुल 60991 लीटर अवैध शराब बरामद कर 18 ट्रक एवं 43 छोटे वाहन व 07 दुपहिया वाहन जब्त कर कुल 567 मुलजिमों को गिरफ्तार किया। बरामद अवैध शराब की अनुमानित कीमत लगभग 4 करोड 92 लाख रुपए है। जबकि गत वर्ष 2019 में 534 कार्यवाही गई थी, गत वर्ष की तुलना में 16 कार्यवाही अधिक की गई है।
कोविड-19 महामारी के दौरान की गई कार्यवाही
जिला सिरोही में वर्ष 2020 में कोविड-19 महामारी के दौरान जिला पुलिस द्वारा पुलिस मित्रों के साथ मिलकर जन जागरूकता, गरीब असहाय लोगों की मदद कर भोजन सामग्री उपलब्ध कराना, मास्क वितरण, श्रमिकों एवं प्रवासियों की सहायता करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। जिला सिरोही में कोरोना महामारी के दौरान उल्लघनकर्ताओं के विरुद्ध 82 प्रकरण दर्ज कर 215 मुलजिमो की गिरफ्तारी की गई है एवं कोरोना गाईडलाईन की पालना नहीं करने वालं 26775 व्यक्तियों के विरुद्ध कार्यवाही कर कुल 4241400 राशि वसूल की है एवं लॉकडाउन के दौरान कुल 2868 व्यक्तियों के विरूद्ध एमवी एक्ट की कार्यवाही कर 7290720 रूपएवसूल किये गये है ।
कानून व्यवस्था की स्थिति
वर्ष 2020 में जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति शांतिपूर्ण रही है विशेषकर कोविड-19 महामारी में लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा जारी गाईडलाईन की पालना के लिए उचित पुलिस बल तैनात किया। कानून एवं शांति व्यवस्था बनाई रखी। साथ ही जिले में पंचायती राज, स्थानीय निकाय चुनाव के दौरान पूर्णतया शांति बनी रही है।
वर्ष 2020 में केस ऑफिसर स्कीम के तहत की गई कार्यवाही तथा
प्रकरण संख्या 137/02.12.17 धारा 341,323,325,307 पुलिस थाना कालन्द्री के प्रकरण को केस ऑफिसर स्कीम में चिन्हित कर प्रभावी पैरवी करते हुये अभियुक्त को 10 वर्ष के कारावास की सजा करवायी गई है। प्रकरण संख्या 40/ 20.04.2018 धारा 376,366 व 3/4.5(एम) 6 पोक्सो एक्ट पुलिस थाना मण्डार में नाबालिग के साथ बलात्कार के प्रकरण को केस ऑफिसर स्कीम में चिन्हित कर प्रभावी पैरवी करते हुये अभियुक्त को आजीवन कारावास की सजा करवायी गई है ।