गत बीजेपी बोर्ड के घोटालो पर आयुक्त ने दर्ज करवाया मुकदमा
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
विधायक लोढा ने नगर परिषद के विकास में विजन के साथ भाजपा के पनपाये करप्सन के खिलाफ फूंका बिगुल।
रिपोर्ट हरीश दवे
सिरोही | गत तीन दशकों तक जिला मुख्यालय सिरोही की नगर पालिका ओर क्रमोन्नत परिषद में भाजपा बोर्ड का शाशन रहा जिस पर भूमाफियाओं ओर सहकारी माफियाओ का आधिपत्य रहा और इस दरम्यान पालिका परिषद के चुनावों में भाजपा के निष्ठावान कार्यकर्ताओ को टिकट कम ही मिले और टिकटो की बन्दरबाट में भूमाफिया वर्ग का आधिपत्य रहा और भाजपा, संघ विचारधारा के कार्यकर्ताओं की जम कर उपेक्षा हुई या उन्हें जितने ही नही दिया।
इन भाजपा बोर्डो के कार्यकाल में नगर परिषद ओर पैरा फेरी बेल्ट की की बेश कीमती सरकारी, बिलानाम, गोचर, नदी, नालो, देवालयों की भूमि हड़पी गई, अवैध व्यवसायिक निर्माणों में राजस्व चोरी की बिना पे भारी भरकम बांध काम, अवैध निर्माण इजाजत, अवैध पट्टो का आवंटन, सीसीटीवी घोटाले, हाईमास्ट लाइट घोटाले दर घोटाले होते रहे, नगर परिषद में नियमो के विपरीत भर्तियां तथा नगर वासियो को मकान दिलाने के नाम शार्दुलपुरा व राजीव नगर आवासीय योजना अतिक्रमणों की भेंट चढ़ी, समूचे ग्रीन बेल्ट क्षेत्र में नियमो की शिथिलता में पालिका परिषद को करोड़ो का राजस्व चुना लगाया।
जिसका परिणाम यह रहा कि गत दो बार सिरोही विधानसभा में तेज तर्रार विधायक संयम लोढा को हराने वाले पूर्व गोपालनराजय मंत्री की हार की वजह सिरोही नगर परिषद का भरस्टाचार बना। गत विधानसभा व नगरपरिषद के चुनाव में विधायक संयम लोढ़ा ने नगर परिषद भाजपा बोर्ड के घोटालो को अचूक हथियारों के रूप में इस्तेमाल करते हुए चुनावी सभाओं में सरजावाव गेट पर खुले रूप में उनके भाषण सुनने को उमड़ी जनता से कहा था कि बीजेपी बोर्ड ने 50 करोड़ के घोटाले 5 साल में किये है जिसके विरुद वे जांच करवायेगे ओर घोटालो में लिप्त लोगो को बेनकाब करेगे।ओर माली छात्रावास के पीछे बने सिरोही कारागृह में पहुचायेंगे।
इन घोटालो के राज फाश ओर भाजपा बोर्ड के पार्षदों के कारनामो के चलते भोपाजी का नगर में करवाया विकास तो धरा रह गया और ठेकेदारों के बनाये घटिया रोड व खड्डे भाजपा के चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के लिए खड्डे बन गए जिसमे भाजपा के दिग्गज लोकल प्रदेश व जिला स्तरीय नेता खेत रहे।जनता ने बीजेपी को हरा कर कांग्रेस का बोर्ड बनाया जिसे कोंग्रेस का बोर्ड कहने से ज्यादा विधायक लोढा का बोर्ड कहना उचित होगा जिसमें टिकट बांटने से लेकर कोंग्रेस प्रत्याशियों को जिताने व सभापति व उप सभापति बनाने में उनकी बेजोड़ भूमिका रही।
जिसमे उन्होंने चुनावो से पहले भाजपा सभापति ताराराम माली को निलंबित करा भाजपा के ही ओबीसी मूल के धनपत सिंह राठौड़ को सभापति बना भाजपा को खोखला कर मौजूदा समय श्री राठौड़ को भाजपा से परे कर सपत्नीक उनका कोंग्रेस बोर्ड को समर्थन दिलाया। गत चुनावो में संयम लोढा की चुनावी सभाओं का भाजपा संगठन कोई काउंटर अटैक भी इन आरोपों के खिलाफ नही कर पाया।
लेकिन विधायक लोढा ने जो आरोप लगाए थे वो हवाई नही थे। इन घोटालो की पड़ताल में पहले 3 मुकदमे हुए।और नगर में सेवा भारती को भू आवंटन ओर खारिज होने के मसले को लेकर नगर में राजनीतिक बवेला मचा हुआ था और विधायक लोढा के खिलाफ पुतले फूकने के बाद जब भाजपा नेताओं व पूर्व सभापति के साथ पूर्व गोपालन राज्य मंत्री ओटाराम देवासी ने पिसी कर विधायक लोढा व सभापति की होटल के अलावा नदी नालों व अतिक्रमणों को लेकर आरोप मढ़े इसी दौरान आज 2 मुकदमे पूर्व सभापति ताराराम माली व स्टोरकीपर रामलाल परिहार व तत्कालीन आयुक्त लालसिंह राणावत व प्रहलादराय वर्मा के विरुद सिरोही पुलिस थाने में नगर परिषद आयुक्त महेंद्र सिंह चौधरी ने दर्ज करवाये।
इन घोटाले में सफाई उपकरण खरीद घोटाले में परिषद को राजस्व हानि पहुचाने व आपराधिक कृत्य करने पर एक मामला दर्ज हुआ है जिसमे टेंडर 20 लाख का था किंतु फर्म को 53 लाख से अधिक का भुगतान किया गया।
वही जन्म मृत्यु व विवाह पंजीयन का साफ्टवेयर खरीद घोटाले में फर्म को 16 लाख का भुगतान कर राजस्व हानि पहुचाने का आपराधिक कृत्य करने पर मुकदमा दर्ज हुआ है।
इससे पूर्व सिरोही जेल के भाटे खुर्द बुर्द करने, फर्जी पट्टे बनाने, स्ट्रीप लेंड में नियमो की अवेहलना के मामले भी पुलिस में दर्ज हुए जिसकी जांच चल रही है। तथा अनेक प्रकरण राज्य सरकार में जांच में लंबित है व विधानसभा में भी प्रश्न लगे हुए।
विधायक संयम लोढा एक विजन के तहत जिला मुख्यालय को अत्याधुनिक नगर व राज्य की अग्रिम नगर परिषद बनाना चाहते है।व राज्य सरकार के दो वर्ष पूरा होने के साथ उनका पूरा फोकस नगर के विकास पे लग चुका है और अगर कोंग्रेस बोर्ड में अगर भाजपा बोर्ड के जमाने से चल रहा ढर्रा नही बदला तो सूत्र बताते है कि अभी तो आगे भारी गाज ओर गिरने वाली है।