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2 साल का संघर्ष जिले में उपलब्धि का ग्राफ बढ़ा, ग्रामीण इलाकों में लगे 31 डॉक्टर

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

जिले मैं लोढ़ा के प्रयासो का परिणाम ग्रामीण हलको में लगे 31 चिकित्सक "सिरोही वाले" व ग्रामीण जनता की मुहिम पर लगवाई विधायक ने मुहर,

रिपोर्ट हरीश दवे

लोढा ने मुख्यमंत्री व चिकित्सा मंत्री का जताया आभार

धार्मिक,ऐतिहासिक, पर्यटन विकास की संभावनाओं से भरपूर सिरोही जिला प्रदेश व जोधपुर संभाग को अत्यधिक राजस्व देते हुए भी पिछडे जिले के नाम से चर्चित है जहाँ अजा,जजा जाति वर्ग का बाहुल्य है। तथा आजादी के बाद राजनीतिक दलों ने इसे राजनीतिक धर्मशाला के रूप में इस्तेमाल किया और जालोर संसदीय क्षेत्र के इस जिले में नामी गिरामी बाहरी सांसद जनप्रतिनिधित्व करते रहे। वही सिरोही विधानसभा क्षेत्र में पूर्व में भाजपा से श्रीमती तारा भंडारी लोकल होने की वजह से स्थानीय समस्याओ के हितों की पैरोकार रही पर भाजपा में विधायक की दावेदारी की भितरघात में 2 बार पूर्व विधायक तारा भंडारी को कोंग्रेस के लोकल प्रत्याशी विधायक संयम लोढा से हारना पड़ा।

तब विधायक संयम लोढा ने अपने पूर्व के 10 वर्ष की मैराथन राजनीतिक पारी में भाजपा को हाशिये पे डालने में कामयाबी हासिल की ओर उन्हें विधानसभा में आने से रोकने के लिए पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने धार्मिक और जातिवादी कार्ड खेलते हुए देवासी बाहुल्य सिरोही विधानसभा क्षेत्र की जनरल सीट पे ओटाराम देवासी को चुनावी मैदान में उतारा और 10 साल वो विधायक रहे और संयम लोढा को हराया ओर भोपाजी प्रदेश के गोपालन राज्य मंत्री भी बने।

लेकिन 10 साल सिरोही विधानसभा क्षेत्र की जनता के लिए सतत संघर्ष करते कोंग्रेसियो का भी विरोध झेलते गत भाजपा सरकार में जन समस्याओं के समाधान में लोढा सक्रिय रहे और बदहाल सिरोही के राजकीय चिकित्सालय की व्यवस्था में सुधार और चिकित्सको के रिक्त पद भरने में हाईकोर्ट में रिट लगाके उन्होंने विपक्ष काल मे डॉक्टर लगाने का हाईकोर्ट से निर्देश लाना उनकी चुनावी जीत में तुरुप का पत्ता साबित हुआ। और कोंग्रेस से टिकट मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ भाजपा व कोंग्रेस दोनो प्रत्याशियों को ऐतिहासिक पटखनी दी।जिसमे भाजपा के ओटाराम देवासी की हार की प्रमुख वजह भाजपा के जनरल विधायक दावेदारों का उन्हें बाहरी बताना तथा 1650 करोड़ के विकास कार्य करवाने के बावजूद जनता से संवाद हीनता उनके आडे आई।

लेकिन निर्दलीय के रूप में विधायक संयम लोढ़ा ने विकास के लिए प्रदेश की गहलोत सरकार को समर्थन दिया व सिरोही जिले की समस्याओं के समाधान के लिए विधानसभा में धूम ही नही मचाई हर विभाग के मंत्री को कोराना काल मे भी समस्याओ से अवगत करा दवाब देकर शिक्षा,चिकित्सा,मनरेगा,सड़क,पशुपालन,गौशाला, चिकित्सा व विभिन्न विभागों से करोड़ो की राशि स्वीकृत करवा जन अभाव अभियोग के निराकरण में सजग जन प्रतिनिधित्व का राज धर्म निभाया।जन हित व क्षेत्र में जनता से सीधे संवाद मीडिया और सोशल मीडिया पे गहरी पकड़ के चलते विधानसभा हो या ट्विटर के जरिए हो वो अपनी बुलन्द आवाज राज्य सरकार व मंत्रियों तक पहुचाते रहते है और अगर आवाज मंत्री न सुने तो ट्विटर पे सख्त तल्खी दिखाने का परिणाम है की गत दिनों पशुपालन विभाग में उप केंद्र खोलने की बात ट्वीट की दूसरे दिन तो 3 उप केंद्र सिरोही जिले में खोलने के आदेश मंत्री ने जारी किये और उसी दिन शाम होते होते जिले के ग्रामीण हल्को में ग्रामीणो को चिकित्सकीय सुविधा मिल सके इसके लिए सिरोही जिले के ग्रामीण अंचलों में 31 डॉक्टर की नियुक्ति भी हो गई जिसको लेकर सोसल मीडिया में अब एक चर्चा बन गई है कि विधायक अपना काम बखूबी निभा रहे हैं और आगे भी निभाएंगे

सिरोही जिले जैसे पिछडे जिले में चिकित्सकीय सेवा को दयनीय स्थिति से उभारने को लेकर पिछले लंबे समय से जिलेवासियों द्वारा मांग उठायी जा रही थी। सिरोही विधायक संयम लोढा के प्रयासों से सिरोही जिले को इस बार 31 चिकित्सकों का तोहफा मिला है। यह सभी चिकित्सक सिरोही जिले के विभिन्न उप स्वास्थ्य केन्द्रो पर अपनी सेवाएं देंगे। अब तक सिरोही जिले के अधिकांश स्वास्थ्य केन्द्रों पर चिकित्सकों की नियुक्ति नही होने के कारण ग्रामीण क्षेत्र के लोगो को काफी परेशानी का सामना करना पड रहा था। लोढा के विधायक बनने के बाद से "सिरोही वाले" यूट्यूब चैनल,ग्रामीण जनप्रतिनिधियो द्वारा चिकित्सको की कमी की समस्या को जोरो शोरो से उठाया जा रहा था जिसके चलते विधायक लोढा ने इसे गम्भीरता से लेकर राज्य सरकार के समक्ष प्रमुखता के साथ मांग रखी जिसके परिणामस्वरूप सिरोही जिले को 31 चिकित्सक मिल पाये है। चिकित्सकों की नियुक्ति के बाद विधायक लोढा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा का आभार व्यक्त किया है।

विधायक संयम लोढा ने बताया कि उप स्वास्थ्य केन्द्र में चनार आबूरोड, पालडी- सिरोही, बरलूट- सिरोही, सिरोडी-रेवदर, स्वरूपगंज- पिण्डवाडा, मेर मांडवाडा- सिरोही, वीरवाडा- पिण्डवाडा, अनादरा- रेवदर, सनवाडा- सिरोही, भटाणा- रेवदर, रोहिडा- पिण्डवाडा, कालन्द्री- सिरोही, सिलदर- सिरोही, जावाल-सिरोही, कैलाशनगर- सिरोही, रेवदर, बांट- रेवदर, रोहिडा-पिण्डवाडा, अणदौर- सिरोही, कृष्णगंज- सिरोही, तंवरी- सिरोही, भारजा- पिण्डवाडा, झाडौली- पिण्डवाडा, मंडार- रेवदर व नादिया- पिण्डवाडा ब्लॉक को कुल 31 चिकित्सको की नियुक्ति राज्य सरकार द्वारा की गई है। अब जिले की जनता की विधायक से प्रमुख मांग है कि जिला मुख्यालय ओर जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पे चिकित्सक ओर स्वास्थ्य सेवाओं की मॉनिटरिंग की जाए और राज्य सरकार की जन कल्याण कारी चिकित्सा और निशुल्क चिकित्सा सुविधाओं का फायदा आम जन को मिले और कोई भी मरीज इलाज के लिए न तो गुजरात जाए न चिकित्सक इलाज के लिए बेवजह रेफेर करे एवम गर्भवती प्रसूता महिलाओ को प्रसव के लिए चिकित्सको को नारियल न देना पड़े।

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