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आबूरोड के यौन शोषण प्रकरण में परिवादी के परिजनों ने लोढा से की निष्पक्ष कार्यवाही की मांग

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

विधायक लोढा ने थाना अधिकारी से कहां कि मामले में एक तरफा कार्यवाही नही होनी चाहिए

रिपोर्ट हरीश दवे

सिरोही, 5 सितम्बर।

आबूरोड के यौन शोषण प्रकरण को लेकर जेल में बंद दिवेश पुत्र देवीलाल मुक्ता के परिजनो ने विधायक संयम लोढा को पुलिस द्वारा की गई एक तरफा कार्यवाही के संबंध में अवगत करवाकर उनके द्वारा दर्ज करवाये गये मुकदमें में ब्रहमाकुमारी के मुख्य अभियंता बीके भरत के खिलाफ कार्यवाही की मांग की।

दिवेश की माता विमला ने लोढा को बताया कि उनकी पुत्र वधु के 1 सितम्बर को 1.30 बजे ऑपरेषन से डिलीवरी हुई थी और रक्त स्त्राव होने से उसकी पुत्र वधु स्थिति गम्भीर बनी हुई थी, उसके बाद भी पुलिस 3 बजे दिवेष को उठाकर ले गयी एवं उसे छोडा नही। रात 8 बजे परिवार जनों को सूचित किया कि उसे गिरफतार कर लिया है। दिवेष द्वारा दर्ज करवाये गये मुकदमें में कोई कार्यवाही नही की गई और आरोपी ब्रहमाकुमारी के चीफ इंजीनियर बीके भरत को आबूरोड से भगा दिया गया। लोढा ने आबूरोड सदर थाना अधिकारी आनंद कुमार से सर्किट हाउस सिरोही में बातचीत की और कहां कि मामले में एक तरफा कार्यवाही नही होनी चाहिए। लोढा ने थाना अधिकारी से कहां कि आरोपी देवेष की गिरफतारी में उसकी पत्नी की ऑपरेषन से डिलीवरी के मानवीय पक्ष को ध्यान में रखते हुए समुचित इंतजाम किये जाने चाहिए थे, जो नही किये गये। ब्रहमाकुमारी के चीफ इंजीनियर बीके भरत व उसके अन्य साथी जो इस मामले में लिप्त है उनके खिलाफ कार्यवाही नही कर उन्हें भूमिगत कर दिया। लोढा ने कहां कि इस मामले में दिवेष मुक्ता जो डेढ वर्ष से यौन शोषण से पीडित था उसके द्वारा दी गई रिपोर्ट व प्रस्तुत किये गये साक्ष्य की जांच करने के बजाय सीधे ही उसे गिरफतार करना उचित नही है। लोढ़ा ने कहां की पुलिस महानिदेशक ने कोरोना के चलते निर्देश जारी कर रखे है कि 7 वर्ष से कम सजा के अपराध के मामले में आरोपी को थाने में ही जमानत पर रिहा कर दिया जाए। उसे जेल नही भेजा जाए। दिवेश के मामले में पांच वर्ष से कम सजा की धाराएं होने के बाद भी उसे जेल भेज दिया गया। उसे गिरफ्तार कर किसी भी तरह की कोई बरामदगी भी नही की गई, इस तरह की कार्यवाही के बाद लोगो में पुलिस की पक्षपात पूर्ण कार्यवाही का संदेश गया है।लोढ़ा ने थाना अधिकारी को मामले में निष्पक्ष कार्यवाही करने के निर्देष दिये।

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