शिक्षा

पढ़ने की ललक तो हमे भी हैं मगर आर्थिक हालात ने स्कूल जाने नही दिया तो क्या हुआ लो आओ घर पर ही पढ़ना शुरू करें

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

रिपोर्ट हरीश दवे

सिरोही निकटवर्ती ब्लॉक कि पिंडवाड़ा के भाखर क्षेत्र में निवासरत गरासिया समुदाय कि काफी बालिकाओ को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास कर रही एजुकेट गर्ल्स संस्था कि किशोरी कोच शकीला ने बताया जब गांव की विजिट की ओर राज्य सरकार द्वारा स्कूली बच्चों के लिए घर बैठे पढाई जारी रहें के लिए शुरू किए स्माईल प्रोग्राम के अंतर्गत जब इस घर की एक बालिका जो स्कूल जाती थी।

उसको पढ़ाया शकीला ने तो बाकी स्कूल न जाने वाली बहिने बोली दीदी हमें भी पढ़ाओ न हमारा भी मन करता हैं।

हम भी पढ़े - तब शकीला ने ठाना इनको भी पढ़ाने का तो खुद के स्तर से पैंसिल, डायरी आवश्यक स्टेशनरी सामग्री उपलब्ध कराकर पढ़ाना किया शुरू।।

आज चारो बहिन साथ -साथ स्माईल प्रोग्राम के वीडियो के आधार पर पढ़ रही हैं।

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