कांग्रेस ने राजस्थान की 11 लोकसभा सीटों के लिए तय किए नाम
जयपुर। राजस्थान में दो चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस में प्रत्याशी चयन की मशक्कत अंतिम चरण में पहुंच रही है। कांग्रेस के बड़े नेता रविवार को स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में संभावित प्रत्याशियों के नामों पर मंथन के बाद पैनल अंतिम मुहर लगाने के लिए केंद्रीय चुनाव समिति यानी सीईसी को भेजे जाएंगे।
तीन दिन तक 8 लोकसभा क्षेत्रों में चुनावी रैलियां कर दिल्ली पहुंचे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट, प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे और राजस्थान कांग्रेस की चुनाव अभियान समिति के चेयरमैन व चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा शनिवार शाम से दिल्ली में नेताओं से मुलाकात कर प्रत्याशी चयन को अंतिम रूप देने की माथापच्ची में जुटे हैं।
ये चारों नेता आज हो रही छानबीन समिति की बैठक में शामिल होंगे। संभावित उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा के अलावा प्रदेश के नेता प्रचार अभियान पर भी मंथन करेंगे। राज्य में कांग्रेस नेताओं की 75 बड़ी रैलियां करवाने की योजना है। कांग्रेस ने लगभग 11 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम तय कर लिए हैं। इन पर सीईसी की अंतिम मुहर लगनी बाकी है। बाकी की 14 सीटों पर छानबीन समिति की बैठक में चर्चा होगी।
कांग्रेस के सामने दिक्कत ये है कि पिछला लोकसभा चुने 12 नेता विधानसभा चुनाव जीतकर मंत्री या विधायक बन गए हैं, इन्हें लोकसभा का चुनाव लड़ाया जाए या नहीं, इस पर पेच फंसा हुआ है। छानबीन समिति की बैठक में इस पर भी विचार विमर्श किया जाएगा। प्रदेश प्रभारी पांडे का कहना है कि समिति की बैठक के बाद पैनल सीईसी को भेजा जाएगा।
समिति की अगले सप्ताह होने वाली बैठक में इन नामों पर मुहर लगने की सम्भावना हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि जिन नामों पर सहमति बन चुकी है, उन पर सीईसी की मंजूरी के बाद पहली सूची जारी कर दी जाएगी, लेकिन सूची होली के बाद ही आने का अनुमान लगाया जा रहा हैं।
सम्भावित प्रत्याशी
- बाड़मेर से मानवेंद्र सिंह
- जोधपुर से वैभव गहलोत
- पाली- बद्री जाखड
- दौसा से मुरारी मीणा
- सीकर से सुभाष महरिया
- उदयपुर से रघुवीर मीणा
- नागौर से ज्योति मिर्धा
- अलवर से भंवर जितेंद्र सिंह
- झालावाड़-बारा से उर्मिला जैन
- चित्तौडगढ़ से गोपाल सिंह ईडवा
- टोंक-सवाईमाधोपुर से नमोनारायण मीणा
इनमें से रघुवीर मीणा पिछला चुनाव हारे थे। मानवेंद्र भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए और इसके बाद झालावाड़ में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के सामने विधानसभा चुनाव लड़ा। जितेंद्र सिंह, गोपालसिंह ईडवा, सुभाष महरिया, ज्योति मिर्धा, बद्री जाखड़ व नमोनारायण मीणा पहले भी सांसद रह चुके हैं।