आसमान में मेघों का अट्टहास, कड़कती बिजली, शाम को जम कर बरसे मेघराज
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
मुख्य सड़कों पे बहने लगे नाले,आस पास के गाँवो में भी नालों में पानी की आवक खुदी सड़क में दुर्घटना टली।
रिपोर्ट हरीश दवे
सिरोही सावन मास की एकादशी को जहाँ सूर्य देव अपने भरपूर तेज में किरणों से गर्मी का कहर ढा रहे थे वही शाम करीब साढ़े चार बजे आसमान में बादलों की गड़गड़ाहट ओर कड़कती बिजली में करीब ढाई बजे सिरोही समेत आस पास के गाँवो गोयली, रामपुरा, डोडुआ, पाडिव, जावाल, बरलूट, पावापुरी, कृष्णगंज ओर अनेक स्थानों पर मूसलाधार बारिश हुई।
तेज गति से हुई बारिश के बाद पैलेस रोड, सदर बाजार,सरजावाव दरवाजा,बस स्टैंड मार्ग, धर्मशाला रोड, जेल चौराहा में घुटनो से नीचे तक पानी पहने लगा और कुछ समय तक जन जीवन अस्त व्यवस्त रहा।
सिरोही नगर की सफाई व्यवस्था और ,जलदाय विभाग ओर नगर परीषद की पूर्व से चल रही लापरवाही का शिकार आम राहगीर, दुपहिया ओर तिपहिया चालक बने अखाड़ा मन्दिर आयुर्वेदिक से नीलमणि चौक तक जलदाय विभाग द्वारा खोदी गई सड़क भले ठीक नही हुई पर सड़क को भी जलदाय विभाग,नगर परीषद ने दुरस्त नही किया जिससे अनेक दुपहिया वाहनों व राहगीरों को आवागमन में भारी दुश्वारियों का सामना करना पड़ा और गिरते गिरते बचे,नगर में एक तरफ सीवरेज लाइन का सर्वे हो रहा है।
वही दूसरी ओर जलदाय विभाग गत सरकार में स्वीकृत पॉइप लाइन अनेक वार्ड मोहल्लों में पिछले एक महीने से बिछा रहा है।
जल आपूर्ति हो या न हो पर खोदी गई सड़क के खड्डों में घांची नगर परीषद रोड गमजी की होटल,संजीवनी अस्पताल के सामने,तीन बत्ती सर्किल,अनादरा चौराहे,ओल्ड बिल्डिंग के घुमाव की बेतरतीब सड़को पर भी जल भराव जल निकासी के अभाव में हुआ ओर नगर के संपूर्णानंद कॉलोनी, मुख्य बाजार,ओर अनेक वार्डो की क्षतिग्रस्त सड़को की मरम्मत नही होने से पड़े खड्डों में सोहनसिंह जी डाबी के घर के आगे एक ट्रैक्टर व स्कूटर में दुर्घटना होने से बच गई और ट्रेक्टर बारिश के दौरान तीन घण्टे फंसा रहा जिससे आवागमन बन्द हुआ और मोहल्ले वासियो ने सभापती को भी गुहार लगाई आखिर में बारिश रुकने के बाद दूसरे ट्रेक्टर से फसे ट्रेक्टर को निकाला और खड्डों वाला मार्ग खुला जिसमे राहगीर ओर वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।करीब सात बजे बारिश रूकने के बाद वातावरण में ठंडक हुई और आम जन ओर पशु पंछियों को भी गर्मी से राहत मिली।तेज बारिश की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में नाले भी बहने लगे वही निकटवर्ती जैन तीर्थ स्थल पावापुरी में भी बारिश के दौरान मौसम सुहावना हुआ और वहां बने चेक डेम में 18 फिट पानी आया।
सावन मास की पुत्रदा एकादशी को शाम को हुई बारिश से एकादशी व्रत रखने वाले व्रती ओर मातृशक्ति भी हर्षित हुई और शाम को हुए सुहावने मौसम में अनेक जन कहते दिखे की भोलेनाथ ने मूक पशुओं गोवंश,वन्य जीव जंतुओं पे मेहरबानी की कम से कम उंन्हे पीने को पानी और चारा तो गोचर ओर वन क्षेत्रो में मिलेगा। मानसून के दौर में नगर परीषद प्रशाषन ,जलदाय विभाग द्वारा खोदी हुई और क्षति ग्र्स्त सड़को की मरम्मत नही होने से जन साधारण को हुई भारी असुविधा से आक्रोश भी देखने को मिला।और पार्षदो को भी आम जन कोसते नजर आए।