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सिरोही नगर परिषद में राजस्व हड़पने वालो की बल्ले बल्ले

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

बीजेपी बोर्ड ने 15 साल में नगर परिषद को आर्थिक रूप से खोखला कर दिया

रिपोर्ट हरीश दवे

कांग्रेस के बोर्ड के लिए विकास कार्य गल्ले की हड्डी बनी सत्ता बदली पर व्यवस्था नही बदली

वर्तमान कोंग्रेस बोर्ड भाजपा के तीन दशकों के बोर्ड की कार्यप्रणाली में नही ला पा रहा है बदलाव

अब संयम लोढ़ा से उम्मीद है कराएंगे उच्च स्तर की जांच

सिरोही राजस्थान की सर्वाधिक पिछड़ी ओर दरिद्र नगर परिषद सिरोही विगत तीन दशक से कुशल नगर नियोजन की बाट जोह रही है।पूर्व में नगर पालिका के समय बने मास्टर प्लान की धज्जिया उड़ी ओर ग्रीन बेल्ट क्षेत्र में करोड़ो के राजस्व नुकसान का सिलसिला शुरू हुआ।जो नगर परिषद बनने के बाद भी बने मास्टर प्लान की धज्जिया आज भी उड़ रही है। परिषद के सभी पार्षद, अधिकारी व कार्मिक जानते है कि पिछले बोर्ड ने किस तरह परिषद को लूटा ,पर सब हाथ पर हाथ धर कर बैठे । शांतिनगर,अनादरा रोड, शिवंगज मार्ग,गोयली मार्ग,सदर बाजार सरजावाव दरवाजा रोड ,शार्दुलपुरा मार्ग सर्वत्र अवैध अतिक्रमण,अनाधिकृत निर्माण काम,आवासीय स्थानों पर व्यवसाईक निर्माणों की बाढ़ में नगर परिषद का करोड़ो का राजस्व भूमाफियाओं से नही वसूला जा रहा।

नगर में अधिकांश मैरिज हाल, छात्रावास, कोचिंग सेंटर निर्धारित वाणिज्यिक शुल्क अदा किये बिना धड़ले से चल रहे।

यही स्तिथि शांतिनगर एरिया की है जहां हर सुविधा नगर परिषद मुहैय्या करवा रहा है।पर वहां निर्मित बहुमंजिला भवन,नर्सिंग होम से नगर परिषद का वाणिज्यिक राजस्व शून्य है।हाउसिंग बोर्ड में भी चल रहे नर्सिंग होम में राजस्व हड़प निर्माण में वाणिज्यिक गतिविधि चल रही है तो अनादरा रोड पे बन रहे निष्ठा कॉलोनी ओर एयर लाइन होटल के निकट आगे तक शार्दुलपुरा मार्ग वाणिज्यिक कॉम्प्लेक्श,कुम्हार वाड़ा में आवासीय जगहों में वाणिज्यिक नियमो व नक्शे के विपरीत हुए निर्माणों व अनाधिकृत बांधकामो,ओर बड़ी बड़ी कॉलोनियों के भूमि रूपांतरणों के बगैर अवैध कार्यो पे नगर परिषद प्रसाशन का कोई अंकुश नही है।

अनाधिकृत निर्माणों से नगर परिषद राजस्व उगाही से मुह फेर बैठी है।।गत तीन दशक से ज्यादा समय सिरोही नगर परिषद में भाजपा का बोर्ड रहा और पूर्व में निलंबित आयुक्त लाल सिंह राणावत ने भूमाफियाओं के साथ सिरोही नगर परिषद में भरस्टाचार ओर परिषद को कंगाल बनाने का इतिहास रचा।जिसकी गाज भाजपा के पूर्व सभापती ताराराम माली पर भी पड़ी व उंन्हे निलंबित होना पड़ा।

ये अलग बात है कि गत नगर परिषद के चुनावों में निर्दलीय विधायक सयंम लोढा की कमान कोंग्रेस को नगर परीषद में सभापती महेंद्र मेवाडा के नेतृत्व में बोर्ड बनाने का मौका मिला पर मौजूदा बोर्ड जिससे जनता की गहरी अपेक्षा थी पर वो अपनी प्रारंभिक अवस्था मे जनता की अपेक्षा पे खरा नही उतर पाया।यह अलग बात है कि विगत भाजपा बोर्ड के घोटालो पर मुकदमे दर्ज अवश्य हो रहे है पर मौजूदा बोर्ड भी अभी तक तो गत भाजपा बोर्ड के नक्शे कदम पर ही चलता दिख रहा है,बोर्ड की दृढ़ इच्छा शक्ति के अभाव में न तो भूमाफियाओं पे नकेल कसी जा रही न करोड़ो का बकाया राजस्व वसूल किया जा रहा।नगर परीषद में स्टाफ की भी कमी है।इस बाबत आयुक्त से मोबाइल पर पूछना चाहा तो उन्होंने कहा कि वो सरकारी काम से जोधपुर मीटिंग में एसआई सुशील पुरोहित,ओर संस्थापन शाखा के राजन के साथ गए हुए है।अन्य एसआई अनिरुध्द सिंह राजपुरोहित सिरोही नगर में एक कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आने से होम कवरेन्टीन है।कार्यवाहक आयुक्त ओर राजस्व निरीक्षक सुरेश जीनगर से इस बाबत पूछा तो उन्होंने कहा कि जो मामले उनसे संबंधित है राजस्व वसूली की कार्रवाई के साथ नोटिस दिए जा रहे है।विधायक संयम लोढ़ा ने पहली बोर्ड मीटिंग में साफ कहा कि वे राजस्व वसूली सख्ती से करे लेकिन उनकी बात पर भी कोई ध्यान नही दिया जा रहा है ।

अब जनता की उम्मीद विधायक संयम लोढा के प्रति ही जगी है कि की नगर में विकास की संभावना उन्ही से है।क्यों कि पूर्व में भाजपा बोर्ड के घोटालों के समय के कोंग्रेसी पार्षद आज भी कोंग्रेस बोर्ड में आज भी है जिन्हें भाजपा के घोटालों पर मूक सहमति हो या न हो पर नए पार्षदो के साथ सभापति महेंद्र मेवाडा विधायक सयंम लोढा के दूरदर्शी विजन में आधुनिक सिरोही की आधारशिला रख सकते है।

कोंग्रेस का नगर परीषद बोर्ड अपने कार्य काल मे कोई नवीनता तो नही दे पा रहा पहले तो कोरोना काल आया पर भाजपा बोर्ड के समय की परिपाटी ओर सफाई ठेकों में भरस्टाचार ओर राजस्व छीजत पर अनाधिकृत बांध काम,गेर रूपांतरण वाणिज्यिक प्रयोजनार्थ निर्माण में करोड़ो की हानि के साथ परीषद के राजस्व कोष नुकसान में अवैध काम अवश्य पुख्ता हुए।

हालाँकि विधायक सयंम लोढा पूरी विधानसभा क्षेत्र के विकास में सुनियोजित तरीके से विकास कार्य और मोनिटरिंग कर रहे है।और उनकी पूरी नजर परीषद प्रशासन के कार्यो पर बनी हुई है।नगर परीषद के विधिक सलाहकार हरिओम दत्ता व नव मनोनीत सहवृत पार्षदो के परीषद सिस्टम में आने से भरस्टाचार पे अंकुश लगने की संभावना है।विधायक लोढा ने टाउन हॉल,गांधी पार्क की महत्वाकांक्षी विकास की योजना मौजूदा आयुक्त ओर सहायक अभियंता के कार्यकाल में बनाई है।पर नगर परीषद की निजी राजस्व आय जो भरस्टाचार,भूमाफियाओं ओर राजनीतिक सांठ गांठ में वसूली नही जा रही कियु की कोंग्रेसी बोर्ड में नगर के सुनियोजित विकास को लेकर सुनियोजित विजन नही है।

कोंग्रेस का एक खेमा ओर पार्षद आयुक्त का तबादला कराने की हसरत में प्रयत्न कर रहे है क्यो की आयुक्त शिवपाल सिंह विवादित पत्रावलियों ओर नए पट्टे नही बना रहे व पूर्व के आयुक्त लाल सिंग राणावत ओर भाजपा बोर्ड के गलत कार्य जो पूर्व गोपालन राज्य मंन्त्री ओटाराम देवासी को भी विधायकी में ले डूबे के हश्र को देख भले ही विवादित कार्यो को मंजूरी न देते हो।पर नगर परीषद क्षेत्र में स्टाफ कमी में सफाई कर्मियों के बूते सिटी,ओर संविदा कर्मियों के बूते नगर परीषद प्रसाशन चल रहा है।अधिकारी राजस्व वसूली करना नही चाहते।बोर्ड में भाजपा विपक्ष की भूमिका में नही है न नेता प्रतिपक्ष का कोई नेता है।ऐसी हालत में नगर परिषद में विकास के मार्ग ठप्प ओर अवरुद्ध पड़े है।और जनता की निगाहें विधायक सयंम लोढा की तरफ देख रही है जो कोरोना काल मे नगर के विकास में केसी राह बनाते है ओर इन सबसे कैसे निपटते है ।

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