शिक्षा

सीडीईओ लक्ष्मी देवी के खिलाफ एसीबी में परिवाद दर्ज, अपने विभाग में बेटी के नाम की टोयटो गाडी लगाकर की गम्भीर अनियमितता - गहलोत

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

सिरोही :- मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी सिरोही लक्ष्मी देवी की 18 साल की बेटी के नाम टोयटो कार होने व इस वाहन को अपने ही विभाग में कार ड्राईवर को मालिक बताकर किराये पर लगाने के गम्भीर मामले में महानिदेशक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो एसीबी मुख्यालय जयपुर के निर्देश पर एसीबी कार्यालय सिरोही में राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र गहलोत का परिवाद दर्ज कर जांच प्रारम्भ की ।

संघ (प्रगतिशील) के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र गहलोत ने बताया हैं कि उक्त प्रकरण में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसीबी सिरोही, आई.जी. एसीबी जोधपुर, महानिदेशक एसीबी जयपुर को ज्ञापन भेजकर परिवाद दर्ज करने का निवेदन के उपरान्त भी परिवाद दर्ज नहीं होने पर 3 मार्च 2020 को महानिदेशक एसीबी जयपुर से व्यक्तिशः गहलोत ने भेटकर मामले की प्रकृति के आधार पर परिवाद दर्ज करने का परिवाद पेश करने पर महानिदेशक एसीबी जयपुर ने तत्काल परिवाद दर्ज करने के निर्देश दिये। लेकिन कोरोना महामारी लॉकडाउन के मद्देनजर परिवाद दर्ज होने में विलम्ब हुआ।

गहलोत ने बताया कि लक्ष्मी देवी मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी समग्र शिक्षा अभियान सिरोही/जिला परियोजना समन्वयक (डीपीसी) समग्र शिक्षा अभियान सिरोही की लापरवाहीपुर्ण हठधर्मी स्वैच्छाचारी विभागीय कार्यशैली को लेकर जिले के शिक्षातंत्र में भ्रष्ट और लापरवाह अधिकारियों के होंसले भी बुलंद होते जा रहे हैं जो राज्य की वर्तमान जनहितैषी सरकार की साफ छवि के लिये घातक हो सकता हैं। आरटीआई एक्ट के तहत प्राप्त सुचना से यह ध्यान में आया हैं कि उक्त डीपीसी समग्र शिक्षा सिरोही लक्ष्मी देवी ने एक ड्राईवर खुशालचन्द पुत्र मगनजी निवासी झुपाघाट सिरोही को टोयटो कार आरजे 19टीबी 3303 वाहन मालिक बताकर माह अगस्त 2019 से मार्च 2020 तक अपने ही अधिन विभाग में निविदा पर लगा दिया जब कि निविदा की शर्तानुसार किराये पर लिया जाने वाला वाहन किसी फर्म का होना चाहिये जो कि वाहन किराये पर देने की आरटीओ अधिकृत हो या फिर वाहन उस स्वंय वाहन मालिक का हो जिससे समस्त प्रकार के दावों दायित्वों का उसके द्वारा निर्वहन किया जा सके। अतः स्पष्ट हैं कि वाहन निविदा की शर्तपूर्ति नहीं होने पर भी किराये पर लगाया गया। विभागीय नियमों एवं निविदा की गोपनीयता एवं अन्य शर्त पालना नहीं होने पर भी डीपीसी समग्र शिक्षा सिरोही द्वारा अपनी 18 वर्षीय बेटी का लग्जीरियस टेक्सी वाहन किराये पर लगाने का कारण मालुम करने व इसमें गम्भीर अनियमितता और भ्रष्टाचार की दुर्गन्ध आने से संगठन द्वारा जॉच योग्य माना गया। निविदा की शर्त पालना हेतु ठेकेदार खुशालचन्द द्वारा बनाये गये सौ रूपये के स्टाम्प इकरार नामा अनुसार वाहन मालिक स्वरूप कॅंवर की उम्र मात्र 18 वर्ष बताया गया हैं। उक्त समस्त मामले की जांच अब एसीबी के पाले में आ गई है। संगठन ने सीडीईओ की सेवा निवृत्ति तिथि 30 जून 2020 को हैं। ऐसे में एसीबी में परिवाद दर्ज होने के बाद जिले भर के शिक्षकों में भ्रष्ट अधिकारी के विरूद्ध खुशी जताकर निष्पक्ष जांच की उम्मीद जगी। गहलोत ने प्रतिनिधिमंडल के साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो सिरोही से मुलाकात करने पर एसीबी ने जांच प्रारम्भ की एवं बयान दर्ज कराए । प्रतिनिधिमंडल में जगदीश खंडेलवाल , इनामुल हक कुरैशी , देवेश खत्री , अमर सिंह शामिल थे ।

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