कृषि मंडी के लिए पूर्व में समिति ने जमा किए थे 88 लाख, सफाई नहीं हुई तो कब्जा लेने से इनकार
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
रामपुरा-गोयली मार्ग पर कृषि उप मंडी शीघ्र प्रारम्भ करने में विधायक लोढा करे पहल:
रिपोर्ट हरीश दवे
सिरोही पूर्व वर्ती वसुन्धरा राजे भाजपा सरकार ने जिले की जनता और किसानों की लंबे अंतराल से मांग को मंजूर करते हुए सुराज संकल्प यात्रा के दौरान अरविंद पैवेलियन में किये जन संवाद कार्यक्रम में सब्जी उप मंडी का लोकार्पण किया था।लेकिन सरकार बदलने के बाद रामपुरा-गोयली मार्ग पर कृषि उप मंडी ओर सब्जी मंडी अब तक अस्तित्व में नही आई
जिसकी चारदीवारी बन चुकी है और अनेक जनो को भूमि भी आवंटित हुई लेकिन साफ-सफाई नहीं होने से सुमेरपुर कृषि मंडी समिति अब तक कब्जा नहीं ले रही।जिसका खामियाजा क्षेत्र के किसान और थोक सब्जी विक्रेताओं को भुगतना पड़ रहा है और किसानों को अपनी उपज बेचने सुमेरपुर मंडी जाना पड़ता है जिससे परिवहन शुल्क में किसानों को भुगतान होता है।
उल्लेखनीय है कि जिला मुख्यालय पर कृषि मंडी स्थापित करने के लिए चार साल पहले जमीन देखी थी। 10 मई 2015 को गोपालन राज्यमंत्री ओटाराम देवासी ने सुमेरपुर कृषि मंडी के सचिव सुरेश मंगल के साथ शहर में चार जगहों पर जमीन देखी थी। इस दौरान तत्कालीन भाजपा जिलाध्यक्ष लुंबाराम चौधरी व नगरपरिषद सभापति ताराराम माली, उपसभापति डीएस राठौड़ व अनेक पार्षद थी साथ थे। रामपुरा-गोयली मार्ग की जमीन तय होने के बाद आवंटन की फाइल सरकार को भेजी थी, जिसे मंजूर कराने में दो साल लग गए।
रामपुरा-गोयली मार्ग पर एक ही जगह कृषि मंडी समिति को आवंटित भूमि पर अनाज व सब्जी मंडी दोनों तैयार करने का लक्ष्य था इसके लिए समिति को 3.10 हेक्टेयर आवंटित की है। जिला मुख्यालय पर अनाज व सब्जी मंडी की मांग लंबे समय से चल रही थी। इसके लिए किसानों ने कई बार आंदोलन भी किए। कृषि मंडी के अभाव में जिले के किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए सुमेरपुर या फिर गुजरात की ऊंझा मंडी जाना पड़ता है।
38 साल से सिरोही में चल रही है उपमंडी
1981 में सिरोही और शिवगंज तहसील को मिलाकर शिवगंज में कृषि मंडी की स्थापना की गई थी। तब सिरोही को शिवगंज कृषि मंडी की गौण मंडी (उपमंडी) घोषित किया था।लेकिन आज आलम यह है कि रामपुरा गोयली मार्ग पर सब्जी उप मंडी के लिए न तो चिह्निकरण किया और न ही साफ-सफाई ऐसे हालात में जिले के किसान और थोक सब्जी विक्रेताओं की आस विधायक सयंम लोढा पर टीक गई है।जो अपने आक्रामक और जुझारू स्वभाव के चलते जावाल रामपुरा मार्ग पर कृषि उप मंडी ,सब्जी मंडी प्रारम्भ करवाने में पहल करे तो क्षेत्र वासियो की तीन दशक पुरानी मांग का स्वप्न साकार हो सकता है और जिले के विकास का मार्ग प्रशस्त हो सकता है।