कोरोनावायरस

प्राणियों की प्यास बुझाने से जीने की राह मिलेगी : अंकित जैन

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

पेयजल उपलब्ध करवाकर वन्य प्राणियों को मिली राहत

रिपोर्ट हरीश दवे

अक्सर यह देखा गया है कि गर्मी में तेज तपाती धूप होने से पेयजल की किल्लत से वन्य प्राणी अपनी प्यास बुझाने के लिए काफी दुविधा में पड़ जाते हैं जिस कारण कई प्राणियों को पेयजल नहीं मिलने के कारण वे अपनी जान गवा देते हैं ऐसी परिस्थिति में स्थानीय पशु सेवा संस्था प्रेम सुरी जीव रक्षा केंद्र संस्थान के सेवा कार्य का शुभारंभ अंकित जैन उप अधीक्षक पुलिस विभाग की अध्यक्षा मे वाड़ाखेड़ा धासबीट स्थित काका नाडी व कलस्टर द्वितीय धातां से किया गया । संस्थान के अध्यक्ष ने बताया कि लगभग 200 संस्थान के सदस्यों ने अपने स्वयं का धन एकत्रित कर वन्य प्राणियों को बचाने के लिए पानी के टैंकर उपलब्ध करवाया एवं सभी सदस्यों ने इस पुनीत कार्य को निरंतर आगे बढ़ाने के लिए सयोगदान देने की घोषणा की । यह उल्लेखनीय है कि प्रेम सूरी जीव रक्षा केंद्र संस्थान हमेशा मानव सेवा एवं प्राणी सेवा के लिए तत्पर रहने के साथ ही इस वर्ष कोरोना जैसी महा बीमारी में गरीब तबके के लोगों के लिए भोजन के किट , एंबुलेंस सेवा, पाजरापोल का सफल सचालन इत्यादि पुनीत कार्य में अपनी सहभागिता निभा रहा है । इस कार्य में जैन समाज के रोई परगना पिंडवाड़ा का विशेष सयोगदान हमें मिल रहा है एव पीपल फार ऐनिमल, पशुपालन विभाग, जिला प्रशासन, राजस्व विभाग एवं ग्राम पंचायत का भी समय-समय पर मार्गदर्शन मिलता आ रहा है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उप अधीक्षक पुलिस विभाग के अंकित जैन ने बताया कि सुरी प्रेम जीव रक्षा केंद्र संस्थान परलाई संस्थान से दी जा रही मानव सेवा, पशु सेवा एवं गरीब तबके के लोगों को समय पर राहत पहुंचाना इत्यादि सेवा कार्य पिछले कई वर्षों से किया जा रहा है इनके द्वारा सराहनीय सेवा के उपलक्ष में अपनी ओर से इस संस्था के समस्त कर्मठ कार्यकर्ताओं को हार्दिक शुभकामना प्रकट करता हूं।

शिविर प्रभारी पुखराज पी.शाह एवं संस्था सचिव अमित दियोल ने बताया कि स्थानीय भामाशाह कमलेश कुमार लाल चंदजी एवं अरुण कुमार रतन चंद जी मडवारिया की ओर से 100 पेयजल के टैंकर की व्यवस्था एवं अन्य भामाशाह ने भी इस पुनीत कार्य में सहयोग प्रदान किया । इस अवसर पर पंकज गांधी अध्यक्ष ज्ञान रमन फाउंडेशन, आशुतोष पटनी अध्यक्ष जैन रिलीफ सोसायटी , क्षेत्रीय वन अधिकारी चुनीलाल पुरोहित, फोरेस्टर गजेंद्रसिंह, वन पालक जगदीश जाट उपस्थित रहे।

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