आशा घर से सर्वे तक हर जगह बन रही है कोरोना की फाइटर- डॉ. राजेश कुमार
सिरोही ब्यूरो न्यूज़
रिपोर्ट हरीश दवे
सिरोही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं में आशा सहयोगिनियों की महती भूमिका होती है, क्योंकि वह उसी क्षेत्र/उसी गांव अथवा कस्बे की निवासिनी होती हैं, उन्हें गांव अथवा कस्बे की प्रत्येक गतिविधियों, विशेष तौर पर महिला व बच्चों की विस्तृत जानकारी होती है। गर्भवती महिला से लेकर बच्चे के जन्म के साथ उसकी स्वास्थ्य सुरक्षा के लिये सभी प्रकार के टीकाकरण व सही पोषण की जानकारी तथा स्वास्थ्य देखभाल का जिम्मा निभाने वाली आशा सहयोगिनी समाज में हर मोर्चें पर कोरोना फाइटर बनकर सामने आई है।
फिल्ड में घर-घर तक दस्तक
सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि जिले में आशा सहयोगिनी है। प्रत्येक ब्लॉक में शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में आशा सहयोगिनी एएनएम के साथ मिल कर घर-घर सर्वे अभियान में लगी हैं। फील्ड में टीककारण, मातृत्व स्वास्थ्य व पोषण आहार सहित चिकित्सा विभाग के अनेक राष्ट्रीय कार्यक्रमों को आमजन तक पहुंचाने का जिम्मा आशा सहयोगिनी पर है। परिवारों में सीधा सम्पर्क होने के कारण तथा अपने क्षेत्र के बारे में सम्पूर्ण जानकारी होने से घर-घर सर्वे अभियान में इनकी भूमिका एएनएम के साथ महत्वपूर्ण है। आशा सहयोगिनी कोरोना वायरस की रोकथाम के लिये आमजन को होम आइसोलेशन, सोशियल डिस्टेंस तथा बरती जानें वाली सावधानियों के बारे में जानकारी देती है।
मॉस्क का किया निःशुल्क वितरण
आशा सहयोगिनी जिले में कोरोना वायरस के लिये घर-घर सर्वे अभियान के साथ गर्भवती महिला के प्रसव तथा टीकाकरण के बारे में भी सजग रहती है। घर-घर सर्वे अभियान के साथ कई आशा सहयोगिनी सीधे आमजन को समाज सेवा का संदेश दे रही है। आशा सहयोगिनी अपने स्तर पर ही संसाधन जुटाकर मास्क बनाकर आमजन को निःशुल्क वितरण भी कर रही है। जिले में अब तक आशा सहयोगिनियों ने घरों में कपड़े के मॉस्क बनाकर लोगों को वितरण किया है। जिससे कोरोना वायरस के दौरान संक्रमण से बचा जा सकें।
सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार ने बताया की जिले से कोरोना संदिग्धों की भेजी गई अब तक की 556 रिपोर्ट में से 498 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जबकि 58 की रिपोर्ट अभी तक पैंडिंग है। उन्होंने बताया की जिले में कोरोना वायरस संक्रमण का द्वितीय चरण डोर टू डोर सर्वे कार्य जारी है।