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फुदकी गौरेया फंसी चाईनीज धागे में, पर्यावरण प्रेमी ओमप्रकाश कुमावत ने रेस्क्यू कर मुक्त किया

सिरोही ब्यूरो न्यूज़

रिपोर्ट हरीश दवे

सिरोही प्रर्यावरण प्रेमी ओमप्रकाश कुमावत अलसुबह मुक प्राणियों के खाद्य सामग्री के लिए सब्जी मंडी गये हुए थे, रायचंद कालोनी गली नं 5 से महिला का फोन आया कि, विलुप्त गौरेया को बचाने के लिए गौरेया हाउस आपके मिशन एक व्यक्ति एक पौधा मिशन "गौरेया आओ ना" की प्रेरणा से हमारी बिटिया ने वेस्ट वस्तुओं से गौरेया हाउस लगाया, दो सप्ताह से गौरेया आ रही है लेकिन अचानक गौरेया का पंजा धागे में फंस गया है आप तुरंत आओ, पर्यावरण प्रेमी ओमप्रकाश कुमावत ने तत्काल अपने मित्र राजेश कुमावत के साथ खाद्य सामग्री को छोड़कर, संवेदनशील गौरेया को बचाने के लिए रवाना हुये, घटना स्थल पर आके देखा तो, मादा गौरेया का पैर धागे में फंस गया, पर्यावरण प्रेमी ओमप्रकाश कुमावत ने सावधानी पूर्वक गौरेया को पंकडकर उसे मुक्त किया, कहाँ कि गौरेया विलुप्त पक्षी है उसको बचाने के लिए गौरेया हाउस सेल्फी प्रतियोगिता का आयोजन किया है।

लाकडाऊन में लोग घरो में रहकर गौरेया को बचाने का संकल्प लें, राजेश कुमावत ने बताया कि एक व्यक्ति एक पौधा मिशन, गौरेया आओ ना, की मुहिम के मुक प्राणियों के हितार्थ नामक पंचम अभियान का शुभारंभ भी किया, घटना स्थल पर ओमप्रकाश अग्रवाल, राजेश कुमावत, पर्यावरण प्रेमी ओमप्रकाश कुमावत ने उपस्थित रहे।

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